- रोडवेज के बेड़े में आएंगी 22 एसी बसें

- बरेली से चार जगहों के लिए संचालित होंगी बसें

BAREILLY: अभी तक जनरल और गोल्ड लाइन बसों में हिचकोले खा रहे पैसेंजर्स अब एसी बसों में सुहाना सफर कर सकेंगे। जल्द ही रोडवेज के बेड़े में एसी बसों की इंट्री होने जा रही है। बरेली से जुड़े विभिन्न रूट्स पर एसी बसों के संचालन के लिए लखनऊ मुख्यालय से बरेली रोडवेज को हरी झंडी मिल गई है। स्टार्टिग में रोडवेज द्वारा कुछ खास चुनिंदा रूट पर ही एसी बसों का संचालन किया जाएगा। समय के साथ बाकी रूट्स को भी इनसे जोड़ दिया जाएगा। बरेली के अलावा कुछ और सिटीज को भी मुख्यालय से एसी बसों को चलाने का तोहफा मिला है।

बरेली से चलेंगी ख्ख् एसी बसें

रोडवेज के एआरएम प्रशासन नीरज अग्रवाल ने बताया कि बरेली को ख्ख् एसी बसें चलाने की परमीशन फिलहाल मिली है। अगर पैसेंजर्स का रिस्पांस पॉजिटिव रहा तो बसों की संख्या बढ़ायी जा सकती है। बसों को किन रूट पर चलाना है यह फाइनल हो चुका है। सभी बसें बरेली से कानपुर, कौशाम्बी, आगरा और मेरठ के लिए चलाई जाएंगे। इनमें से कानपुर ख्, कौशाम्बी क्0, आगरा ब् और मेरठ के लिए म् बसें संचालित होंगी। मुख्यालय से बरेली को जहां ख्ख् बसें चलाने की परमीशन मिली है। वहीं लखनऊ को 78 और आगरा को फ्ब् बसों का तोहफा मिला है।

फिलहाल वॉल्वो के सहारे

प्रजेंट टाइम में बरेली से दिल्ली के बीच दो वॉल्वो चल रही हैं मगर ये दोनों बसें बरेली परिवहन निगम के अंतर्गत संचालित न होकर गाजियाबाद परिवहन निगम के तहत संचालित हो रही हैं। हालांकि स्टार्टिग में दोनों वॉल्वो बसें बरेली के एकाधिकार में थीं। दिल्ली रूट के अलावा रामपुर, कानपुर, जयपुर, शाहजहांपुर, पीलीभीत सहित अन्य रूट्स पर साधारण और गोल्ड लाइन बसें ही संचालित हो रही हैं। न चाहते हुए भी मजबूरन पैसेंजर्स को इन बसों से जर्नी करनी होती हैं मगर एसी बसों के चलने से तमाम परेशानियों से पैसेंजर्स को काफी हद तक राहत मिलेगी।

तीन ने किए आवेदन

एसी बसों को चलाने के लिए रोडवेज के ऑफिसर्स ने लोगों से आवेदन मांगे थे। अब तक तीन लोग अनुबंध एसी बसें चलाने के लिए आवेदन कर चुके हैं। अनुबंधित बसें संचालित करने के लिए बस ओनर को ब् रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से रोडवेज को देने होंगे। ऑफिसर्स ने बताया कि आवेदन करने की लास्ट डेट फ्0 नवंबर है।

निर्देश मिलने के बाद एसी बसों के संचालन के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। इस संबंध में कुछ लोगों ने आवेदन भी किए हैं। फिलहाल ये बसें चार रूट्स पर चलाई जाएंगी।

-एसके शर्मा, आरएम, रोडवेज बरेली