बरेली (ब्यूरो)।शहर के डेवलपमेंट का एक्शन प्लान सैटरडे को नगर निगम में पेश किया गया। नगर निगम स्थित महापौर कार्यालय में हुई निगम के कार्यकारिणी की विशेष बैठक में 509 करोड़ का बजट पास हुआ, बैठक की अध्यक्षता मेयर डॉ। उमेश गौतम कर रहे थे। इस बार बजट में महंगाई को ध्यान में रखते हुए पहले की तुलना में कुछ परिवर्तन किया गया हैैं। बजट में पेयजल, पर्यावरण व सडक़ निर्माण जैसे अहम विषयों पर खास ध्यान दिया गया हैैं। इस बार का बजट आचार संहिता की वजह से दो माह देरी से पेश हुआ हैैं।

बैठक में नाराज हुए मेयर
सैटरडे को निगम में हुई बैठक में विज्ञापन से कम आय होने पर मेयर ने नाराजगी जाहिर की। इसको लेकर मेयर ने विज्ञापन पर भी ध्यान देेने के निर्देश दिए। बैठक में इस विषय पर काफी देर चर्चा होती रही। इसको लेकर निगम की आय विज्ञापन के सहारे बढ़ाने को लेकर मजबूत प्लान बनाने की बात कहीं। इसमें मेयर ने विज्ञापन का बजट बढ़ाकर तीन करोड़़ से पांच करोड़ कर दिया हैैं।

आय बढ़ाने का होगा प्रयास
बैठक में निगम की आय बढ़ाने को लेकर महापौर ने कहा निगम के स्त्रोतों से अधिक से अधिक आय प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा। जिससे विकास के कार्यों व निगम का अनुरक्षण व्यय पूरा हो सकें। साथ ही नगर के प्रकाश, सफाई, पेयजल व सडक़ों आदि की जन सुविधाओं को ध्यान में रखा जाए। जिससे नगर वासियों को अधिक से अधिक सुविधाएं दी जा सकें।

हर घर जल देने का संकल्प
शहर में लोगों को साफ पानी न आने की समस्या से निजात दिलाने के लिए व साफ पानी को शहर के हर कोने में पहुंचाने के लिए बैठक में पेयजल आपूर्ति के लिए 25 करोड़ रुपए का बजट पास किया गया हैैं। जिसमें शहर में चौबीस घंटो व सातों दिन साफ जल की सुविधा देने पर विशेष जोर दिया गया हैैं। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को पर भी खासा ध्यान देने पर चर्चा की गई। एसटीपी एक प्रकार का अपशिष्ट जल उपचार है, जिसका उद्देश्य सीवेज से दूषित पदार्थों को निकालना है, जो आसपास के वातावरण में डिस्चार्ज के लिए उपयुक्त है। जससे जल प्रदूषण को रोका जा सकें।

हंगामे के साथ हुआ बजट पेश
हंगामे के बीच सैटरडे को नगर निगम की बोर्ड बैठक में 510 करोड़ का बजट पेश हुआ। सर्वसम्मति से इसे मंजूरी भी मिल गई। इस बजट से वित्तीय वर्ष 2022-23 में शहर में विकास कार्य कराए जाएंगे। बजट में पब्लिक को फैसेलिटी देने के लिए बजट को पहले से भले ही बढ़ाया गया हो। लेकिन जमीनी स्तर पर बजट किस तरह से इंप्लीमेंट होता हैैं यह देखना भी महत्वपूर्ण होगा।

डीजल खर्च में हुई बढ़ोत्तरी
डीजल के दामों में वृद्धि देखते हुए निगम ने अपने वाहनों पर होने वाले डीजल खर्च को भी बढ़ा दिया हैैं। डीजल खर्च पहले आठ करोड़ रुपए से बढक़र इस बार 10 करोड़ कर दिया गया हैैं। इसको लेकर बैठक में कहा गया हैैं कि पहले के मुकाबले निगम में वाहनों की संख्या में वृद्धि हुई हैैं।

पर्यावरण पर भी हैैं फोकस
शहर में तालाबों व वॉटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए निगम की ओर से 15 करोड़ आवंटित किए गए हैैं। पर्यावरण को संरक्षित करने को लेकर कहा गया कि विकास के साथ ही पर्यावरण का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी हैैं। सीवर विस्तार के लिए 10 करोड़ रुपए आंवटित किए गए हैैं।

सडक़ें हों पक्की
सडक़ निर्माण के लिए निगम निधि से 50 करोड़ व 15वेें वित्त से 44 करोड़ दिया गया हैैं। इससे शहर में सडक़ों के विस्तार से लेकर मरम्मत भी होगी। शहर की सडक़ो पर स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए आठ करोड़ आवंटित किए गए हैैं.जिसमें तीन करोड़ निगम निधि से दिया जाएगा। बजट बैठक में उपसभापति कार्यकारिणी के सभी पार्षद, नगर आयुक्त व अन्य अफसर मौजूद रहे।

फैक्ट एंड फिगर
510-करोड़ का हैैं कुल बजट
25-करोड़ पेयजल आपूर्ति
10-करोड़ डीजल आपूर्ति
10-करोड़ सीवर विस्तार
15-करोड़ से पर्यावरण संरक्षण
05-करोड़ विज्ञापन