होली के दिन ही पड़ रही जुमे की नमाज
रंग में भंग न पड़े इसे लेकर की जा रही तैयारी
दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों से बात कर रहा एलआईयू
BAREILLY: 70 के दशक की फिल्म शोले का डायलॉग 'कब है होली' आपको याद होगा। यह डायलॉग आजकल बरेली पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों को परेशान किए हुए है। पब्लिक भी कहीं न कहीं टेंशन में है, क्योंकि इस साल होली शुक्रवार को पड़ रही है। शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय दोपहर में जुमे की नमाज अदा करता है। चूंकि, बीते वर्षो होली के दौरान विवाद हुए हैं.लिहाजा, व्यवस्था को बनाये रखने के लिए ख्ब् फरवरी को डीएम ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की मीटिंग रखी है।
हो चुके हैं बवाल
इस बार होली म् मार्च को है। दिन शुक्रवार होने के चलते जुमे की नमाज भी इसी दिन है। इसलिए पुलिस और प्रशासन कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है। वर्ष ख्0क्ख् में हुए दंगे के बाद होली पर भी छिटपुट बवाल हुआ था। पुलिस और प्रशासन को कड़ी मशक्कत के बाद त्योहार मनाना पड़ा था। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार भी सुरक्षा की विशेष तैयारी पहले से ही शुरू कर दी गई है।
जुलूस से होती है प्राब्लम
होली से पहले और होली वाले दिन शोभा यात्राएं भी निकलती हैं। ये सभी शोभा यात्राएं मिश्रित आबादी से होकर निकलती हैं। ऐसे में, दूसरे समुदाय के लोगों पर रंग पड़ जाने को लेकर झगड़े की स्थिति बनी रहती है। दूसरे समुदाय के लोगों को रंग से कोई प्राब्लम न हो इसके लिए जुमे की नमाज के टाइम को भी ऐसे समय पर रखने पर विचार चल रहा, जिससे त्योहार में कोई खलल न पड़े। होली के दिन लोग दोपहर करीब क्ख् बजे तक जमकर रंग खेलते हैं। दोपहर बाद लोग मिलने-जुलने के लिए घरों से बाहर निकलते हैं। जबकि जुमे की नमाज क् बजे से ब् बजे के बीच में अलग-अलग मस्जिद में पढ़ी जाती है।
एलआईयू भी जुटा रही सूचनाएं
एलआईयू भी होली को लेकर अलर्ट मोड में आ गया है। इसके लिए बीते सालों में किन-किन स्थानों पर बवाल हुए उनकी इनफॉरमेशन कलेक्ट की जा रही है। दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की जा रही है। खुराफातियों पर भी नजर रखी जा रही है। ताकि, होली पर कोई खलल न पड़े।
होली और जुमे की नमाज एक साथ होने के चलते अभी से सुरक्षा तैयारी शुरू कर दी गई है। दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों से बात की जा रही है।
नागेंद्र चतुर्वेदी, डिप्टी एसपी, एलआईयू