- लाच्छित चाणक्य प्ले में दिखा वर्तमान राजनीतिक उठा पटक और कुचक्र का साम्राज्य
BAREILLY:
रंगालय एकेडमी आर्ट एंड कल्चर सोसायटी के तीन दिवसीय म्वां बरेली रंग महोत्सव 'बरंगम ख्0क्भ्' कार्यक्रम के दूसरे दिन भी लोक कला और संस्कृति का तालमेल देखने को मिला। कला संस्कृति को समर्पित बरंगम कार्यक्रम के दूसरे दिन उड़ीसा के परिचय संस्था राउरकेला, ओडिसी नृत्य परिचय संस्था राउरकेला की प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया। साथ ही झारखंड के संगम परफॉर्मिग आर्ट सेंटर सराई केला ने छाऊ नृत्य, अहमदाबाद के पितामह थिएटर ग्रुप की ओर से प्ले 'बड़े भाई', राउरकेला के परिचय संस्था की ओर से किड्स प्ले 'तुम कौन हो' और वाराणसी के सुर संगीत कला समिति की ओर से प्ले 'गरम गोश्त' प्रस्तुत किया गया।
बड़े भाई साहब ने दिखाई राह
मुंशी प्रेमचंद की कहानी पर आधारित 'बड़े भाई साहब' प्ले में व्यावहारिक और किताबी ज्ञान का अंतर दर्शकों को समझाया गया। साथ ही उड़ीसा के अंगुल जिले के नाट्य दल ने ओडिसी प्ले 'लाच्छित चाणक्य' का मंचन किया। प्ले के माध्यम से चाणक्य को तत्कालीन सामाजिक परिवेश के रूप में दिखाया गया। दूसरी ओर लोक नृत्य के माध्यम से झारखंड के कलाकारों ने महिला सशक्तिकरण पर नृत्य नाटिका 'दामिनी' का सशक्त मंचन किया। इसमें बालिका शिक्षा, कन्या भ्रूण हत्या जैसे विषयों का समावेश किया। हरि मंदिर बारात घर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पूर्व पार्षद तिलक राज दुसेजा, हरि मंदिर सेक्रेटरी रवि छाबड़ा, शरद गुप्ता, रेनू सक्सेना, सुदीप सक्सेना, शैलेंद्र सक्सेना, शैलेंद्र कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।