- होली पर नवाबगंज के पूरे नक्कू इब्राहिमपुर गांव में हुई हुई थी घटना
- इलाज बाद घर भेज दिए थे सीएचसी के डॉक्टर, तीसरे दिन वह तोड़ दिया दम
PRAYAGRAJ: होली पर मारपीट का जख्म जान लेकर ही माना। घायल अर्जुन पटेल (34) की बुधवार को मौत हो गई। मौत से नाराज घर वाले हंगामे पर उतर आए। दरवाजे पर रखी बॉडी को कई घंटे वह उठाने नहीं दिए। नाराजगी इस बात पर थी कि पुलिस पहले दिन एनसीआर क्यों दर्ज की। जबकि घटना मारपीट व जानलेवा हमले का था। वह चुनावी रंजिश में हमला करने का आरोप का आरोप लगा रहे थे। कहना था कि आरोपित तत्काल गिरफ्तार किया जाय और डीएम व एसएसपी मौके पर आएं। किसी तरह अधिकारी उन्हें शांत करवाए।
परिजन व ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
अर्जुन नवाबगंज के पूरे नक्कू इब्राहिमपुर गांव निवासी रामराज का बेटा था। घर वालों के आरोप हैं कि अर्जुन प्रधानी के चुनाव में अपने बिरादरी के प्रत्याशी का समर्थन कर रहा था। विपक्षी दूसरी जाति के उम्मीदवार का सपोर्ट कर रहे थे। विपक्ष के लोग अर्जुन पर पटेल बिरादरी के समर्थन में आने का दबाव बना रहे थे। इसी बात को लेकर अर्जुन की रंजिश बढ़ गई थी। सोमवार रात अर्जुन चुनाव को लेकर कुछ चर्चाएं कर रहा था। उसकी बातें बजरंगी पटेल व कुछ अन्य लोगों को नागवार गुजरी। वह लाठी-डंडे से उस पर हमला बोल दिए। बीच बचाव करने पर उसके दोस्त राम लौटन को भी पीटा गया। घटना के बाद पीडि़त ने नवाबगंज थाने पर तहरीर दी। आरोप हैं कि पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। फिर अर्जुन को सीएचसी ले जाया गया। डॉक्टरों ने मंगलवार को उसे घर भेज दिए। बुधवार शाम अर्जुन की मौत हो गई। उसकी मौत की खबर सुन घर वालों व ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। पुलिस पर सही तरीके से कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए सभी हंगामा शुरू कर दिए। सीओ सोरांव किसी तरह सभी को शांत कराने में सफल रहीं। लोग शांत हुए तो पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया। परिवार द्वारा चार लोगों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी गई है।
मारपीट में उसे गंभीर चोटें नहीं थी। इस लिए डॉक्टर भी दूसरी हॉस्पिटल नहीं रेफर किए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
अमिता सिंह, सीओ सोरांव