बरेली (ब्यूरो)। इंडियन आर्मी का सैनिक बनना कई एनसीसी कैडेट्स का सपना होता है। इसके लिए वे दिन-रात मेहनत करते हैं। इंडियन आर्मी ने हाल ही में अग्निवीर एग्जाम का रिजल्ट जारी किया था, जिसमें अलग-अलग कॉलेज के कई कैडेट्स का चयन हुआ है। इनमें बरेली कॉलेज के सर्वाधिक 15 कैडेट्स शामिल हैं। यह चयन एनसीसी की 21वीं वाहिनी के आधीन आने वाले कॉलेजों के एनसीसी कैडेट्स का हुआ है।
37 से अधिक कैडेट्स
बरेली कॉलेज के एनसीसी प्रभारी डॉ। अंचल अहेरी ने बताया कि इस बार &7 से अधिक कैडेट्स का अग्निवीर के जरिए सलैक्शन हुआ है। यह हमारे लिए बहुत ही गर्व की बात है। यह पहली बार हुआ है कि बरेली कॉलेज से एक साथ इतने कैडेट्स का सलैक्शन हुआ है। कैडेट्स की मेहनत और प्रयास हमें गर्व का पात्र बनाते हैै। इसके अलावा डॉ। अंचल अहेरी ने बताया कि हम लोग कैडेट्स को अवेयर करने के लिए कैंप लगाते हैैं। हालांहि में एक कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें कैडेट्स को अग्निवीर के लिए ट्रेन किया गया। सारे डूज और डोंट्स बताए गए। जिसके कैडेट्स को ज्यादा से ज्यादा मदद मिली। &7 कैडेट्स के अलावा कई और का भी सेलेक्शन हुआ है। अभी तक इनकी ही सूची मिली है।
कॉलेज कैडेट्स
बरेली कॉलेज, बरेली 15
एनएमएसएन दास कॉलेज, बदायूं 8
राजेंद्र प्रसाद पीजी महाविद्यालय, मीरगंज 5
गंगाशील महाविद्यालय 4
राजकीय महाविद्यालय, बदायूं 3
राजकीय महाविद्यालय, फरीदपुर 2
जानिए भर्ती के बारे मेंं
अग्निवीर योजना के तहत इंडियन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में सैनिकों की चार साल के लिए भर्ती की जा रही है। 4 साल बाद 25 प्रतिशत सैनिकों का सलेक्शन आगे के लिए किया जाएगा। 75 प्रतिशत सैनिकों को घर वापस लौटना होगा। इसमें 48 लाख रुपए का मेडिकल इंश्योरेंस दिया जाएगा। एक साल में &0 छुुुुुुट्टिïयां दी जाएंगी। इसके अलावा डॉक्टर के कहने पर सिक लीव भी दी जाएंगी। इनकी पहले साल की सैलरी &0 हजार प्रतिमाह होगी। दूसरे साल सैलरी बढक़र && हजार तथा तीसरे साल &6,500 होगी। वहीं तीसरे साल यह 40 हजार हो जाएगी। हालांकि इस सैलरी में सेवानिधि पैकेज के लिए हर बार &0-&0 प्रतिशत कटौती भी होगी। सैनिक के चार साल पूरा करने के बाद अग्निवीर की तरफ से सेवा निधि फंड में 5.02 लाख और सरकार की ओर से 5.02 लाख रूपए दिए जाएंगे। चार साल बाद की सेवा के बाद सेवा निधी पैकेज में 10.04 लाख रुपए दिए जाएंगे। इसके अलावा ड्यूटी फ्री किए जाने पर ब्याज के साथ 11.71 रुपए दिए जाएंगे।
कैडेट्स में बढ़ी अवेयरनेस
लेफ्टिनेंट रितेश चौरसिया ने बताया कि यह अग्निवीर का दूसरा बैच है। इससे पहले भी अग्निवीर कई कैडेट्स यहां से सलेक्ट हुए है। उन्होंने कहा कि मन से काम करने से फल जरूर मिलता है। इसका फल कैडेट्स को मिला। एनसीसी के सभी कैडेट्स में एक बात कॉमन है कि वे एकता, अनुशासन के साथ काम करते हैैं।
मैैं आर्मी ऑफिसर बनने के लिए दो साल से तैयारी कर रहा हूं। इसके लिए मैने रेगुलरिटी के साथ हर काम किया। पूरी प्रैक्टिस की तब जाकर सफलता मिली है।
आलोक गंगवार
यह मेरा पहला अटैंप्ट था अग्निवीर के लिए। मैने इसे पहले अटंैप्ट में ही क्वालिफाई कर लिया। अब इसमें सक्सेस मिलने पर मुझे बहुत ही अ&छा लग रहा है।
अखिलेश बाबू
देश की सेवा करना मेरा हमेशा से सपना था। इसके लिए मैैं दिन-रात मेहनत करता रहा। आज मेरा सपना सच हो गया। यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है।
अंकित यादव
मेरा बचपन से ड्रीम था कि मैैं एक आर्मी ऑफिसर बनूं। इसके लिए मैने लगातार मेहनत की। जब सफलता की खबर मिली तो मेरे घर में सब बहुत खुश हुए।
राहुल यादव
मैने जब से एनसीसी ज्वाइन किया था तब से सोच लिया था कि मैैं आर्मी ऑफिसर बनूंगा। अब जब आर्मी में एंट्री मिली है तो काफी अ&छा लग रहा है।
राम लखन