प्रयागराज ब्यूरो । सिविल लाइंस धरना स्थल से बुधवार को युवा के अध्यक्ष अनिल सिंह को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस को अंदेशा था कि युवा मंच सीएम योगी का विरोध कर सकते हैं, ऐसे में एहतियातन युवा मंच के अध्यक्ष को सिविल लाइंस थाने ले जाया गया। शाम को युवा मंच अध्यक्ष को छोड़ा गया।

रोज चल रहा धरना

बेरोजगारों का धरना लगातार धरना स्थल पर चल रहा है। युवा मंच के तत्वावधान में रोज बेरोजगार छात्र धरना स्थल पर जमा होते हैं। शाम तक धरना जारी रहता है। बुधवार को भी छात्र धरना स्थल पर पहुंचे। करीब 11 बजे सिविल लाइंस पुलिस धरना स्थल पर पहुंच गई। पुलिस ने धरना देने पहुंचे छात्रों को रोका। कहा कि आज सीएम शहर में हैं, ऐसे में धरना न दिया जाए। इस दौरान युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह पहुंच गए। तभी एसओजी आ गई। केंद्रीय टीम के सदस्य राजेश सचान भी पहुंच गए। पुलिस छात्रों से बात कर रही थी तभी एसओजी ने अनिल सिंह को हिरासत में ले लिया। इसके बाद अनिल सिंह को सिविल लाइंस थाने ले जाया गया। पुलिस को अंदेशा था कि छात्र सीएम का विरोध कर सकते हैं, ऐसे में अनिल सिंह को सिविल लाइंस थाने में बैठाया गया। शाम को करीब साढ़े सात बजे अनिल सिंह को छोड़ा गया।

बेरोजगार छात्र अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। छात्र भर्तियों को खोलने की मांग कर रहे हैं। छात्रों की मांग को पूरा करने के बजाए पुलिस ने सीएम के प्रयागराज आने पर धरना नहीं देने दिया। यह छात्र के अधिकार का अतिक्रमण है।

अनिल सिंह, अध्यक्ष युवा मंच

छात्र कोई अपराधी नहीं हैं। छात्र पिछले 17 दिन से शंातिपूर्ण ढंग से धरना स्थल पर धरना दे रहे हैं। छात्र सीएम का विरोध नहीं कर रहे हैं। न ही सीएम के विरोध का इरादा था। इसके बाद भी छात्रों को धरना देने से रोका गया। यह प्रदेश सरकार की पुलिस की दमनकारी नीति है। इसका विरोध जारी रहेगा। धरना भी जारी रहेगा।

राजेश सचान, केंद्रीय टीम सदस्य, संयुक्त युवा मंच