तमंचे पर डिस्को व असलहा प्रदर्शन के वायरल वीडियो पर कई युवा जा चुके हैं जेल

PRAYAGRAJ: कलम चलाने की उम्र में असलहों का प्रदर्शन कर रहे कई युवा अब तक जेल जा चुके हैं। कोई तमंचे पर डिस्को कर रहा तो कुछ किसी के लाइसेंसी असले पर रौब गांठ रहे। ऐसे युवाओं के बेदाग दामन पर मुकदमें का दाग लगा रहा है। सोशल मीडिया पर अब तक इस तरह के वायल दर्जनों वीडियो पर पुलिस कार्रवाई कर चुकी है। जोश में भटक रहे युवाओं प्रवृत्ति अभिभावकों के लिए भी चिंताजनक है। युवाओं के इस असमाजिक जुनून को लेकर 'दैनिक जागरण आई नेक्स्ट' द्वारा मनोचिकित्सक से बात की गई। बातचीत में जो तथ्य सामने आए वह बेहद हैरान करने वाले रहे।

इसकी वजह बता रहे मनोचिकित्सक

मनोचिकित्सक कहते हैं कि इसे हमारी भाषा में इसे आईडेंटिटी विसेज रोल कन्फ्यूजन के नाम से जाना जाता है। बढ़ती उम्र में ऐसा हारमोनल चेंज की वजह से भी होता है। इस उम्र में युवाओं के अंदर बड़ों जैसी नकल करने की प्रवृत्ति ज्यादा होती है। सोशल मीडिया या फिर फिल्म अथवा आसपास का वातावरण अपना प्रभाव छोड़ता है। इनमें वह देखते हैं कि कैसे अपराधियों या दबंगों और असलहों के प्रदर्शन से लोग डरते हैं। समाज उन्हें अलग नजरिए से भी देखता है। इससे उनमें ऐसे लोगों के साथ रहने व उनसा दिखने की प्रवृत्ति बढ़ने लगती है। अभिभावक बच्चा या नासमझ अथवा शरारती समझकर नजरंदाज कर देते हैं। यही नजरंदाजी युवाओं के बहकने का सबसे बड़ा कारण बन जाता है। जो उन्हें जेल तक पहुंचा देता है। असलहों के प्रदर्शन, अपहरण, फायरिंग करते हुए युवाओं का वायरल वीडियो इन्हीं सब का नतीजा है।

बहकते लाडलों को ऐसे बचाएं आप

युवाओं के पैरेंट्स और रिलेटिव्स को आंख कान खोलकर रखना चाहिए

घर में जब भी असलहों की, फायरिंग की बातें करें तो उन्हें टोंक दें

किसी रिश्तेदार या खुद की गन लेने की कोशिश करें तो सख्ती से मना कर दें

उनकी फ्रेंड सर्किल पर नजर रखें। शिकायत मिले तो बैठाकर समझाएं

बताएं कि किस तरह से सही काम और शिक्षा से अलग पहचान बनाती है

पुलिस की कार्रवाई से अपराधियों की दुर्गति के बारे में बच्चों को बताएं

सैंपल केस एक

एक जून को बंगलुरू के युवक को अपहरण करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में अपहरणकर्ता खुद को दबंग शो करते हुए नजर आ रहे थे। पुलिस छानबीन में जुटी तो मालूम चला कि युवक शिवकुटी एरिया के हैं। एसओजी सिटी प्रभारी व शिवकुटी पुलिस ने गोविन्दपुर स्थित एक मकान से अगवा किए गए युवक को बरामद किया। मामले में आरोपित राहुल व प्रदीप गिरफ्तार कर जेल भेजे गए। आरोपितों के साथ चेतन की तलाश अब तक पूरी नहीं हो सकी है।

सैंपल केस दो

जून माह की दो तारीख को कुछ युवकों द्वारा असलहों का प्रदर्शन करते हुए वीडियो वायरल हुआ। युवा असलहा लेकर दबंग स्टाइल में एक्शन करते हुए नजर आ रहे थे। जांच शुरू हुई तो मालूम चला चला कि वीडियो पूरामुफ्ती एरिया का है। एसएसपी के निर्देश पर आरोपितों की छानबीन शुरू की गई। पड़ताल आगे बढ़ी तो मालूम चला कि युवाओं का यह वीडियो करीब डेढ़ दो साल पुराना है। मुकदमा तो दर्ज हुआ पर युवक अभी पुलिस की पकड़ से दूर बताए जा रहे हैं।

सैंपल केस तीन

आठ जून को फिर कैंट एरिया के बेली कछार का एक वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में तीन युवकों द्वारा एक युवक को अ‌र्द्धनग्न करके पिटाई की जा रही थी। एक युवक तो उसके गले पर पांव से हमला कर रहा था। वीडियो में भुक्तभोगी हाथ जोड़कर उनसे माफी मांगता रहा। वीडियो बेली कछार का ही था। यह बात आ रही आवाज से साबित थी। कैंट थाने में पीडि़त की तहरीर पर 307 का केस दर्ज किया गया। इसमें भी एक आरोपित गिरफ्तार बताया गया।

सैंपल केस चार

सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर 13 जून को एक वीडियो आया। इसमें एक युवक असलहा लेकर तरह-तरह के स्टाइल दिखा रहा था। उसकी स्टाइल पूरी तरह से दबंगों वाली थी। वीडियो इंस्टाग्राम पर था लिहाजा पुलिस काफी तेज एक्टिव हुई। मामले की छानबीन में क्राइम ब्रांच द्वारा युवक को पकड़ा गया था। एसपी क्राइम द्वारा मामले की पीसी की गई थी। युवाओं में बढ़ती इस हरकत को देखते हुए वह अभिभावकों को अलर्ट भी किए थे।

सैंपल केस पांच

मेजा एरिया में आई बारात के आरकेस्ट्रा स्टेज पर युवती संग एक युवक तमंचे पर डिस्को कर किया। उसके इस डिस्को का वीडियो 16 जून को वायरल हुआ। वह हाथ में तमंचा लेकर स्टेज पर रौब गांठ रहा था। वायरल वीडियो की पड़ताल में जुटी मेजा पुलिस को मालूम चला कि बारात मीरजापुर से आई थी। तमंचा लेकर स्टेज पर युवती संग डांस करने वाला भी वहीं का ही है। मीरजापुर से आशीष यादव नामक युवक को गिरफ्तार कर 17 जून को जेल भेजा गया।

सैंपल केस छह

एक बारात में आधा दर्जन से अधिक युवकों द्वारा ताबड़तोड़ कई राउंड फायरिंग की गई। यह वीडियो भी 17 जून गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल वीडियो की तफ्तीश में वीडियो नवाबगंज एरिया का पाया गया। एक्सपर्ट की जांच में पाया गया कि वीडियो करीब डेढ़ से दो साल पुराना है। फिलहाल वीडियो के आधार पर नवाबगंज पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है।

इस स्थिति के पीछे मनोचिकित्सा में कई कारण बताए गए हैं। इनमें कुछ पर गौर करके स्थिति को आसानी से समझा जा सकता है। घर के बड़े व बुजुर्गो को चाहिए कि वे बढ़ते उम्र के लाडलों को लेकर सतर्क करें।

डॉ। राकेश पासवान

मनोचिकित्सक

असलहों के प्रदर्शन या उनसे अनायास फायरिंग करना कानून के विरुद्ध है। इधर बीच सोशल मीडिया पर वायरल कई वीडियो को संज्ञान लिया गया। कई युवा जेल भेजे जा चुके हैं। शेष की तलाश जारी है।

सौरभ दीक्षित

एसपी यमुनापार