प्रयागराज (ब्यूरो)। सुबह पब्लिक द्वारा पीटे गए आरोपित के घर वाले सिविल लाइंस थाने पहुंचे। उनके जरिए बताया गया कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उसके दिमाग का इलाज चल रहा है। उसकी इस कंडीशन के चलते पूरा परिवार परेशान है। बताते चलें कि गल्र्स हाईस्कूल के सामने आरोपित एक एक बालिका का हाथ पकड़ कर ले जाने लगा। यह देखकर लोग शोर मचाए तो वह भागने की कोशिश करने लगा। यह बच्चों को स्कूल से लेने पहुंचे अभिभावक पकड़ कर उसकी जमकर पिटाई किए। लोगों के पूछने पर वह खुद को दिल्ली का निवासी बताया। किसने भेजा के सवाल पर वह कभी दोस्त तो कभी अपने भाई को बताता रहा। पब्लिक के मुताबिक उसके बैग में चॉकलेट व खिलौने और पेन आदि मिले हैं। लोगों का कहना है कि पब्लिक के चंगुल में फंसने के बाद वह अपना मोबाइल खुद तोड़ दिया। हालांकि एसएसपी ने कहा कि इस तरह की अफवाहें सूबे के कई जनपदों में फैलाई जा रही हैं। उन्होंने प्रयागराज के लोगों से बगैर पुष्टि के इस तरह की अफवाह नहीं फैलाने की अपील की।
पुलिस ने की पब्लिक से अपील
बच्चा चोरी की अफवाह या आशंका पर बगैर पुष्टि किए किसी भी व्यक्ति की पिटाई नहीं करें।
यदि कहीं पर ऐसी संभावना या आशंका किसी के ऊपर है तो उसकी सूचना थाना प्रभारी या डॉयल 112 को दें
कुछ लोग ऐसी घटनाओं को सोशल मीडिया, वाट्सएप व फेसबुक, ट्वीटर आदि पर डालकर लोगों भय न फैलाएं
ऐसी अफवाह फैलाने वालों की पहचान कराने में जागरूक व बुद्धिजीवियों से सहयोग के लिए अपील की
पूरा मामला संज्ञान में है। पूछताछ व छानबीन में पता चला है कि पिटा गया युवक मानसिक विक्षिप्त है। उसे सिविल लाइंस थाने पर रखा गया है। थाना पुलिस प्रकरण की गहन छानबीन कर रही है।
शैलेश कुमार पांडेय एसएसपी प्रयागराज