बरेली(ब्यूरो)। परिषदीय विद्यालयों के सुंदरीकरण के लिए शासन की ओर से कंपोजिट ग्रांट उपलब्ध कराई जाती है लेकिन, जिले के प्राथमिक और उच्च्च प्राथमिक विद्यालयों को वर्ष 2021-22 सत्र की कंपोजिट ग्रांट उपलब्ध ही नहीं कराई गई। यही कारण है कि कई स्कूलों में अव्यवस्थाएं बनीं हुई हैं। यूनाइटेड शिक्षक एसोसिएशन की ओर से बीएसए को पत्र भी दिया गया था। विभागीय अधिकारियों के अनुसार बैंक की तकनीकी दिक्कतों के कारण धनराशि स्कूलों को नहीं मिल सकी होगी। कई स्कूल ऐसे भी हैं जहां छात्र संख्या के सापेक्ष ग्रांट कम पहुंची थी। विद्यालयों में अव्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने और सुंदरीकरण के लिए शासन की ओर से कंपोजिट ग्रांट उपलब्ध कराई जाती है। 100 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों में 25,000 रुपये, 100 से 300 छात्र संख्या वाले विद्यालयों को 50000 रुपये, 300 से अधिक छात्र संख्या वाले स्कूल में 75000 रुपये और 1000 से अधिकच्बच्चों पर एक लाख रुपये तक कंपोजिट ग्रांट दी जाती है। जिला समन्वयक निर्माण अरङ्क्षवद कुमार के अनुसार शासन की ओर से इस सत्र की कंपोजिट ग्रांट उपलब्ध करा दी गई है, जिसे स्कूल प्रबंध समिति के खाते में दिया जा रहा है। कई स्कूलों को पिछले सत्र की कंपोजिट ग्रांट न मिलने पर उन्होंने बताया कि इस संबंध में शासन के साथ ही बैंक को पत्र दिया गया है।

यहां नहीं पहुंची कंपोजिट ग्रांट

फरीदपुर, बिथरी चैनपुर और क्यारा ब्लाक के 300 विद्यालयों को कंपोजिट ग्रांट नहीं मिल सकी है। बीएसए विनय कुमार ने बताया कि जिन विद्यालायों को ग्रांट उपलब्ध नहीं हुई है, उनकी ओर से बैंक खाता संख्या गलत अपलोड की गई होगी या बैंक की तकनीकी समस्या ग्रांट लैप्स हो सकती है।