डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में सैटरडे को जेडी व एडी हेल्थ का इंस्पेक्शन

पेशेंट्स के पास बाहरी दवाएं मिलीं, सीएमएस को जांच के निर्देश

BAREILLY: एक रुपए के सरकारी पर्चे पर बाहरी महंगी दवाएं लिखे जाने का खेल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भी खुले आम खेला जा रहा है। पीएचसी व सीएचसी ही नहीं यहां भी डॉक्टर्स बाहरी दवाएं लिखने में अपनी कलम चलाने से बाज नहीं आ रहे। सैटरडे को हेल्थ डिपार्टमेंट के आला अफसरान ने एक बार फिर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का जायजा लिया। अधिकारियों ने कार्डियोलोजी विभाग में कई पेशेंट्स के पास बाहरी दवाएं पाई। हॉस्पिटल के स्टॉक में होने के बावजूद पेशेंट्स को पर्चे पर विटामिन, ताकत व कैलिश्यम की बाहरी दवाएं लिखे जाने पर कड़ी नाराजगी जताई। अधिकारियों ने सीएमएस को इसकी जांच कराने व जिम्मेदार डॉक्टर पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

फिजीशियन हाेने पर सवाल

जेडी डॉ। सुबोध शर्मा और एडी हेल्थ डॉ। योगेन्द्र कुमार ने सीएमओ डॉ। विजय यादव संग करीब क्ख्.फ्0 बजे ओपीडी से अपना इंस्पेक्शन शुरू किया। यहां फिजीशियन के तौर पर पेशेंट्स को देख रहे पीडियाट्रिशियन डॉ। श्रीकृष्ण से जवाब तलब किया। अधिकारियों ने पीडियाट्रिशियन होने पर फिजीशियन का काम करने पर नाराजगी जताई। अधिकारियों ने सीएमएस डॉ। आरसी डिमरी को निर्देश दिए कि डॉ। श्रीकृष्णा को ओपीडी से हटा बच्चा वार्ड में वापस अप्वांइट करें।

खामियों पर लगाई फटकार

ओपीडी से निकलकर अफसरान इमरजेंसी वॉर्ड पहुंचे। वहां मेडिको लीगल वाले रजिस्टर की खराब हालत पर इसे बदलवाने के कड़े निर्देश दिए। इसके अलावा वॉर्ड में एडमिट व जांच करने की फीस डिस्प्ले कराने को कहा। फीमेल वॉर्ड में एक आदमी को बेड पर लेटा देख नाराज हुए। वहीं स्टाफ रूम में तीन इमरजेंसी ट्रे एक साथ देखने पर नर्स को फटकार लगाई। इसके बाद बच्चा वॉर्ड पहुंचे। वहां कोई भी स्टाफ मौजूद न था। वहीं एनआईसीयू में लोगों को सोता देख स्टाफ नर्स पर कार्रवाई करने को कहा।