Inspection के बाद दी advice
कैंडीडेट्स की फाइनल लिस्ट जारी होने के साथ ही कॉलेज वोटिंग और काउंटिंग प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में लग गया है। मंडे को कॉलेज के स्टाफ और इलेक्शन कमेटी के रीजनल हायर एजुकेशन ऑफिसर डॉ। एके गोयल की मीटिंग हुई। उन्होंने इलेक्शन के पुख्ता मैनेजमेंट के लिए जरूरी सुझाव दिए। साथ ही कॉलेज में वोटिंग और काउंटिंग स्पॉट्स का इंस्पेक्शन किया।
पूरी planning ready
कॉलेज ने इलेक्शन का पूरा खाका तैयार कर लिया है। जिसका क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ने मंडे को इंस्पेक्शन किया। इलेक्शन के लिए चार पोलिंग बूथ्स बनेंगे। बूथ्स क्लास वाइज न होकर, स्टूडेंट्स की संख्या के हिसाब से बनाए जाएंगे। इससे वोट डालने वाले स्टूडेंट्स की संख्या बंट जाएगी। वहीं काउंटिंग सेंटर भी फिक्स कर दिया गया है। जूलॉजी लैब में काउंटिंग होगी। इसके लिए चार टेबल बनाए जाएंगे। प्रेसीडेंट, वाइस प्रेसीडेंट, जनरल सेक्रेट्री और पुस्तकालय मंत्री के लिए काउंटिंग अलग-अलग टेबल पर होगी। काउंटिंग सेंटर में किसी भी को मोबाइल के साथ इंट्री नहीं दी जाएगी। वहीं इलेक्शन से रिलेटेड सभी इंफॉर्मेशन, कैंडीडेट की लिस्ट कॉलेज के मेन गेट पर चस्पा कर दी जाएगी, ताकि स्टूडेंट्स को सहूलियत हो सके।
Back paper वाले नहीं देंगे vote
बैक पेपर देने वाले स्टूडेंट्स के लिए स्टूडेंट्स इलेक्शन में अच्छी खबर नहीं है। बैक पेपर दे चुके स्टूडेंट्स को वोट डालने का अवसर नहीं दिया जाएगा। हालांकि पीजी और यूजी के बैक पेपर रिजल्ट अब डिक्लेयर हो चुके हैं। जो फेल स्टूडेंट्स एग्जाम्स में शामिल हुए थे, उन्हें वोटर लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है। क्योंकि अभी तक उनका नेक्स्ट क्लास के लिए एडमिशन नहीं हो पाया है। कॉलेज ने वोटर लिस्ट फाइनल कर ली है, इसलिए अब उसमें चेंजेज नहीं किए जा सकते।
Printed material पर रोक
कैंपेनिंग के तरीके पर भी फिलहाल सख्ती बरती जा रही है। इलेक्शन कमेटी ने कैंपेनिंग के लिए प्रिंटेड मैटीरियल यूज करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। फिर भी मंडे को कुछ कैंडीडेट्स प्रिंटेड हैंडबिल्स के जरिए प्रचार में लगे हुए थे। इस पर कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने आपत्ति दर्ज कराते हुए रोक लगा दी। इलेक्शन कमेटी ने केवल हैंड मेड पोस्टर से कैंपेनिंग करने के निर्देश दिए हैं।