बरेली: बैंडिट क्वीन और गैंग्स ऑफ वासेपुर जैसी फिल्मों में अभिनय कर सुर्खियां बटोरने वाले मनोज वाजपेयी थर्स डे को दोपहर अचानक खानकाह नियाजिया पहुंच गए। वह सज्जादानशीन शाह मुहम्मद हसनैन उर्फ हसनी मियां से अपनी अगली फिल्म अलीगढ़ की सफलता के लिए दुआ कराने आए थे। अब जश्ने चिरागां में आने का वायदा कर गए हैं।

शब्बू मियां को नहीं पहचान पाये

फिल्म स्टार मनोज वाजपेयी पूरी टीम के साथ आए थे। जब वह दोपहर एक बजे खानकाह में दाखिल हो रहे थे, तो शब्बू मियां घर से निकलकर बाहर खड़े थे। मनोज वाजपेई ने खानकाह के बाहर से फूल खरीदे। दुकानदार ने उनसे 25 रुपये देने को कहा तो उन्होंने साथ चल रहे एक शख्स को आवाज दी और फूलों के बदले 5 हजार रुपये देने की बात कहकर अंदर दाखिल हो गए। शब्बू मियां पास पहुंचे तो पहचान गए कि फूल खरीदने वाले मनोज वाजपेयी हैं। तब तक किसी ने मनोज वाजपेयी को भी शब्बू मियां के बारे में बता दिया। वह दौड़कर उनके पास आ गए। अपना परिचय दिया। बताया कि हाजरी को आया हूं। उसके बाद सरकार यानि ख्वाजा गरीब नवाज के रूहानी जानशीन हजरत शाह नियाज बेनियाज रहमतुल्ला अलैह के सच्जादानशीन से मिलने की ख्वाहिश जाहिर की।

अस्सलाम आलेकुम

सज्जादानशीन के पास पहुंचते ही मनोज वाजपेयी ने कहा सरकार अस्सलाम आलेकुम। हसनी मियां ने जवाब दिया। मनोज वाजपेयी ने उनसे सिर पर हाथ रखवाया। तब मनोज वाजपेई ने कहा कि सरकार हाजिरी के लिए आया हूं। अलीगढ़ फिल्म बन रही है। उसके लिए दुआ कर दीजिए।

बच्चों के साथ की दुआ

खानकाह में मनोज वाजपेयी को देखकर तमाम दूसरे अकीदतमंद उनके पास पहुंच गए। बच्चे मोबाइल से फोटो लेने लगे। मनोज वाजपेयी सभी बच्चों को लेकर खानकाह के अंदर मजार पर पहुंचे और चादरपोशी करने के बाद दुआ मांगी।

जश्ने चिरागां में आऊंगा

जाते वक्त मनोज वाजपेई वायदा कर गए कि सात फरवरी को खानकाह नियाजिया में होने वाले जश्ने चिरागां में हिस्सा लेने आएंगे। बता दें कि खानकाह में इससे पहले भी फिल्म स्टार हाजिरी के लिए आ चुके हैं। सभी सज्जादानशीन को सरकार कहते हैं।