Reality check में पुलिस फिर fail
ऐसा लगता है कि सिटी में बदमाश बेखौफ हो गए हैं। सरेआम लूट, चेन स्नैचिंग, मर्डर और चोरी जैसी वारदातें इन दिनों आम हो गई हैं। वेडनसडे को कोहाड़ापीर में ज्वैलर को गोली मारकर पांच लाख रुपए लूटने की वारदात हो या फिर एसपी ट्रैफिक के ऑफिस में ही चोरों का धावा, सबने पुलिस के वर्किंग सिस्टम को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। किसी भी वारदात की सूचना पुलिस तक पहुंचे इसके लिए पुलिस कंट्रोल रूम की नींव रखी गई थी। इसका परपज था कि 100 नंबर डायल कर आम आदमी भी किसी वारदात की सूचना पुलिस को दे सकता है लेकिन इसकी सच्चाई कुछ और ही है। कंट्रोल रूम में किसी वारदात या घटना की सूचना को पुलिस सीरियसली लेती ही नहीं।
एक्सीडेंट की सूचना पर नो रेस्पांस
Time: 02:09 m
place: near Gandhi Udyan
आई नेक्स्ट टीम सबसे पहले गांधी उद्यान के पास बरेली कॉलेज रोड पर पहुंची। यहां से कुछ दूरी पर डीआईजी का ऑफिस है। टीम ने पुलिस कंट्रोल रूम के 100 नंबर पर कॉल किया। पहले दो बार डायल पर फोन बिजी बताता रहा। तीसरी बार में फोन रिसीव हुआ। फोन लेडी कांस्टेबल ने उठाया। रिपोर्टर ने सूचना दी, मैडम गांधी उद्यान के सामने एक्सीडेंट हो गया है। पुलिस को भेज दीजिए। कांस्टेबल ने जवाब दिया कि अच्छा। फोन डिस्कनेक्ट हो गया। गांधी उद्यान के पास रियल में ही बाइक सवार का एक्सीडेंट हुआ था। कंट्रोल रूम से जबाव नहीं आया और न ही फोन करके दुबारा पूछा गया कि एक्सीडेंट किसका हुआ है। टीम ने 30 मिनट तक पुलिस का वेट किया पर कोई नहीं दिखा। हां, इतना जरूर हुआ कि गांधी उद्यान के मेन गेट पर खड़ी कोतवाली पुलिस की मोबाइल वैन में बैठे पुलिसकर्मियों को किसी ने एक्सीडेंट की सूचना दे दी। फिर मोबाइल पुलिस आई और घायल को हॉस्पिटल ले गई।
स्नैचिंग की सूचना कर दी अनसुनी
Time: 02:48 pm
Place: Pavan vihar, pilibhit bypass
यहां से रुहेलखंड पुलिस चौकी महज 100 मीटर दूर है। आई नेक्स्ट टीम ने सौ नंबर पर डायल कर लेडी कांस्टेबल को बताया कि पवन विहार के मेन गेट के पास एक महिला के साथ चेन स्नैचिंग हो गई है। काफी भीड़ लगी हुई है। इस पर पुलिस कंट्रोल रूम से पूरी घटना की जानकारी ली गई। पूछा गया कि घटना किसके साथ हुई है। महिला का नाम क्या है। इस पर टीम ने जवाब दिया कि वह वहां से गुजर रहा था। लोगों ने बताया कि चेन स्नैचिंग हो गई है। महिला परेशान है तो उसने महिला व पुलिस की हेल्प के लिए फोन कर बताना उचित समझा। बाद में जबाव दिया गया कि अच्छा भेजते हैं किसी को। उसके बाद टीम करीब 25 मिनट तक मौके पर मौजूद रही लेकिन ना तो रिपोर्टर के फोन पर कोई फोन आया और न ही कोई पुलिसकर्मी पहुंचा।
झगड़ा हुआ तो इनकी बला ले
Time: 03:40 pm
Place: Sainik colony gali no.6, sanjay nagar
यही से आई नेक्स्ट टीम सैनिक कॉलोनी के गली नंबर 6 में पहुंची। यहीं पर वेडनसडे नाइट ज्वेलर श्रीराम के बेटे योगेंद्र के साथ गोली मारकर लूट की वारदात हुई है। कंट्रोल रूम को सूचना दी गई कि सैनिक कॉलोनी में बड़ा झगड़ा हो गया है। कोई भी बवाल हो सकता है जल्द से जल्द पुलिस भेज दीजिए । इस कॉल को किसी ने गंभीरता से नहीं लिया बस इतना कह दिया गया कि हां भेजते हैं किसी को। यहां भी टीम करीब 20 मिनट तक मौजूद रही लेकिन न कोई पुलिसकर्मी आया और ना ही किसी ने फोन पर दुबारा पूछा कि क्या वारदात हुई। झगड़ा समाप्त हुआ है या नहीं ।
छेड़खानी की सूचना पर भी नहीं जागी
Time: 05:10 pm
Place: Head Post Office, civil lines
यहा से क्विक रेस्पांस की असलियत जानने आई नेक्स्ट टीम सिविल लाइंस स्थित हेड पोस्ट ऑफिस (जीपीओ) के पास पहुंची। बता दें आईजी ऑफिस व निवास तथा एसएसपी आवास यहां से चद कदम पर ही हैं। लेडी रिपोर्टर ने कंट्रोल रूम के 100 नंबर पर फोन किया। पहली बार में फोन काट दिया गया। जब रिपोर्टर ने दुबारा फोन किया तो एक बार फिर से लेडी कांस्टेबल ने ही फोन उठाया। अपना नाम बताने के बाद रिपोर्टर ने कहा कि वह जीपीओ के पास खड़ी है। इस पर कांस्टेबल ने उससे पूछा कि जीपीओ क्या है। इस पर रिपोर्टर ने कहा कि वो हेड पोस्ट ऑफिस के पास खड़ी है। यहां पर कुछ लड़के उसके साथ छेड़खानी कर रहे हैं। प्लीज जल्दी से पुलिस भेज दीजिए। इसके बाद टीम वहां पर करीब 30 मिनट तक मौजूद रही लेकिन मौके पर कोई पुलिसकर्मी नहीं पहुंचा।
कॉलर पर सवालों की बौछार
कॉलर से कई सवाल-जवाब तो कर लिए जाते हैं लेकिन घटनास्थल पर पुलिस काफी देर बाद भी नहीं पहुंचती है। यही नहीं सूचना देने वाले से दुबारा फोन करके भी नहीं पूछा जाता है कि वह सही सलामत भी है या नहीं। कहीं काल झूठी तो नहीं थी। यहां तक है कि कंट्रोल रुम में बैठने वालों को सिटी के लोकेशन की भी सही से जानकारी नहीं है।
बढ़ी लाइनों का भी फायदा नहीं
कुछ माह पूर्व ही एसएसपी सत्येंद्र वीर सिंह ने पब्लिक की हेल्प तथा नंबर बिजी न रहे इसके लिए पुलिस कंट्रोल रूम में लाइन बढ़ाने के साथ कर्मचारियों की संख्या में भी इजाफा किया था। अच्छे बिहेवियर के लिए लेडी कांस्टेबल की भी तैनाती की गई थी लेकिन लगता नहीं है कि कंट्रोल रूम का पब्लिक को पूरा फायदा मिल रहा।
नवंबर बना क्राइम मंथ
* 29 - बारादरी में पीडब्ल्यूडी ठेकेदार ने पत्नी की गोली मारकर हत्या की।
* 27 - किला में एक साथ सात दुकानों के शटर काटे
* 26 - किलामें श्री राम मार्केट में सात दुकानों के ताले टूटे
* 25- केंट के सदभावना कॉलोनी में लाखों की चोरी
* 24 - किला में दुकान का ताला तोड़कर लाखों की चोरी
* 23- इज्जत नगर में रिटायर्ड फौजी के घर बदमाशों का धावा, मारी गोली
* 23 - वीर सावरकर नगर में एलआईसी एजेंट के साथ की लूटपाट
* 23 - बारादरी में गौसांई गौटिया मे घर से लाखों की चोरी
* 21 - सुभाष नगर में बुजुर्ग महिला को नशीला पदार्थ खिलाकर लूटा
* 20 - बारादरी के सनराइज कॉलोनी में घर के ताले टूटे
* 19 - इज्जतनगर थाना अंतर्गत करमपुर में घरों में बदमाशों का धावा
* 18 - सुभाष नगर में सवारी बनकर ऑटो चालक के साथ लूटपाट
* 18 - इज्जतनगर थाना अंतर्गत कर्मचारी नगर में घर के ताले टूटे, लाखों का सामान गायब
* 18 - कोतवाली के आलमगिरी गंज में एक घर चोरों में बड़ी चोरी
* 16 - बारादरी के ऐजाज नगर गौटिया में घर पर चोरों का धावा
* 16 - कैंट में डेयरी संचालक के घर परिवार को बंधक बनाकर डकैती
* 15 - सुभाषनगर में ठेकेदार के घर से लाखों की ज्वैलरी पर हाथ साफ
* 12 - बिथरी चैनपुर में प्लाईवुड फैक्ट्री में डाका
* 10- कैंट में एमईएस पंप कर्मी के घर से लाखों की चोरी
* 10 - कैंट में एमईएस पंपकर्मी के घर बंधक बनाकर लाखों की डकैती
* 8 - कैंट में सिपाही के घर से चोरी
* 7 - प्रेम नगर में मेडिकल स्टोर के ताले तोड़कर चोरी
* 6 - कैंट में डिफेंस इंक्लेव में सिपाही विनोद के घर से ही चोरी
* 5 - प्रेमनगर के जनकपुरी में मेडिकल स्टोर से नगदी पार
* 5 - कैंट में अपहरण के बाद नाबालिग के साथ रेप
* 4 - प्रेमनगर में पीडब्ल्यूडी कर्मचारी के घर लाखों की चोरी
* 3 - कैंट में बीआई बाजार के पास आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम से 24 लाख चोरी
* 1 - बारादरी थाना अंतर्गत ग्रीन पार्क में बीएसएनएल अधिकारी के घर से लाखों की नगदी व ज्वैलरी पर चोरों ने किया हाथ साफ
फिर वही दावा
कंट्रोल रूम पब्लिक की हेल्प के लिए बनाया गया है। अगर कोई कॉल आती है तो तुरंत रेस्पांस देना चाहिए। कॉल करने वाले से पूरी डिटेल लेकर मौके पर पुलिस भेजनी चाहिए। दुबारा फोन करके भी कंफर्म करना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया जा रहा है तो ये गलत है। इसको ठीक कराया जाएगा।
- शिव सागर सिंह, एसपी सिटी बरेली
लापरवाही बरतने वालों पर चलेगा डीआईजी का डंडा
शहर में अगर किसी वारदात को लेकर कंट्रोल रूम में फोन करने पर भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंचती है तो ये गंभीर मामला है। इस मामले की जांच की जाएगी और लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- एल वी एंटनी देवकुमार, डीआईजी बरेली