-डीएम ने जारी किए निर्देश, कोविड अस्पतालों में स्टाफ रहे अलर्ट
-एल-1, एल-2 और एल-3 लेवल के अस्पतालों के आइसीयू में बेड, आक्सीजन उपलब्धता को जांचा गया
बरेली : कोविड संक्रमण का फैलाव बढ़ता जा रहा है। बरेली में संक्रमण को नियंत्रित रखने के लिए डीएम नितीश कुमार ने 31 मार्च को खत्म होने वाले आपदा अधिनियम को 30 जून तक बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि मास्क नहीं लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई के लिए निर्देश जारी हुए हैं। बाजार में लोगों को शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए काम करना होगा। संक्रमण सिर्फ वायरल की तरह नहीं है, इसके दुष्परिणाम भी सामने आते हैं।
उन्होंने एल-1, एल-2 और एल-3 अस्पतालों में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को चौबीस घंटे अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा है। मौजूदा समय में एसआरएमएस और 300 बेड के स्टाफ को अलर्ट मोड पर रखा गया है। संक्रमण और फैला तो रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज को एल-3 लेवल का अस्पताल दोबारा बनाया जाएगा। सभी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड में प्रत्येक बेड में ऑक्सीजन, बायो मेडिकल वेस्ट के लिए उचित व्यवस्था, कोविड मरीजों के लिए अलग से एंबुलेंस सुनिश्चित की जा रही है। डीएम ने बताया कि शासन की तरफ से भी एल-1, एल-2 और एल-3 अस्पतालों को दोबारा सक्रिय करने के निर्देश जारी किए थे। डीएम खुद भी अस्पतालों की व्यवस्था को देखने के लिए निरीक्षण कर रहे हैं।
कांटेक्ट ट्रे¨सग पर ज्यादा जोर
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ। डीएस नेगी की तरफ से जारी पत्र में सभी अस्पतालों को फिर से सक्रिय किए जाने के निर्देश दे दिए गए हैं। उधर, टीकाकरण केंद्रों में करीब 25 फीसद क्षमता बढ़ाई जा रही है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाने के भी पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए है। फिर से केंद्रीयकृत सैंप¨लग और टे¨स्टग शुरू होगी। कांटेक्ट ट्रे¨सग पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है।
निजी अस्पतालों की लिस्ट भी तैयार
2020 में संक्रमण बढ़ने पर निजी अस्पतालों को अधिग्रहित किया गया था। इस दफा भी ऐसी सूरत बनने पर ऐसे अस्पतालों का चयन होगा, जिसमें प्रवेश और निकासी के द्वार अलग-अलग होंगे। अस्पताल में 24 घंटे डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ तैनाती और आईसीयू की सुविधा होगी।
लोगों को संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनने चाहिए। शारीरिक दूरी का ख्याल भी रखना चाहिए। मानक वही पुराने है, बस उनका पालन करके संक्रमण से बचा जा सकता है।
-नितीश कुमार, डीएम बरेली