-सर्विलांस सेल ने लूट का किया खुलासा, 5 गिरफ्तार
-तीन बदमाशों ने की लूट, तीन मुखबिरी व बंटवारे में शामिल
बरेली- शाही के मिर्जापुर में एक माह पहले ज्वेलर पिता-पुत्र से लाखों रुपए के गहनों की लूट का मास्टरमाइंड दिव्यांग निकला है। उसने अपने दो साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया था। इसमें चाचा-भतीजे ने मुखबिरी की थी और रोडवेज के ड्राइवर के घर माल का बंटबारा किया गया था। सर्विलांस सेल ने शाही पुलिस की मदद से वारदात का खुलासा कर 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन रोडवेज ड्राइवर अभी फरार है। पुलिस ने बदमाशों के पास से लूटी गई ज्वैलरी व असलहे बरामद किए हैं।
मुठभेड़ के दौरान पकड़े तीन बदमाश
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि शाही थाना के मिर्जापुर में 15 जुलाई की रात में दुकान से घर लौट रहे ज्वेलर छोटेलाल गंगवार व उनके बेटे दुर्गपाल से बाइक सवार तीन बदमाशों ने लूट की थी। लूट के खुलासे के लिए पुलिस व सर्विलांस व क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया था। टीम को सूचना मिली कि लूट में शामिल बदमाश बाइक से आ रहे हैं। सूचना पर टीम पहुंची और बाइक सवारों को रुकने के लिए बोला तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग से कांस्टेबल विनीत घायल हो गया। पुलिस की जवाबी फायरिंग में बदमाश जगपाल निवासी प्रहलादपुर तिलहर और विपुल निवासी गुरगावां तिलहर पैर में गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस ने मास्टमाइंड दिनेश निवासी सिंह कॉलोनी तिलहर व मूल निवासी इश्वरा कटरा शाहजहांपुर को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर उनके साथी नन्हें व उसके भतीजे छत्रपाल निवासी ठिरिया खुर्द को गिरफ्तार कर लिया गया।
चाचा-भतीजे और दामाद की प्लानिंग
सर्विलांस प्रभारी एसआई जावेद खां ने बताया कि बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि नन्हें, छत्रपाल और प्रेमशंकर ने मिलकर लूट की योजना बनाई थी। नन्हें और छत्रपाल मीरगंज के ठिरिया गांव के रहने वाले हैं। उनके यहां पर दिनेश आता था। नन्हें ने दिनेश को बताया कि ज्वैलर रात में दुकान का सामान लेकर लौटता है, इसे लूटा जा सकता है। जिसके बाद दिनेश अपने दोनों साथियों के साथ नन्हें के घर 14 जुलाई को पहुंचे और दोनों ने दुकान की रेकी करा दी। उसके बाद सभी नन्हें के घर रात में रुके। 15 जुलाई को भी दिन में रैकी की गई, उसके बाद रात में दिनेश व उसके दो साथी बाइक से लूट करने गए।
हॉर्न बजाकर दिया था सिग्नल
पुलिस के मुताबिक दिनेश कुख्यात क्रिमिनल है। वह पहले भी कई लूट में शामिल रहा है। उसकी एक टांग हादसे में टूट गई थी, जिसकी वजह से वह दिव्यांग हो गया था। वह ही बाइक चलाकर लेकर गया था। प्लान के तहत वह बाइक पर बैठा रहा था और जगपाल और विपुल आगे पैदल खड़े हो गए थे। प्लान के तहत दिनेश ने ज्वैलर्स के आने पर बाइक का हार्न बजा दिया। जिसके बाद दोनों साथी ज्वैलर्स की बाइक के सामने आ गए और बैग छीनने लगे। ज्वैलर के बेटे ने विरोध किया और एक बदमाश को नीचे गिरा दिया तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। डर के चलते उन्होंने बैग छोड़ दिया और उसके बाद बदमाश रात में रोडवेज ड्राइवर प्रेमशंकर के घर पहुंच गए। यहां पर माल का बंटवारा किया गया और सभी रात में सोने के बाद दूसरे दिन सुबह शाहजहांपुर के लिए निकल गए। दिनेश पर पहले से 4, जगपाल पर 3 और विपुल पर 8 मुकदमें शाहजहांपुर के अलग-अगल थानों में दर्ज हैं।
यह माल हुआ बरामद
2 लाख नकद
11 तोला सोने की ज्वैलरी
8.6 किलो चांदी की ज्वैलरी
3 तमंचा, 6 जिंदा कारतूस
एक बाइक