किसी की क्लीनिक है तो किसी के पास है छोटा अस्पताल

फिर भी रोड पर खड़ी होती है गाडि़यां, होती है राहगीरों को परेशानी

शहर के निजी अस्पतालों और क्लीनिक के पास पार्किंग न होना आम बात हो गई है। ये लोग बिल्डिंग बनाकर उसमे तमाम इलाज की सुविधाएं तो बना लेते हैं लेकिन पार्किंग का कोई इंतजाम नही होता। इसे सरकारी रोड के भरोसे छोड़ दिया जाता है। जब मरीज आते हैं तो उनकी गाडि़यां सड़क पर खड़ी होती है और इससे राहगीरों को प्राब्लम का सामना करना पड़ता है।

रोड और गली दोनों में वाहन

शनिवार को हमने सबसे पहले जार्जटाउन जेएलएन रोड स्थित पूजा अस्पताल का जायजा लिया। ऑन रोड स्थित अस्पताल में प्रॉपर पार्किंग नही मिली। मरीजों की गाडि़यां रोड के साथ बगल की गली में खड़ी नजर आई। स्टाफ ने पूछने पर बताया कि अंदर कुछ गाडि़यां खड़ी हो सकती है लेकिन लोग बाहर ही वाहन पार्क करते हैं। कहने पर भी नही मानते।

क्लीनिक के बाहर वाहनों की कतार

लाउदर रोड स्थित स्किन केयर क्लीनिक के बाहर भी वाहनों की कतार लगी थी। पूछने पर बताया गया कि क्लीनिक में पार्किंग की जरूरत नही होती है। हमने मरीज और उनके परिजनों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि पार्किंग होती तो हम सड़क पर क्यों वाहन खड़ा करते। जब तक हम डॉक्टर के पास रहेंगे हमें हमारे वाहन की चिंता सताती रहेगी।

दो पहिया अंदर, चार पहिया बाहर

इसी रोड पर स्थित कृति स्कैनिंग सेंटर में भी चार पहिया वाहन बाहर खड़े नजर आए। वही दो पहिया वाहन अंदर की पार्किंग में लगाए गए थे। बता दें कि शहर बड़े जांच सेंटर में एक कृति स्कैनिंग में दिनभर में एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन और एमआरआई कराने वालों की संख्या सैकड़ों में है। इसलिए यहां वाहनों की तादाद भी अधिक होती है। ऐसे में दो पहिया तो बेहतर तरीके से लग जाते हैं लेकिन फोर व्हीलर वालों को सड़क किनारे ही पार्क करना पड़ता है।

लिफ्ट हो जाती है गाडि़यां

तमाम हॉस्पिटल्स और जांच सेंटर्स आने वाले मरीजों को अक्सर दिक्तत का सामना करना पड़ता है। अक्सर उनकी गाडि़यां लिफ्ट हो जाती है। अगर पार्किंग प्रॉपर हो तो चोरी या लिफ्ट होने का डर खत्म हो जाए। लोग निश्चिंत होकर अपने वाहन लगा सकते हैं। एक बार वाहन लिफ्ट हो जाने के बाद लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है।

हमारा छोटा अस्पताल है। इसलिए अधिक वाहन नही आते हैं। हमारे पास पार्किंग है और उसमे गाडि़या लगाई जाती हैं। कुछ लोग सड़क भी खड़ा कर देते हैं।

डॉ। ज्योति भूषण, पूजा हॉस्पिटल

हमारी तो क्लीनिक है और हमें पार्किंग की जरूरत नही है। सुबह नौ से शाम चार बजे तक हम मरीजों का देखते हैं। इस दौरान वह अपनी सुविधा से वाहन पार्क कर देते हैं।

डॉ। शशांक रस्तोगी, स्किन केयर क्लीनिक