-सुप्रीम कोर्ट के वर्डिक्ट मिलने का इंतजार कर रहा आईएमए
-पीडि़त के मुफ्त इलाज के लिए तैयार, हेडक्र्वाटर के संपर्क में
-प्राइवेट हॉस्पिटल्स के साथ जल्द होगी आईएमए की बैठक
BAREILLY: शहर में किसी भी एसिड विक्टिम्स के मुफ्त इलाज के लिए निजी हॉस्पिटल्स अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहंी हटेंगे। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, आईएमए बरेली ने एसिड विक्टिम्स के बेहतर और मुफ्त इलाज के लिए हमेशा तैयार रहने का भरोसा दिया है। साथ ही इसे अपनी जिम्मेदारी बताई है। आईएमए का यह बयान सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आया। जिसमें निजी हॉस्पिटल्स को भी एसिड विक्टिम्स का पूरी तरह मुफ्त इलाज करने और जरूरत पड़ने पर प्लास्टिक सर्जरी करने का भी जिक्र है। आईएमए के पदाधिकारियों ने कोर्ट के इस फैसले की कॉपी रिसीव होते ही इसे शहर में जल्द से जल्द लागू करने का दावा किया है।
हेडक्र्वाटर से निर्देश का इंतजार
सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि निजी हॉस्पिटल्स अपने यहां पहली बार पहुंचे एसिड पीडि़त को इलाज के साथ ही अपना एक सर्टिफिकेट जारी करेंगे। साथ ही उनके एडमिट होने व खाने का खर्च भी उठाएंगे। इस फैसले पर आईएमए जनरल सेक्रेटरी डॉ। निशांत गुप्ता ने कहा है कि आईएमए इसके लिए तैयार है। जनरल सेक्रेटरी ने बताया कि इसके लिए आईएमए यूपी हेडक्र्वाटर से निर्देश मिलने का इंतजार है।
नहीं खलेगी प्लास्टिक सजर्न की कमी
कोर्ट का फैसला लागू होते ही एसिड से झुलसे पीडि़तों को भी इस शहर में उम्दा इलाज और प्लास्टिक सर्जरी की सुविधा नसीब हो सकेगी। दरअसल बरेली मंडल के किसी भी सरकारी हॉस्पिटल में एक भी प्लास्टिक सर्जन नहीं है। सिर्फ कुछ निजी हॉस्पिटल में ही कुशल प्लास्टिक सर्जन व सर्जरी की सुविधा है.आईएमए ने जल्द ही निजी हॉस्पिटल्स के साथ बैठक कर कोर्ट के फैसले को लागू करने से जुड़ी प्रोसेस को इम्प्लीमेंट करने की बात की है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से खुशी हुई। हम पहले से एसिड विक्टिम्स के मुफ्त इलाज की मुहिम चला रहे हैं। कोर्ट का वर्डिक्ट मिलते ही आईएमए हेडक्र्वाटर से बात की जाएगी। एसिड विक्टिम्स का मुफ्त इलाज हमारी जिम्मेदारी है। प्राइवेट हॉस्पिटल्स के जल्द ही इस बारे में बैठक बुलाई जानी है। - डॉ। निशांत गुप्ता, जनरल सेक्रेटरी,आईएमए