- सीएम ऑफिस से मांगा गया वैक्सीन वेस्टेज का ब्यौरा

- स्टेट लेवल पर तैयार किया जा रहा डाटा

बरेली : कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिले में दो कंपिनयों की वैक्सीन लगाई जा रही हैं। इसमें ज्यादा मात्रा में खपत कोविशील्ड की हुई है। कोवैक्सीन देरी से आने के चलते इसकी डोज कम लोगों को लगाई जा सकी है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से वैक्सीन की बर्बादी को लेकर सवाल उठाए गए तो शासन को भी इसकी चिंता सताई।

शासन ने मांगा ब्यौरा

शासन से जानकारी मांगे जाने के बाद जिले में वैक्सीनेशन की स्थिति की पड़ताल शुरू हुई। सीएमओ डॉ। एसके गर्ग ने जिला प्रतिरक्षण अधिकारी से तत्काल जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसके बाद देखा गया कि जिले में कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान जनवरी माह से शुरू हुआ। इसमें पहले चरण में करीब स्वास्थ्य कर्मियों का वैक्सीनेशन किया गया। दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन लगाई गई। वहीं अब तीसरे चरण की प्रक्रिया चल रही है। इसमें अब तक कुल मिलाकर 83550 वैक्सीन की वायल इस्तेमाल में लाई गईं। जिसमें से 76913 वैक्सीन की वायल ही वैक्सीनेशन किए जाने में खर्च की गई। जबकि 6637 वैक्सीन की वायल बिना इस्तेमाल हुए ही बर्बाद हो गई। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक जिले में आठ फीसद वैक्सीन को बिना इस्तेमाल किए ही बर्बाद हो गई।

38.83 फीसदी हुआ वैक्सीनेशन

जिले में इन दिनों तीसरे चरण का वैक्सीनेशन चल रहा है। इसमें 35 से 60 वर्षीय बीमार लोगों और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। इसके अलावा प्रथम डोज लगवा चुके स्वास्थ्य कम्रियों व फ्रंटलाइन वर्करों का वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है। थर्सडे को जिले में वैक्सीनेशन के लिए 26360 लोगों का लक्ष्य रखा गया था। इसमें से लक्ष्य के सापेक्ष मात्र 10234 लोगों का वैक्सीनेशन ही किया जा सका। हालांकि बीते दिनों के आंकड़े देखें तो यह संख्या काफी बढ़ गई है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाण् आर एन सिंह ने बताया कि थर्सडे को 38.83 फीसदी वैक्सीनेशन हुआ है।

आंकड़ों में समझिए स्थिति

- 83550 वायल वैक्सीन की निकाली गई

- 76913 वायल वैक्सीन की बर्बाद हुई

- 8 फीसदी वायल कुल वैक्सीन की हुई बर्बाद

वर्जन

शासन से जिले में बर्बाद हुई वैक्सीन की जानकारी मांगी गई थी। जानकारी एकत्र कर शासन को भेज दी गई है। कुल मिलाकर 8 फीसदी वैक्सीन बर्बाद हुई है।

- डॉ। एसके गर्ग, सीएमओ