बरेली(ब्यूरो)। शहर को स्वच्छ व साफ रखने को लेकर नगर निगम की ओर से बड़े-बड़े दावे किए जाते हैैं। लेकिन, जमीनी हकीकत इससे काफी जुदा है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में डेयरी वेस्ट नालियों में छोड़ा जा रहा है। जिससे नाले-नालियांं चोक हो रही हैैं। लेकिन, नगर निगम कार्रवाई मात्र से ही अपनी पीठ थपथपा रहा है। जिससे गंदगी के साथ ही बीमारियों के फैलने की संभावना बनी हुई हैै। गलियों में संचालित हो रही डेयरियों द्वारा नालियों में गोबर बहाया जा रहा है। लेकिन, इन सबके आगे नगर निगम बेबस नजर आ रहा है। आलम यह है कि पिछले ढाई साल में नगर निगम शहर में चल रही डेयरियों पर सवा पांच लाख रुपए से अधिक का जुर्माना लगा चुका है, इसके बावजूद डेयरी संचालक नालियों में वेस्ट बहाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
होती है कार्रवाई
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। अशोक कुमार ने बताया कि डेयरी वेस्ट नालों में जाने से नाले चोक होते हैैं। इसको लेकर कई बार जुर्माना डालकर कार्रवाई की गई है। डेयरी संचालक डेयरी के अंदर टैंक बनवाकर इसका निस्तारण कर सकते हैैं। ताकि यह नालों में न जा सके।
नाकाफी साबित हो रही कार्रवाई
नगर निगम से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020-21 में डेयरी का गोबर नाली में बहाने वालों का दो लाख 35 हजार रुपए का चालान किया गया। वहीं वर्ष 2021-22 में 52 डेयरी संचालकों का दो लाख रुपए से अधिक का चालान किया गया। चालू वित्तीय वर्ष में भी मई तक शहर में 10 डेयरी संचालकों पर 20 हजार रुपए से अधिक का जुर्माना लगया जा चुका है। नगर निगम की लगातार कार्रवाई के बाद भी डेयरी संचालक वेस्ट नालियों में छोड़ रहे हैैं।
सिरदर्द साबित हो रहा यह वेस्ट
निगम के नाला सफाई अभियान का भी डेयरी संचालकों पर कोई असर नहीं पड़ा। उनके द्वारा बदस्तूर नाले में गोबर बहाया जा रहा है। यह बात पुष्टि करती है कि निगम की ओर से डेयरियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है। नालों में बहता डेयरी वेस्ट पब्लिक के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है। डेयरी वेस्ट नालों में बहने से वे चोक होकर ओवरफ्लो हो जाते हैैं, जिससे नाले का गंदा पानी सडक़ पर बहने लगता है और पब्लिक को खासा परेशानी का सामना करना पड़ता है। साथ ही निगम को भी अतिरिक्त खर्च करके नाले को साफ करना पड़ता है।
सीन 1
बदायंू रोड
बदायंू रोड किनारे सैैंकड़ों डेयरियां संचालित हो रही हैैं। साथ ही डेयरी वेस्ट को नाले में बहाया जा रहा है। यहां बदायंू रोड पेट्रोल पंप के सामने वाजपई डेयरी द्वारा अब भी नाले में वेस्ट बहाया जा रहा है।
सीन 2
सुभाष नगर
घनी आबादी वाले सुभाष नगर में भी छोटी-बड़ी सैैकड़ों डेयरियां संचालित हो रही हैैं। इसके साथ ही इनसे निकलने वाले वेस्ट को नालियों में बहाया जा रहा है।
सीन 03, चौपुला बगिया
यहां गलियों में पशुपालन किया जा रहा है। जिससे निकलने वाला डेयरी वेस्ट नालियों में छोड़ा जा रहा है। साथ ही इस वजह से एरिया में बीमारियों के फैलने की संभावना बनी हुई हैैं।
वर्जन
नालों में डेयरी वेस्ट बहाने वालों पर समय-समय पर कार्रवाई की जाती है। वेस्ट के कारण बार-बार नाले-नालियां चोक होने की समस्या आती है, जिसके बाद कार्रवाई कर उन्हें साफ कराया जाता है।
-डॉ। अशोक कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम