14 सेंटर्स पर दो पालियों में एग्जाम हुआ कंडक्ट
<क्ब् सेंटर्स पर दो पालियों में एग्जाम हुआ कंडक्ट
BAREILLY:
BAREILLY: आईआईटी में एडमिशन के लिए गेट पास के नाम से जाने वाला टेस्ट जेईई मेन ने स्टूडेंट्स की धड़कनें बढ़ा दी हैं। सैटरडे को मेन एग्जाम कंडक्ट किया गया। जिसको लेकर स्टूडेंट्स का रिसपॉन्स कुछ खास नहीं था। स्टूडेंट्स की निगाहें अब बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट पर टिकी हुई हैं। बोर्ड का रिजल्ट बेहतर आया तो आईआईटी के लिए कंडक्ट होने वाले जेईई एडवांस में अपीयर होने के लिए एलिजिबल हो सकते हैं। फिलहाल तो स्टूडेंट्स को मेन और बोर्ड के रिजल्ट का इंतजार है।
फिजिक्स ने डराया
सिटी के क्ब् सेंटर्स पर दो पालियों में जेईई मेन एग्जाम कंडक्ट किया गया। पहली पाली में बीई और बीटेक के लिए स्टूडेंट्स अपीयर हुए, जबकि दूसरी पाली में बीआर्क और प्लानिंग के लिए। पेपर फर्स्ट में केमेस्ट्री, फिजिक्स और मैथ्स के 90 क्वेश्चंस पूछे गए थे। जिसमें फिजिक्स ही ऐसा पोर्शन था जिसने सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स को तंग किया। स्टूडेंट्स ने बताया कि फिजिक्स के कैलकुलेशंस काफी टफ थे। अधिकांश क्वेश्चंस ऐसे आए थे जो उन्होंने पढ़ा ही नहीं था। उन्होंने बताया कि फिजिक्स के काफी वाइड सिलेबस को कवर किया गया था। जिस वजह से कैलकुलेशंस लेंदी भी हो गए थे।
बोर्ड रिजल्ट से उम्मीद
आईआईटी में अपीयर होने की उम्मीद बांधे स्टूडेंट्स की निगाहें अब बोर्ड रिजल्ट पर टिक गई हैं। आईआईटी के लिए जेईई एडवांस कंडक्ट किया जाता है। जिसमें जेईई मेन के टॉप क्,भ्0,000 स्टूडेंट्स एलिजिबल होते हैं। जेईई मेन की के लिए बोर्ड के रिजल्ट का भी आधार लिया जाता है। ऐसे में बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट के बाद ही जेईई मेन का रिजल्ट जारी होगा।
पहली बार अटेंप्ट किया है। बिना किसी कोचिंग की तैयारी के एग्जाम दिया था। वैसे तो टेस्ट ठीक ही था लेकिन फिजिक्स के क्वेश्चंस काफी हार्ड लगे। काफी हार्ड टॉपिक्स से क्वेश्चंस पूछे गए थे।
- निक्की, स्टूडेंट
मैथ्स और केमेस्ट्री के क्वेश्चंस काफी हद तक सॉल्व कर लिए। लेकिन फिजिक्स के क्वेश्चंस ने काफी तंग किया। काफी हार्ड कैलकुलेशंस थे। कई टॉपिक्स तो समझ ही नहीं आए।
- नम्रता, स्टूडेंट
फिजिक्स बहुत टफ थी। मास और टेंशन से रिलेटेड जितने भी डेरीवेशन व कैलकुलेशंस के क्वेश्चंस थे वे काफी हार्ड थे। इसी पोर्शन ने सबसे ज्यादा तंग किया। मैथ्स और केमेस्ट्री ईजी थी।
- दीक्षा, स्टूडेंट
फिजिक्स की वजह से टेस्ट लेंदी लग रहा था। फिजिक्स के क्वेश्चंस को हल करने में काफी टाइम लगा। टॉपिक्स तो पढ़े थे लेकिन टेस्ट में कोर्स के बड़े पोर्शन को कवर किया गया था।
- शहनवाज ,स्टूडेंट