03

नंबर प्लेटफार्म पर नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस से ले जाए जा रहे थे बच्चे

33

नाबालिगों को ट्रेन के पहुंचते ही जीआरपी ने बरामद किया

17

वे शातिर भी गिरफ्तार जो बच्चों को लेकर जा रहे थे

12.26

बजे प्लेटफार्म पर ट्रेन पहुंचने से पहले एक्टिव थी जीआरपी

बच्चों को ले जा रहे गिरफ्तार शातिर बार-बार बदल रहे हैं अपना बयान

बोले बच्चों के घर वालों को है मालूम, अब परिजनों से बात करेगी जीआरपी

PRAYAGRAJ: दौलत की लालच में अपने भी मासूम बच्चों के भविष्य का सौदा करने से बाज नहीं आ रहे। शुक्रवार दोपहर एक ऐसा ही हैरतंगेज मामला प्रयागराज जंक्शन पर सामने आया। प्लेटफार्म नंबर तीन पर पहुंची नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस से 33 से नाबालिग बरामद किए गए। मुखबिर की सटीक सूचना पर बच्चों की यह बरामदगी जीआरपी द्वारा की गई। इतनी संख्या में ले जाए जा रहे बच्चों की बरामदगी की खबर से हड़कंप मच गया। पूछताछ में गिरफ्तार शातिरों ने जीआरपी को बताया कि वह बच्चों को मदरसे में पढ़ाने के लिए जा रहे हैं। इनके द्वारा बारबार बदले जा रहे बयान से एक बात तो स्पष्ट है कि बच्चों के साथ कुछ गलत होने वाला था।

मामले की जांच में जुटी जीआरपी

जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस करीब 12.26 बजे पहुंची। प्राप्त सूचना पर जीआरपी के जवान पहले से ही एक्टिव थे। ट्रेन के पहुंचते ही जीआरपी बच्चों की तलाश में ट्रेन के अंदर पहुंच गई। छानबीन में कुल 33 बच्चे बरामद किए गए। बरामद कुछ बच्चे पश्चिम बंगाल तो कुछ बिहार के हैं। इन्हें लेकर जा रहे गिरफ्तार 17 लोगों से जीआरपी द्वारा सख्ती के साथ पूछताछ की गई। पूछताछ में जीआरपी को जो बातें मालूम चलीं वह चौकाने वाली रही। जीआरपी के मुताबिक सभी 17 शातिरों ने कहा कि वे बच्चों को मदरसे में पढ़ाने के लिए ले जा रहे थे। कोरोना के चलते स्कूल मदरसों के बंद होने की बात पर वह बयान से पलट गए। कहने लगे कि वहां पर वे इन्हें ट्यूशन पढ़ाएंगे। फिर सभी कहने लगे कि वह बच्चों को सिलाई व मोमोज का काम कराने के लिए वे कुछ को पंजाब तो कुछ को लुधियाना ले जा रहे थे। यह बात बच्चों के माता व पिता और परिवार के अन्य सदस्यों को भी मालूम है। उनकी अनुमति पर ही इन बच्चों को वह ले जा रहे थे। दर्जनों की संख्या में बरामद इन बच्चों की खबर सुनते ही मजिस्ट्रेट सीडब्लूसी भी पहुंच गए। मजिस्ट्रेट ने फिलहाल बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर होम भेजने के निर्देश दिए हैं।

पहुंचे सीडब्लूसी मजिस्ट्रेट

जीआरपी के मुताबिक बच्चों के साथ गिरफ्तार 17 शातिर अपने बयान बदल रहे हैं

ऐसे में बच्चों से परिजनों के नंबर लेकर उनसे संपर्क करने की कोशिश की जा रही है

एक बात तो स्पष्ट है कि बच्चे काम कराने के लिए ले जाए जा रहे थे

कुछ अभिभावकों से बात की गई तो वह बच्चों कमाने के लिए भेजने की बात कहे

पूरी कहानी में सच्चाई क्या है, जीआरपी की जांच पूरी होने पर ही स्पष्ट होगा

फिलहाल बरामद बच्चे व गिरफ्तार शातिरों को लेकर तरह तरह की चर्चा रही

बरामद सभी बच्चे नाबालिग हैं। उन्हें लेकर जा रहे शातिरों से पूछताछ की जा रही है। शातिर बता रहे कि बच्चों के परिजनों को मालूम है। छानबीन के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है। फिलहाल घर वालों को मालूम हो या न बच्चे नाबालिग हैं और मुकदमा लिखा जाएगा।

राममोहन राय, इंस्पेक्टर जीआरपी