बरेली (ब्यूरो)। रुहेलखंड विश्वविद्यालय कैंपस के बी-फार्मा तृतीय, चतुर्थ वर्ष और बीटेक तृतीय वर्ष के 21 छात्रों को बारादरी पुलिस ने भानासुसं के तहत शांतिभंग में पाबंद किया है। आपस में मारपीट करने वाले दोनों गुटों के सभी आरोपियों को मजिस्ट्रेट ने 50-50 हजार रुपये के व्यक्तिगत बांड इतनी ही धनराशि के दो जमानतदारों को लाने का आदेश दिया है। ऐसा नहीं करने पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है। वहीं इससे नाराज छात्रों ने बुधवार को हंगामा करते हुए कुलसचिव एवं चीफ प्राक्टर का घेराव किया। छात्रों की मांग थी कि उन्हें पुलिसिया कार्रवाई से मुक्त कराते हुए दोषी छात्रों के खिलाफ रुवि प्रशासन कार्रवाई करे। चीफ प्राक्टर प्रो। एके ङ्क्षसह द्वारा जांच कराकर पुलिस से सकारात्मक अपील करने का आश्वासन देने के बाद छात्र शांत हुए।
धनराशि के जमानतदार लिए जाए
जानकारी के मुताबिक रुहेलखंड विश्वविद्यालय के बी-फार्मा चतुर्थ वर्ष और तृतीय वर्ष के छात्रों के बीच अक्टूबर के पहले सप्ताह में किसी बात को लेकर मारपीट हो गई थी। उस समय तो नियंता मंडल ने किसी तरह दोनों पक्षों को शांत करा दिया था लेकिन कुछ दिनों बाद दोनों पक्ष एक बार फिर कैंपस के बाद बाहर भिड़ गए। जमकर मारपीट करने के बाद बारादरी थाने पहुंच गए। पुलिस ने दोनों पक्षों से तहरीर लेने के बाद सभी 21 छात्रों को भानासुसं की धारा 126/135 के तहत शांतिभंग की आशंका में पाबंद करने के लिए अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम के पास रिपोर्ट भेज दी। रिपोर्ट में बताया कि दोनों पक्ष विश्वविद्यालय परिसर में लड़ाई-झगड़ा कर गंभीर शांतिभंग का खतरा पैदा कर सकते हैं। मजिस्ट्रेट ने दोनों पक्षों को नोटिस भेजकर कहा है कि उनके कार्यालय में उपस्थित होकर बताए कि क्यों नहीं उन्हें छह माह के लिए पाबंद किया जाए और 50-50 हजार के दो निजी बांड एवं इतनी ही धनराशि के जमानतदार लिए जाए।
---
दो घंटे तक कुलसचिव कार्यालय में डटे रहे छात्र
पुलिसिया कार्रवाई से नाराज छात्रों ने रुवि प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए छात्र नेता गजेंद्र कुर्मी के नेतृत्व में कुलसचिव संजीव कुमार ङ्क्षसह और चीफ प्राक्टर प्रो। एके ङ्क्षसह का घेराव किया। छात्र करीब दो घंटे तक कुलसचिव कार्यालय में डटे रहे। उनका आरोप था कि बी-फार्मा चतुर्थ वर्ष के आरोपी छात्रों को जानबूझकर बचाया जा रहा है। जबकि पूर्व में भी वह कई ङ्क्षहसक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। रुवि के कुछ शिक्षकों की शह पर वह जूनियर छात्रों का शोषण करने के साथ ही मारपीट भी करते हैं। छात्रों ने मांग किया कि पुलिस प्रक्रिया निरस्त कराई जाए ताकि छात्रों का भविष्य दागदार होने से बच जाए। जो भी कार्रवाई करनी हो वह रुवि प्रशासन निष्पक्ष जांच कराकर करे। वहीं बीफार्मा तृतीय वर्ष के छात्र अवनेश ने लिखित पत्र देते हुए सीनियर चतुर्थ वर्ष के आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस दौरान अंकित यादव, मुकेश यादव, करन, नीरज, विक्रांत ङ्क्षसह, अनिकेत यादव, अभिषेक राय, उत्तम भारद्वाज, नरेंद्र कुमार, प्रशांत यादव, अर्जित यादव, वत्सल आदि मौजूद रहे।
---
ये छात्र हुए हैं पाबंद
बीफार्मा तृतीय वर्ष के उज्जवल चतुर्वेदी, सोनू भारती, सौरभ कुमार, राहुल पटेल, कपिल मिश्रा, रितेश कुमार, निर्दोष कटियार, शुभम शेखर, सन्नी चौरसिया, अवनेश ङ्क्षसह और सुमीत खोली, बीटेक तृतीय वर्ष के बंसल वर्मा, अजीत ङ्क्षसह और सुशांत शुक्ला पाबंद किए गए हैं। इसी तरह बीफार्मा चतुर्थ वर्ष के अमृतांशु केसरवानी, गौरव ङ्क्षसह, निखिल दुबे, आदर्श चौबे, अंकित यादव, शिवम दुबे और आयुष ङ्क्षसह को पाबंद किया गया है।