(बरेली ब्यूरो)। कोरोना काल ने विश्व में स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां पेश की तो इन चुनौतियों से निपटने की सामथ्र्य की भी परीक्षा ली। यह परीक्षा देश के लिए भी बड़ी चुनौती बनी, पर सरकार, साइंटिस्ट और हेल्थ डिपार्टमेंट के संयुक्त प्रयास के साथ ही सोशल सपोर्ट से यह चुनौती आखिरकार बौनी साबित हुई। आज विश्व स्वाथ्य दिवस है। इस दिवस को मनाने मकसद ही यही है कि विश्व में सभी को समान स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हो सकें। कोरोना महामारी से बचाव के लिए जन-जन तक पहुंची कोविड वैक्सीन ने इस मकसद को काफी हद तक पूरा किया है। बरेली में तो यह मकसद 100 परसेंट से अधिक पूरा हुआ है। जिले की आबादी भले ही 51 लाख के पार हो, पर हेल्थ डिपार्टमेंट अब तक करीब 36.50 लाख बरेलियंस की बाहों पर 70 लाख डोज वैक्सीन इंजेक्ट कर चुका है। वैक्सीनेशन के इस महाअभियान से जिले में कोरोना की तीसरी लहर पूरी तरह निष्प्रभावी रही।
बरेलियंस की बॉडी में 3500 लीटर वैक्सीन
हेल्थ डिपार्टमेंट के कोविड वैक्सीनेशन आंकड़ों के अनुसार अब तक 18 प्लस एज ग्रुप में 33,34,859 को फस्र्ट डोज तो 30,50,788 को सेकेंड डोज लगाई जा चुकी है। इस तरह इस एज गु्रप में 63.85 लाख से अधिक डोज वैक्सीन लग चुकी है। इसी तरह 15 प्लस एज गु्रप में अब तक कुल 4,47,760 डोज वैक्सीन और 12 प्लस एज गु्रप में 44,517 डोज वैक्सीन लग चुकी है। इस तरह अब तक बरेलियंस की बांहों में 69.78 लाख डोज वैक्सीन इंजेक्ट हो गई है। वैक्सीनेशन का यह आंकड़ा 5 अप्रैल यानी ट्यूजडे तक का है। वेडनेसडे को हुए वैक्सीनेशन से डोजेज का यह आंकड़ा करीब 70 लाख तक पहुंच गया। बैनीफीशियरी को एक डोज .5 एमएल की लगाई जाती है। वैक्सीन की 70 लाख डोज में यह मात्रा 35 लाख एमएल होती है और इसे लीटर में कंवर्ट करें तो यह 3,500 लीटर होती है।
18 प्लस का वैक्सीनेशन 104 परसेंट
जिले में कोविड वैक्सीनेशन की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां 18 प्लस एज ग्रुप का वैक्सीनेशन करीब 104 परसेंट अचीव हो चुका है। इस एज ग्रुप में 32.11 लाख को वैक्सीनेट करने का टारगेट फिक्स किया गया था, पर अब 33.35 लाख को फस्र्ट डोज और 30.51 लाख को सेकेंड डोज लगाई जा चुकी है।
15 प्लस का टारगेट 85 परसेंट अचीव
किशोरों को कोरोना के खतरे से बचाने के लिए देश में 15 से 17 साल के किशोरों का वैक्सीनेशन बीते वर्ष नवंबर से शुरू हुआ था। हेल्थ डिपार्टमेंट ने जिले में इस एज ग्रुप के 3,11,989 किशोरों को वैक्सीनेट करने का टारगेट फिक्स किया था। इनमें से अब 2,64,074 को फस्र्ट डोज तो 1,83,686 को सेकेंड डोज लग चुकी है। हेल्थ डिपार्टमेंट ने इस एज ग्रुप में फस्र्ट डोज का टारगेट 85 परसेंट अचीव कर लिया है।
12 प्लस का टारगेट 23.62 परसेंट अचीव
कोरोना को लेकर पेरेंट्स की टेंशन को दूर करने के लिए सरकार ने 16 मार्च से 12 से 14 साल तक के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू करा दिया। हेल्थ डिपार्टमेंट ने जिले में इस एज ग्रुप के 1,88,431 बच्चों को वैक्सीनेट करने का टारगेट फिक्स किया है। तब से स्कूलों में एग्जाम चलने और हेल्थ डिपार्टमेंट के मिशन इन्द्रधनुष योजना सहित अन्य योजनाओं में व्यस्त रहने से इनका वैक्सीनेशन धीमा चल रहा है। इससे अब जिले में 12 से 14 साल तक के 44,517 बच्चों का ही वैक्सीनेशन हो सका है। यह वैक्सीनेशन टारगेट का 23.62 परसेंट है।
हेल्थ वर्कर्स की मेहनत को सलाम
कोविड वैक्सीनेशन की सफलता में सबसे बड़ा योगदान हेल्थ वर्कर्स का रहा है। प्रभारी डीआईओ डॉ। केसी जोशी ने बताया कि वैक्सीनेशन में लगी एएनएम और दूसरे हेल्थ वर्कर्स शुरू से ही अपनी जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी के साथ पूरा कर रहे हैं। जिले में 18 प्लस का फस्र्ट डोज का टारगेट 103 परसेंट से अधिक और सेकेंड डोज का टारगेट भी 95 परसेंट से अधिक अचीव कर लेना उनकी मेहनत का ही परिणाम है। उनकी मेहनत को हम सभी को एप्रेसिएट करना चाहिए।