करोड़ों का है बकाया
लंबे समय से नगर निगम का करोड़ों रुपया बकाएदारों की पॉकेट में पड़ा हुआ है। इसे वसूल कर रेवेन्यू बढ़ाने की निगम की सारी कोशिशें अब तक बेकार ही साबित हुई हैं। टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से बकाएदारों की लिस्ट तो तैयार होती रही है। मगर कलेक्शन नहीं हो पाया। सीवरेज, वाटर और हाउस टैक्स के रूप में दर्जनों सरकारी और गैर सरकारी फर्मों पर करोड़ों का बकाया है। दो महीने पहले भी नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह ने ऐसे बकाएदारों को नोटिस जारी किया था। लेकिन कुछ खास कलेक्शन नहीं हो पाया था। अब ये लिस्टिंग नए सिरे से करवाई जा रही है।
4 महीने में 10 करोड़ का टारगेट
फाइनेंशियल ईयर खत्म होने में सिर्फ चार महीने बाकी रह गए हैं। सोर्सेज के अकॉर्डिंग निगम को इन 4 महीनों में 10 करोड़ की वसूली करनी है। ऐसे में निगम के बड़े बकाएदारों पर गाज गिरना तय है। टारगेट अचीव करने के लिए मेयर हर वीक रिलेटेड कर अधीक्षक के साथ मीटिंग कर वसूली का ब्यौरा लेंगे।
पहले भेज रहे नोटिस
निगम शुरुआती फेज में सभी बकाएदारों को नोटिस भेज रहा है। अगर निर्धारित समय के अंदर टैक्स का भुगतान नहीं होता है, तो बकाएदार के खिलाफ आरसी काट कर उसकी संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया जाएगा। बैठक के दौरान मेयर डॉ। तोमर ने यह स्पष्ट कर दिया कि यह सारी कार्रवाई केवल कागजों तक ही सीमित नहीं रहेगी।
ये हैं कुछ बड़े बकाएदार
मिशन हॉस्पिटल
प्रभा थियेटर
सेमसन पी। लाल
इस्लामिया गल्र्स इंटर कॉलेज
मैसर्स राधे श्याम जुनेजा
मैसर्स रीयल स्टेट
एस पी इंटर कॉलेज
आर्य समाज अनाथालय
7 दिनों में लगेगी लिस्ट
अगले 7 दिनों के अंदर सिटी के अय्यूब खां चौराहा और नगर निगम परिसर में ऐसे गैर सरकारी फम्र्स की लिस्ट लगाई जाएगी। जो लंबे समय से निगम का पैसा दबाकर बैठे हैं। नगर निगम में निर्माण विभाग के बगल की दीवार पर तो अय्यूब खां चौराहे पर सीतापुर हॉस्पिटल के बगल में बकाएदारों की लिस्ट चस्पा की जानी है।
सिटी के डेवलपमेंट के लिए निगम को फंड चाहिए। बरेलियंस से मेरी अपील है कि वह समय से टैक्स जमा करें। जिन लोगों ने काफी समय से टैक्स जमा नहीं किया हैं विभाग उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।
-डॉ। आई.एस तोमर, मेयर