प्रयागराज ब्यूरो, गहनता से की गई छानबीन में पुलिस को मारे गए युवक की जेब में एक पर्ची मिली। जिस पर कुछ मोबाइल नंबर लिखे हुए थे। उस पर पुलिस द्वारा कॉल किया गया तो फोन बिहार स्थित बक्सर के लोगों द्वारा उठाया गया। पुलिस के मुताबिक फोन रिसीव करने वालों ने बताया कि उनका नंबर पड़ोसी सूरज गुप्ता पर्ची पर लिखकर गया था। चार पांच दिन पूर्व वह घर में दिल्ली जाने की बात कहकर निकला था। उन लोगों द्वारा कहा गया कि उसके घर खबर दे दी गई है। परिजन प्रयागराज के लिए बक्सर से निकल चुके हैं।

जांच में जुटी पुलिस
हालांकि देर रात तक युवक के घर का कई सदस्य पुलिस से संपर्क नहीं किया। देर रात प्राप्त इस जानकारी के आधार पर पुलिस का मानना है कि मारे गए मारे गए युवक का नाम सूरज हो सकता है। हालांकि वह सूरज ही है यह बात परिवार द्वारा पहचान किए जाने के बाद ही स्पष्ट होगा। मौके पर पहुंची फोरेंसिक और डॉग स्क्वायड टीम के द्वारा भी छानबीन की गई। इस टीम ने पाया कि बॉडी बहुत पुरानी नहीं है। मौके पर बिखरे ब्लड से अनुमान लगाया गया कि हत्या रविवार की रात ही हुई है। तमाम कोशिशों के बावजूद मारे गए युवक के सिर का पता नहीं चल सका।


डीएल से फिरोज हुआ प्राइम सस्पेक्ट
फोरेंसिक और डॉग स्क्वायड टीम की छानबीन में पुलिस को युवक की बॉडी से थोड़ी दूर एक पर्स मिला। उस पर्स में पुलिस के हाथ फिरोज निवासी पचदेवरा थाना करछना के नाम का ड्राइविंग लाइसेंस मिला। पुलिस द्वारा फिरोज के बारे में पता किया गया। मालूम चला कि वह आपराधिक किस्म का व्यक्ति है। कल रात से ही घर पर नहीं है। इससे पुलिस को शक है कि युवक का कातिल फिरोज हो सकता है। इस शक को कंफर्म करने के लिए पुलिस फिरोज की तलाश में देर रात तक जुटी रही। धारदार वह हथियार भी मौके पर पुलिस को नहीं मिला जिससे युवक का गला व प्राइवेट पार्ट काटा गया था। पुलिस का मानना है कि वह हथियार कातिल लेकर भागा होगा।


उठ रहे सवाल
मृतक की जेब में मिले मोबाइल पर हुई बात और
डीएल से फिरोज पर जा रहे पुलिस के शक से उपजे कई सवाल निरुत्तर हैं
प्रश्न यह है कि यदि मारा गया युवक सूरज गुप्ता और कातिल फिरोज ही है तो सवाल यह है कि बिहार बक्सर से सूरज फिरोज तक कैसे पहुंचे
उसके व फिरोज के बीच रिश्ते क्या हैं और दोनों के बीच मुलाकातें कहां और कैसे व कब हुईं
पुलिस के शक को थोड़ी देर के लिए सच मान लिया जाय तो सवाल यह उठता है कि फिरोज उसकी हत्या क्यों करेगा? जब दोनों के बीच दोस्ती थी।

वर्जन

मौके पर मिले सामान व अब तक की छानबीन में जो तथ्य सामने आए हैं उससे घटना में फिरोज शक के दायरे में है। पकड़े जाने के बाद ही क्लियर होगा कि वह घटना को अंजाम दिया या नहीं। जब तक परिवार आकर मारे गए युवक की पहचान नहीं कर लेता वह सूरज ही है, बहुत स्पष्ट नहीं कहा जा सकता।
सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार