प्रयागराज (ब्यूरो)। एसआरएन अस्पताल से आठ साल पहले फरार हुए आरोपित को एसटीएफ ने गुरूवार को गुजरात के सूरत शहर से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए युवराज कोरी ने पत्नी को कुल्हाड़ी से काट दिया था। इसी मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। आठ साल पहले उसे नैनी जेल से एसआरएन हास्पिटल इलाज के लिए लाया गया था। यहां पुलिस वालों को गच्चा देकर वह भाग निकला था।
28 दिसंबर 2015 को हुआ था भर्ती
फैजाबाद के कुमारगंज दत्तीपुर निवासी युवराज की शादी सुल्तानपुर के हलियापुर की रोशनी के साथ हुई थी। नौ सितंबर 2010 को दोनों में झगड़ा हुआ। मायके जाने की जिद थामे बैठी रोशनी को युवराज ने कुल्हाड़ी से काट दिया था। 10 सितंबर को युवराज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई। हाईकोर्ट ने अपील खारिज कर दी। युवराज को नैनी जेल में बंद किया गया था। 27 दिसंबर 2015 को पेट दर्द की शिकायत के बाद उसे एसआरएन लाया गया। दो सिपाहियों को देखरेख के लिए लगाया गया था। सिपाहियों को गच्चा देकर 28 दिसंबर को युवराज भाग निकला। इसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चला था।
जमानत न मिलने पर तैयार किया प्लान
एसटीएफ के डिप्टी एसपी नवेंदु सिंह ने बताया कि मुखबिरों ने कुछ दिन पहले युवराज के बारे में बताया था कि वह गुजरात के सूरत शहर में रह रहा है। टीम वहां पहुंची और बृहस्पतिवार को सिद्ध कुटीर कार मेला के पास से युवराज को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में युवराज ने बताया कि हाईकोर्ट से जमानत अपील खारिज होने के बाद वह निराश हो गया था। उसे लगने लगा था, अब उसे जेल में ही पूरी उम्र बितानी पड़ेगी। इसी कारण जेल से भागने का मन बना लिया। नैनी जेल में काफी तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था है। इस कारण वह सफल नहीं हो पाया। बाद में उसने अस्पताल से भागने का प्लान बनाया। उसे पेट दर्द का बहाना बनाया। अस्पताल में भर्ती होने के दौरान मौका देखकर वह भाग निकला। वह सीधा गुजरात गया और अपनी बहन के घर पर रहने लगा। यहीं पर उसने मध्य प्रदेश की पूजा से दूसरी शादी भी कर ली थी। युवराज को आज ही कोर्ट के सामने प्रस्तुत किया गया। ट्रांजिट रिमांड पर उसे प्रयागराज लाया जाएगा।