बरेली(ब्यूरो)। नली निहारी की जगह नाली निहारी हो इसका नाम इस पोस्ट ने बरेलियंस की आंखे खोल दी है। जी हां कुछ इसी तरह की एक पोस्ट पर बरेलियंस ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नाराजगी जताई और जिम्मेदारों पर सवाल खड़े किए। दरअसल शहर के कोतवाली एरिया के आजम नगर में नाली किनारे कचरे के बीच दिल्ली की मशहूर मुगलई नली निहारी बनाई जा रही थी। उस एरिया से गुजर रहे शहर के एक आरटीआई एक्टिविस्ट ने उस की पिक क्लिक करके सीएम, डीएम बरेली और एफएसडीए लखनऊ को ट्वीट कर कार्रवाई की मांग की। इसके बाद बरेलियंस ने जब नली निहारी को पकाए जाने की हकीकत देखी तो तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। आखिर एफएसडीए डिपार्टमेंट अभी तक क्या कर रहा है। जो खाने पीने की चीजों को नाला किनारे पकाया जा रहा है उसे होटल पर भी बेचा जा रहा है। पढि़ए लोगों की प्रतिक्रिया और नली निहारी के पकाए जाने की हकीकत
दिल्ली की है फेमस डिश
शहर के लोगों की माने तो दिल्ली में फेमस मुंगलई नली निहारी की खास डिमांड रहती है। इसको रमजान में भी लोग इफतारी के बाद यूज करते हैं लेकिन जब इसको नाले किनारे गंदगी के बीच पकाए जाने की फोटो देखी तो बरेलियंस ने नाराजगी जताई। बरेलियंस का कहना है कि इनके होटल पर भी एफएसडीए को एक्शन लेना चाहिए। ताकि लोगों को शुद्ध खाने पीने के आईटम मिल सकें।
लोगों के कमेंट्स
जावेद मलिक गद्दी : शायद नाले वाली गैस से बनाते हों
समयुन खान : बहुत अजीब बात है ये
कुलजीत सिंह अरोरा : जी बेशक भाई साहब लोगों की सेहत से खिलवाड़ है।
सैयद हैदर अली : न समझ सेहत बनाने के लिए खाते हैं, और सेहत से खिलवाड़ करते हैं।
अजहर हुसैन आगा : इनकी दुकान पर बहुत भीड़ रहती है, जब भी गुजरा उधर से तो देखा। लोग जायके पर मरते हैं उन्हें हाईजीन से कोई मतलब नहीं।
शाहनाज कुरैशी: गुड जॉब
बरकत नबी खान: नली निहारी की जगह नाली निहारी हो इसका नाम वहां ज्यादातर होटल खतरनाक हैं खाना चेक होना चाहिए।
नदीम प्रिंस: खाने वालों की भी आंखे बंद हैं
मो। आरिफ: अफसोस होता है देखकर
मो। जाबिर कुरैशी: मोहल्ला दिन व दिन बदतर होता जा रहा है।
शाहजेब हसन: पोस्ट के बाद आंखे खोलो
लकी शाह: हकीकत
नफीस अहमद आजाद फरुखी: इस पोस्ट ने आंखे खोल दी।
जावेद सिद्दीकी: औषधि एवं खाद विभाग को इसका संज्ञान लेकर कार्रवाई करना चाहिए।
बोले अधिकारी
गली मोहल्लों में भी कोई अगर गंदगी के बीच खाने पीने के आइटम पका रहा तो गलत है। इस तरह का अभी कोई मामला संज्ञान नहीं आया है। अगर इस तरह का कोई मामला संज्ञान आता है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
धर्मराज मिश्र, मुख्य अभिहीत अधिकारी
शहर में बगैर लाइसेंस के चल रहे होटल रेस्तरां पर एफएसडीए के अफसरों को कार्रवाई करनी चाहिए। समय समय पर जांच भी करनी चाहिए। दूषित खाद्य पदार्थ तैयार कर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर बेचने वालों पर नकेल कसने के लिए प्रशासन और भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) शिकंजा कसता है। इसमें सजा और जुर्माने का प्रावधान है।
मुहम्मद ख़ालिद जीलानी (उपभोक्ता मामलों के वरिष्ठ अधिवक्ता एंव आरटीआई एक्टिविस्ट)