पहले पखवाड़े में हजार बेरोजगार registered
इंप्लॉयमेंट एक्सचेंज के सहायक प्रवर्तन अधिकारी आरके उपाध्याय ने बताया कि फरवरी की शुरुआत से ही ऑफिस में येवाओं की भीड़ टूट पड़ी है। एक्सचेंज में रजिस्ट्रेशन के लिए सुबह से ही लम्बी लाइन लग रही है। जनवरी में जहां 1,129 कैंडीडेट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया था, वहीं फरवरी के शुरुआती 13 दिनों में आंकड़ा 980 रजिस्ट्रेशन तक पहुंच गया है.
बेरोजगारी भत्ता मेन हथियार
इलेक्शन में एजेंडे की घोषणा करते हुए पॉलिटिकल पार्टियां यूथ को रिझाने की हर संभव कोशिश कर रही हैं। फिर चाहे वह लुभावना एजेंडा ही क्यों न हो। इसमें बेरोजगारी भत्ते को पॉलिटिकल पार्टियां मेन हथियार की तरह यूज कर रही हैं। एक पार्टी ने यूथ के फेवर में घोषणा करते हुए कहा है कि सपा की गवर्नमेंट आते ही यूथ को 2 हजार रुपए महीने का बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। वहीं दूसरे दल ने यूथ को अपने पाले में करने के लिए 1500 रुपए महीने के बेरोजगारी भत्ते की बात कही है।
Employment office का staff सकते में
आरके उपाध्याय ने बताया कि सेवा योजन कार्यालय के ज्यादातर स्टाफ की ड्यूटी चुनाव में लगा दी गई है। ऐसे में ऑफिस में उमड़ी यूथ की भीड़ को संभालना मुश्किल हो रहा है। जितना स्टाफ है उसी में फिलहाल काम चलाया जा रहा है। ऑफिस में डेली 50 से ज्यादा यूथ रजिस्ट्रेशन के लिए आ रहे हैं। दिन पर दिन इनकी संख्या बढ़ती जा रही है।
Mount Total registration Girls Boys
जनवरी 1,129 232 897
फरवरी (13 दिन) 980 485 495
Main points
-बरेली में 1.8 लाख यूथ वोटर्स
-इनमें से 50 परसेंट फस्र्ट टाइम वोटर्स
बढ़ रहा girls का रुझान
आरके उपाध्याय ने बताया कि गल्र्स में रजिस्ट्रेशन के प्रति रुझान बढ़ रहा है। जनवरी में 897 ब्वॉयज ने और 232 गल्र्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। वहीं फरवरी में गल्र्स की संख्या में जबरदस्त उछाल आया है। फरवरी के शुरुआती 13 दिनों में 485 गल्र्स रजिस्ट्रेशन करवा चुकी हैं। वहीं 495 ब्वॉयज ने रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किया है। आरके उपाध्याय ने बताया कि महीना खत्म होते-होते गल्र्स की संख्या ज्यादा होने की उम्मीद है।
1.8 lakh youth voters
चुनावी समय में हर पॉलिटिकल पार्टी का मेन टारगेट यूथ है। इसके पीछे का कारण साफ है। बरेली की बात करें तो इस असेम्बली इलेक्शन में 1.8 लाख यूथ वोटर्स हैं। इनमें से 50 परसेंट यूथ पहली बार वोट कास्ट करेगा। इसलिए हर पार्टी यूथ पर नजर गड़ाए है और उन्हें ध्यान में रखकर घोषणाएं कर रही है। कुछ पार्टियों ने बेरोजगारी भत्ते की घोषणा की तो कुछ ने और भी ऑफर दिए हैं।
हर यूथ के लिए सेवा योजन कार्यालय में रजिस्ट्रेशन मस्ट है लेकिन इस बार एक कारण और भी जुड़ गया है। कुछ पार्टियों ने उनकी सरकार बनने पर बेरोजगारी भत्ते की घोषणा कर दी है। अब मैं चाहती हूं कि जब तक नौकरी न मिले तब तक बेरोजगारी भत्ता मिलता रहे।
-शिवानी सक्सेना,स्टूडेंट
चुनावी एजेंडे में कुछ राजनीतिक पार्टियों ने बेरोजगारी भत्ते की
घोषणा कर दी है। मुझे जब पता चला तो अपना रजिस्ट्रेशन करवाने कार्यालय आ गई। अगर ऐसा नहीं भी होता है तो सरकारी नौकरियों में आवेदन आसान हो जाएगा।
-प्रज्ञा दीक्षित,स्टूडेंट
बेरोजगारी भत्ता अगर एक रजिस्ट्रेशन पर मिल रहा है तो इसमें बुराई क्या है? हम तो यही मनाएंगे कि वही पॉलिटिकल पार्टी जीते जो हमे बेरोजगारी भत्ता प्रोवाइड करे।
-अराधना शर्मा,बीएड स्टूडेंट
वैसे तो सरकारी नौकरी में दाखिले के लिए सेवा योजन कार्यालय में रजिस्ट्रेशन जरूरी है लेकिन जिस तरह से पॉलिटिकल पार्टियां बेरोजगारी भत्ते की बात कह रही हैं, अगर यूथ को फायदा मिलता है तो क्या बुरा है।
-प्रीति सक्सेना, हाउसवाइफ
पिछली सरकार में एक पॉलिटिकल पार्टी ने 500 रुपए बेरोजगारी भत्ता अलाउ किया था। इस बार दो पॉलिटिकल पार्टियों ने घोषणा कर दी है। साथ में रकम भी बढ़ा दी है। यही कारण है कि घोषणा के बाद सेवा योजन कार्यालय में रजिस्ट्रेशन करवाने वालों की संख्या बढ़ गई है।
-आरके उपाध्याय,सहायक प्रवर्तन अधिकारी, सेवा योजन कार्यालय
Report by: Abhishek Mishra