प्रयागराज ब्यूरो । हॉस्पिटल में एडमिट संदीप औद्योगिक थाना क्षेत्र के मुंगारी गांव निवासी रिटायर फौजी अयोध्या प्रसाद चौधरी का बेटा है। वह गुडग़ांव की हेल्थियंस नामक कंपनी में ब्लड कलेक्शन का काम करता है। यहां कंपनी खुल्दाबाद सब्जी मण्डी में अपनी ऑफिस बना रखी है। कंपनी के कॉल पर उसे कहीं ब्लड का सैंपल लेने फिर ऑफिस जल्दी पहुंचना था। इसलिए वह सुबह आठ बजे के करीब बाइक से निकल लिया। बताते हैं कि मुंगारी चौराहे के पास पहुंचा था तभी पीछे से पहुंचे अपाचे बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाश उप पर फायर कर दिए। फायरिंग पीछे से किए लिहाजा गोली उसकी पीठ में जा लगी। पीठ में गोली के धंसते ही वह लहूलुहान होकर रोड पर गिर पड़ा। गिरते ही उसे मृत समझकर बदमाश मौके से भाग निकले। इस बात की खबर राहगीरों और ग्रामीणों के द्वारा पुलिस को दी गई। दिनदहाड़े युवक को गोली मारे जाने की खबर मिलते ही हड़कंप मच गया। औद्योगिक थाने की पुलिस भागकर मौके पर पहुंचे। घायल संदीप को लेकर पुलिस स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले गई। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे एसआरएन हॉस्पिटल भेज दिया। परिजनों के साथ पुलिस उसे लेकर एसआरएन हॉस्पिटल पहुंची। परिजनों के मुताबिक यहां इलाज व जांच बाद पुलिस हमला चाकू से बता रही है। जबकि घायल संदीप खुद गोली मारे जाने की बात बता रहा।
ऐसे में परिवार के लोग यह नहीं समझ पा रहे कि जब गोली मारे जाने की बात घायल खुद बता रहा तो जांच बाद डॉक्टर चाकू क्यों बता रहे हैं? फिलहाल अब यह पूरा मामला जांच और आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद ही क्लियर होगा। हालांकि देर रात तक पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी रही। बताते हैं कि संदीप तीन भाइयों में सबसे छोटा है। उसकी तीन बहनें भी हैं। पिछले वर्ष उसका विवाह पालपट्टी स्थित कनिका साथ हुआ था।
'राजÓ बना युवक पर हमले का कारण
एसआरएन हॉस्पिटल में मौजूद संदीप के तीमारदारों ने कहा कि उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। वह अपने काम से मतलब रखता था। ऐसे में सिर्फ घर के लोग ही नहीं पुलिस भी घटना के कारणों को लेकर देर शाम तक उलझी रही। मौका-ए-वारदात के आसपास लगाए कए कैमरों के फुटेज की तलाश कर रही है। छानबीन में पुलिस को पता चला है कि हमलावर नकाब बांधे हुए थे।
मामले की जांच की जा रही है। घायल युवक द्वारा गोली मारने की बात कही जा रही है। हालांकि इलाज कर रहे चिकित्सक घाव चाकू के बता रहे है। तहरीर मिलने के बाद केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अजीत प्रताप चौहान, एसीपी करछना