(बरेली ब्यूरो)। ट्रैफिक रुल्स के प्रति पब्लिक की उदासीनता की वजह से शहर में लगातार सडक़ हादसे होते रहते हैैं। पब्लिक की सेफ्टी के लिए बनाए गए रुल्स को तोडऩे में कुछ लोगों को अलग ही आनंद मिलता है। लेकिन ट्रैफिक रुल्स को तोडऩे का रिजल्ट तोडऩे के वाले के साथ-साथ दूसरों को भुगतना पड़ता है। शहर में लोग यातायात नियमों को किस तरह से लगातार ताक पर रख रहे हैैं। इसे जानने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की है।
क्या कहता है नियम
मोटर व्हीकल एक्ट के मुताबिक हेलमेट न होने पर 1000 रुपए की पेनेल्टी पड़ती है, आरसी न होने पर 5000 रुपए की पेनेल्टी लगती है, डीएल न होने पर 5000 रुपए की पेनेल्टी पड़ती है और सीटबेल्ट न लगाने पर 1000 रुपए की पेनेल्टी देनी होती है।
अभियान भी हो रहे बेअसर
लोगों को सडक़ सुरक्षा के बारे में बताने व जागरूक करने के लिए जिम्मेदारों की तरफ से समय-समय पर जागरुकता अभियान चलाया जाता है। साथ ही स्कूलों के माध्यम से भी समय-समय पर जनता को ट्रैफिक रुल्स को फॉलो कराने के उद्देश्य से जागरूकता रैली का भी आयोजन किया जाता है। उसके बावजूद भी पब्लिक में अवेयरनेस की कमी नजर आ रही है।
हेलमेट न लगाने पर सबसे ज्यादा चालान
पिछले साल जनवरी से दिसंबर तक जिले में हेलमेट के 25971, डीएल के 10526, सीट बेल्ट के 7512 और आरसी के 3280 चालान कर कार्रवाई की गई। इतना ही नहीं सभी से विभाग ने जुर्माना भी वसूला। । इसके बाद भी सडक़ों पर बरेलियंस को ट्रैफिक नियमों को तोड़ते हुए आसानी से देखे जा सकता है। इस तरह की लापरवाही से लोग खुद की सेफ्टी के साथ तो खेलते ही हैैं और सडक़ पर चल रहे लोगों के लिए भी मुसीबत पैदा करते हैैं।
बनाते हैैं बहाने
शहर में बिना हेलमेट वालों से जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने हेलमेट न पहनने का कारण पूछा तो वो कुछ अलग तरह के बहाने बनाने लगे। कई लोग तो हेलमेट को अपने हाथ में लटकाए हुए दिखे और कई लोग हेलमेट के डिग्गी में रखे होने की बात कहते नजर आए। कुछ वाहन सवारों कहना था कि जल्दी में भूल गए। इस तरह के बहाने से वो एक बार चालान कटने से बच सकते हैैं लेकिन इस तरह से हेलमेट की अनदेखी से होने वाली दुघर्टना से नहीं बच सकते हैैं।
वर्जन
मैं हेलमेट इसलिए नहीं लगाता क्योंकि मेरे बाल खराब हो जाते हैैं। हेलमेट काफी भारी होता है इससे सिर दुखने लगता है।
-असिफ
दुकान पर थोड़ा सामान लेने जा रहा था। बस पास में ही घर है। मैैं हमेशा ट्रैफिक रूल्स फॉलो करता हूं और मैैं हमेशा हेलमेट लगाता हूं।
-आशुतोष
थोड़ा जल्दी में थी। इसलिए हेलमेट लगाना ध्यान नहीं रहा। स्कूटी की डिग्गी में ही रखा है हेलमेट। हमेशा पहनती हूं
-सीमा
हेलमेट लगाने के बाद सिर में दर्द होता है। इसलिए मैं लंबे समय तक हेलमेट नहीं लगा पाता। वैसे भी ज्यादातर लोग ऐसे ही गाड़ी चला रहे हैैं।
-विवेक
शहर में टैफिक नियमों का पालन न करने वालों के लिए लगातार चेकिंग चलती रहती है। सभी को ट्रैफिक नियमों का पालन करने की आवश्यकता है।
-राम मोहन सिंह, एसपी ट्रैफिक
फैक्ट एंड फिगर
25971-हेलमेट न लगाने पर काटे गए चालान
10526-चालान डीएल पर हुए
7512-चालान सीट बेल्ट के लिए किए गए थे
3280- चालान आरसी न होने पर की गई कार्रवाई