-एक शख्स पहले ही घटनास्थल से हो गया था गायब
-पुलिस को किसी बड़े रैकेट के चलने की संभावना
BAREILLY: क्या सिटी में अवैध खून सप्लाई करने वाले सक्रिय हैं। क्या क्000 रुपये में खुलेआम खून बिक रहा है। खून के इस कारोबार में एक बड़ा नेटवर्क शामिल है। थर्सडे को पुलिस के हत्थे खून का गोरखध्ाधा करने वाला एक व्यक्ति भी चढ़ा, लेकिन पुलिस की लापरवाही से वह कोतवाली गेट से फरार हो गया। पुलिस शख्स को नावल्टी चौराहा पर झगड़े के बाद पकड़कर लायी थी। जिससे झगड़ा हो रहा था वह एक कंपाउंडर था और वह पहले ही रफूचक्कर हो गया था। झगड़ा क्000 रुपयों को लेकर हो रहा था। ये रुपये खून निकलवाने को लेकर तय हुए थे। पुलिस के हत्थे कंपाउंडर का साथी चढ़ा है। पुलिस उससे पूछताछ कर फरार हुए दोनों शख्स की तलाश में जुट गई है। जांच के बाद ही नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।
मौका मिलते हुआ फरार
दोपहर करीब एक बजे नावल्टी चौराहा के पास पान की दुकान पर दो युवकों में झगड़ा हो रहा था। मामला बिगड़ते ही एक शख्स वहां से बाइक से फरार हो गया। इस पर दूसरे शख्स ने फरार शख्स के साथी को पकड़ लिया। झगड़े की सूचना पर पुलिस पहुंची। कोतवाली से एसआई गुरुदत्त और होमगार्ड रामस्वरूप पहुंचे थे। दोनों को हाथ से ही पकड़कर कोतवाली लाया जा रहा था। कोतवाली गेट पर पहुंचते ही शख्स मौका पाकर भाग निकला।
प्राइवेट हॉस्पिटल में है कंपाउंडर
पुलिस गिरफ्त में आए युवक की पहचान एजाजनगर गौटिया, बारादरी निवासी वसीम के रूप में हुई है। वसीम कारपेंटर है। वसीम ने बताया कि कोतवाली से भागने वाले शख्स का नाम राशिद है। राशिद उसके ही मोहल्ले में रहता है। राशिद, रामपुर गार्डन स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में कंपाउंडर है। वसीम ने बताया कि राशिद उसे नावल्टी चौराहा पर किसी से मिलने के बहाने लेकर आया था। वसीम के अनुसार जाकिर ने राशिद से एक हजार रुपये मांगे, जिसे लेकर दोनों में झगड़ा हो गया। उसके बाद राशिद वहां से भाग गया। जाकिर ने उसे पकड़ लिया और कहा कि वह भी उसके साथ मारपीट कर रहा था।
जांच के बाद सामने आएगी सच्चाई
पुलिस जांच में सामने आया है कि जाकिर ने किसी साजिद का ब्लड निकलवाया था। इसी ब्लड निकलवाने के पैसे राशिद से वह मांग रहा था। पुलिस को शक है कि राशिद लोगों को जाल में फंसाकर खून का धंधा करता होगा। हालांकि अभी इसमें कोई पुष्टि नहीं हुई है। मामले की जांच के बाद ही सारी सच्चाई सामने आ सकेगी।
पहले भी पकड़े गए थ्ो सौदागर
बरेली में खून के काले कारोबार का खेल लास्ट ईयर भी सामने आया था.आईएमए की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने बारादरी एरिया से म् लोगों को पकड़ा था। ये लोग लोगों से रुपये लेकर खून निकलवाते थे और हॉस्पिटल की ब्लड बैंक से सांठ-गांठ कर खून की सप्लाई करते थे। वहीं सुभाषनगर में नॉर्मल फ्रिज में भी खून की बोतलें रखी हुई थीं। जो बोतलें मिलीं थी उनका वजन भी लिमिट से ज्यादा था। हेल्थ विभाग ने भी मामले की जांच की थी, लेकिन बाद में मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। क्योंकि इस खेल में कई बड़े हॉस्पिटल्स के नाम सामने निकलकर आ रहे थे।
झगड़े के बाद दो लोगों को पुलिस पकड़कर लायी थी। एक युवक चकमा देकर भाग गया। खून के रुपयों को लेकर झगड़े की बात सामने आयी है। पकड़े गए शख्स से पूछताछ कर फरार युवकों की तलाश की जा रही है। जांच के बाद ही असली कहानी सामने आएगी।
असित श्रीवास्तव, सीओ सिटी फर्स्ट