प्रयागराज ब्यूरो । नगर निगम के द्वारा शहर के बड़े नाले ही नहीं, छोटी नालियों व नालों की सफाई में भी यहां खेल रहा है। जबकि यह चोक नालियां और नाले भी बारिश के दिनों में शहर को डुबोने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। बारिश का सीजन आ चुका है। मौसम ऐसा है कि कभी भी बारिश हो सकती है। फिर भी, शहर के ज्यादातर गली मोहल्लों की ये नालियां और नाले आज तक साफ नहीं हो सके हैं। जबकि इसकी सफाई कराने में न तो मशीन की जरूरत है और न ही एक्स्ट्रा सफाई कर्मियों की। क्योंकि वार्डों में ऑलरेडी नगर निगम के सफाई कर्मचारी तैनात हैं। शहर और यहां के लोगों से जुड़ी इस बड़ी समस्या की उपेक्षा नगर निगम अफसरों के गैर जिम्मेदाराना रवैये की पोल खोल रही है। पेश है इस सच्चाई का पर्दाफाश करने वाली वार्ड 93 सुल्तानपुर भावा एरिया की एक रिपोर्ट।

कई जगह तो नालियां ही हैं गायब
कहते हैं कि आंखों का पानी मर जाय तो इंसान को कुछ भी दिखाई नहीं देता। यह कहावत नगर निगम के अफसरों पर बिल्कुल सटीक बैठती है। लोगों को ऐसा सोचने के लिए सुल्तानपुर भावा वार्ड की छोटी नालियों और नालों की कंडीशन मजबूर कर रही है। इस वार्ड में लिखित रूप से करीब 16 हजार आबादी बताई जाती है। हालांकि वार्ड के पार्षद अलिखित आबादी तीस हजार के आसपास बताते हैं। नगर निगम के द्वारा मानसून पूर्व सफाई के लिए तैयार फाइल के आंकड़ों पर गौर करें तो इस वार्ड में छोटी नालियां व नालों की संख्या 16 है। हालांकि इनमें से कई ऐसी नालियां हैं व नले हैं जिनका अस्तित्व ही खत्म हो चुका है। वार्ड के खुल्दाबाद सब्जी मण्डी में दिन रात रहने वाले व्यापारी तक वहां के नालों की बाबत सटीक कुछ नहीं बता पा रहे। इस सब्जी मण्डी की नालियों के हालात ऐसे हैं, मानों वर्षों से सफाई हुई ही नहीं है। कई जगह इन नालियों का अस्तित्व ही खत्म हो चुका है। खुल्दाबाद सब्जी मण्डी भगत पान वाले से सुलभ शौचालय तक नाला सफाई का प्लान फाइल में तैयार है। मगर सच्चाई यह है कि भगत पान वाले से लेकर सुलभ शौचायल तक लोग कोई नाला या नाली कभी नहीं होने की बात कह रहे हैं।

नगर निगम को करने होंगे यह प्रयास
1- सभी छोटी नालियों व नालों की सफाई शिद्दत से कराई जाय।
2- इन पर हुए कब्जे को हटवा कर ठीक से उसमें जमा शिल्ट निकलवाए जाय।
3- वार्ड में जहां नई नालियों के निर्माण जरूरत है, वहां बनवाया जाय।
4- नालियों को मेन सीवर या नाले से कनेक्ट करें, जहां पाट दिए गए हैं खोले जाय।
5- गली और मोहल्लों में लोगों से पूछ कर जरूरत जरूरत पर फोकस किया जाय।
6- नालियों व नालों की उपयोगिता के बारे में पब्लिक को अवेयर किया जाय।

कागज पर प्लान, हकीकत से अनजान
नगर निगम के अधिकारी बंद ऐसी कमरे में बैठकर नालियों व छोटे बड़े नालों की सफाई का प्लान कागज पर तैयार कर लेते हैं। किस वार्ड में इनकी क्या कंडीशन है? प्लान बनाने के पहले इस पर गौर नहीं करते। दबी जुबान कुछ पार्षद कहते हैं कि यही वजह है कि इनकी सफाई को लेकर बनाए जाने वाले प्लान सक्सेज नहीं है। सबसे ज्यादा खराब कंडीशन शहर के सुल्तानपुर भावा, राजरूपपुर, करेली, अटाला, सिविल लाइंस, राजापुर, बेली, म्योराबाद, रसूलाबाद, तेलियरगंज, सलोरी जैसे वार्डों व इलाकों की है। ऐसी कंडीशन में कहा जा रहा है कि नाली और नालों की सफाई के नाम पर प्रति वर्ष करोड़ों रुपये का बजट बंदर बांट की भेंट चढ़ जाते हैं। जल भराव से बारिश में झेलती है तो सिर्फ पब्लिक।

वार्ड आप का तो खुद कर लीजिए चेक
लोहटटी रोहित के घर से मुकेश के घर तक नाले की चौड़ाई 0.90 मीटर व लंबाई 200 मीटर बताई गई है।
खुल्दाबाद सब्जी मण्डी भगत पाल वाले से सुभल शौचालय तक नाले की चौड़ाई 0.90 मीटर व लंबाई 500 मीटर है।
जग नारायण के दुकान से चाय लेके दुकान तक सब्जी मण्डी नाले की चौड़ाई 0.90 मीटर व लंबाई 500 मीटर का दावा है।
अब्दुल हनीफ के दुकान से गुड्डू के दुकान तक सब्जी मण्डी तक चौड़ाई 0.90 मीटर व लंबाई 1000 मीटर होने का दावा है।
खुल्दाबाद चौराहे से बैरियर चौराहे तक चौड़ाई 0.90 मीटर व लंबाई 1500 मीटर एवं जोन कार्यालय से मुन्ना बनिया के दुकान तक नाले की चौड़ाई 0.90 मीटर व लंबाई 500 मीटर दर्ज है।
रफत्तु चाय वाले से राजाराम गली तक चौड़ाई 0.90 मीटर व लंबाई 500 मीटर एवं खुल्दाबाद चौराहे से टुटा फाटक तक चौड़ाई 0.90 मीटर और लंबाई 1000 मीटर है।
शेर अली बम्बा से बाबू पान वाले तक चौड़ाई 0.90 मीटर व लंबाई 500 मीटर एवं लड्डन कबाड़ी की दुकान से गैस एजेंसी तक चौड़ाई 0.90 मीटर, लंबाई 500 मीटर बताई गई है।
असगरी चौराहे से फर्नीचर वाले तक चौड़ाई 0.90 मीटर, लंबाई 500 मीटर और फर्नीचर वाले से पूर्व विधायक जाफरी के निवास तक चौड़ाई 0.90 मीटर व लंबाई 600 मीटर है।
बुड्ढा ताजिया से गंगा होते हुए अंजुम के घर तक नाले की चौड़ाई 0.90 मीटर व लंबाई 300 मीटर लिखित है। वहीं बुड्ढा ताजिया से बर्फ खाने तक नाला की चौड़ाई 0.90 मीटर व लंबाई 150 मीटर बताई है।
सुल्तानपुर भावा प्रयाग नर्सिंग होम के पीछे से सलमान नेता के घर के सामने से अयान हॉस्पिटल तक ले नाले चौड़ाई 0.90 मीटर और लंबाई 700 मीटर है।
सरताज के घर से सुभल काम्प्लेक्स तक नाले की चौड़ाई 0.90 मीटर व लंबाई 1500 मीटर तैयार फाइल में दर्ज है।

जहां पर नाला सूची में दर्ज बता रहे हैं वहां से नाता कोई नाला सुभल काम्प्लेक्स तक नहीं जाता है। पीपल के पेड़ से अंदर तक तरफ कम्प्लेक्स तक जाता है। आप की सूची ही सही नहीं, तो सफाई क्या करेंगे।
शुभम, खुल्दाबाद सब्जी मण्डी

समस्या सिर्फ इसी वार्ड की नहीं आसपास के सभी वार्डों की है। बारिश में पूरी मण्डी में पानी भर जाता है। जिनकी दुकानें नीचे हैं, उन्हें जल भराव से व्यापार बंद करना पड़ता है।
लकी, खुल्दाबाद सब्जी मण्डी

नाला ही नहीं हमारे वार्ड में नालियों की भी सफाई बहुत जरूरी है। क्योंकि इस वार्ड में बारिश के समय पानी नहीं निकल पाता। क्योंकि नालियां पूरी तरह से पटी हुई है। इस लिए इसकी प्रॉपर सफाई होनी चाहिए।
घनश्याम, खुल्दाबाद सब्जी मण्डी

बारिश में भाई साहब हमारी दुकान पानी से लबालब हो जाती है। जिस सुलभ काम्प्लेक्स तक के नाले की बात कर हरे हैं, हमारी जानिस में तो उसकी सफाई कभी नहीं होती। हम तो यहां वर्षों से व्यापार कर रहे हैं। नाली और नालों की सफाई मण्डी में ही नहीं, पूरे वार्ड में बहुत जरूरी है।
ताज, खुल्दाबाद सब्जी मण्डी

हमारे वार्ड में छोटी नालियां अधिक हैं। एक नाला है। अब तक न तो नालियों की सफाई हो सकी है और न ही नाले की। नाला सफाई के लिए सूची बनाई गई है तो हम पार्षदों को देनी चाहिए। ताकि हमें पता चल सके और लग कर उसकी सफाई करा सकें। जल्द ही अफसरों से मिलकर वार्ड में नाली और नालों की सफाई के लिए वार्ता की जाएगी।
अब्दुल समद, पार्षद वार्ड 93 सुल्तानपुर भावा