फैक्ट एंड फिगर
कहां कितनी लागत से होगा काम
51.52 लाख : फरीदपुर
46.21 लाख : बहेड़ी कताई मिल
21 लाख : सनसिटी
103.20 लाख : मीरगंज
33.69 लाख : बीसलपुर चौराहा
19.24 लाख बरेली अर्बन
52.15 लाख बरेली रूरल


19.24 लाख : राजेंद्र नगर लाइन मरम्मत
87.30 लाख : बरेली रूरल
88.98 लाख : 33 केवीए कंट्रोल पैनल बरेली रूरल
103.20 लाख : 33 केवीए कंट्रोल पैनल बरेली अर्बन

बरेली (ब्यूरो)। पिछले काफी दिनों से बरेलियंस बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं। सबसे ज्यादा प्रॉब्लम रूरल एरिया के लोगों को झेलना पड़ रही है। शहर के भी कुछ मोहल्लों में यह समस्या देखने को मिल रही है। ऐसे में विभाग की तरफ से सब स्टेशन्स को पॉवरफुल बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए शासन की तरफ से पैसा भी स्वीकृत कर दिया गया है। जिले के सात सब स्टेशन्स पर सात करोड़ रुपए की लागत से विद्युत क्षमता में वृद्धि की जाएगी। इससे लोगों को बिजली संकट से राहत मिल सकेगी। इसका काम मई लास्ट तक पूरा होना तय है।

कटौतीमुक्त होगी बिजली
काफी दिनों से बिजली कटौती से बरेलियंस परेशान हो गए हैं। रोज-रोज इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बढ़ती गर्मी में घंटो तक बिजली न आने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा समस्या रूरल एरिया के लोगों को उठानी पड़ रही है। नगर के कुछ मोहल्लों में तो बिजली का संकट हमेशा बना रहता है। सब स्टेशन्स की पॉवर में वृद्धि होने के बाद सबको इस प्रॉब्लम से छुटकारा मिल सकेगा।

ओवरलोडिंग की समस्या होगी दूर
गर्मी के बढऩे से ओवरलोडिंग की समस्या भी बढऩे लगी है, जिससे फॉल्ट होने का डर लगा रहता है। ओवरलोडिंग की मेन वजह गर्मी में एसी, कूलर का अधिक चलना है। इस ओवरलोडिंग क कारण लोगों को ट्रिपिंग की समस्या से जूझना पड़ रहा है। इस समस्या से भी जल्द ही छुटकारा मिल जाएगा।

मई लास्ट तक होना है कार्य
जिले के सात सब स्टेशन में पांच एमवीए की वृद्धि किया जाना निश्चित किया गया है। इनमें विद्युत क्षमता वृद्धि का कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाना है। इसके मई लास्ट तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसको लकर विभाग की ओर से तेजी से कार्य किया जा रहा है।

रूरल को 18, अर्बन को 22 घंटे लाइट
रूरल को 18 घंटे तथा अर्बन एरिया को 22 घंटे लाइट देने का शेड्यूल निर्धारित किया गया है। 10 दिनों से रूरल एरिया में मात्र छह से सात घंटे ही लाइट आ रही है। उसमें भी ट्रिपिंग हो रही है। डिस्ट्रिक्ट में अधिकांश जगहों का यह ही हाल था। ऐसे में लोगों की तमाम कंप्लेंट्स भी विभाग के पास पहुंचीं। क्षमता में वृद्धि किए जाने के बाद उपभोक्ताओं की ये प्रॉब्लम दूर हो सकेगी।

वर्जन
कंज्यूमर्स को लाइट की समस्या न हो, इसके लिए सात सब स्टेशन्स में विद्युत क्षमता में वृद्धि की जानी है। बाकी में मरम्मत का कार्य होना है, जिससे लोगों को आने वाले समय में बिजली कटौती से मुक्ति मिल सके। -संजय जैन, चीफ इंजीनियर