प्रयागराज ब्यूरो, कृष्ण कुमार फतेहपुर जिले के धाना थाना क्षेत्र स्थित देवधर गांव निवासी जितेंद्र सिंह के दो बेटों में छोटा था। वह जिम में लगी मशीनों को बनाने का मैकेनिक था। घर वालों की मानें तो वह करीब तीन वर्ष पूर्व प्रयागराज आया था। यहां करीब तीन साल तक लूकरगंज में किराए का रूम लेकर रहता था। इधर करीब एक डेढ़ वर्ष से वह पुराना कटरा स्थित मो। इकबाल के मकान में किराए पर रूम लिया था। उसका रूम ग्राउंड फ्लोर पर गैलरी से सटा हुआ था। जबकि अन्य फ्लोर पर दूसरे किराएदार व मो। इकबाल खुद परिवार संग रहता था। बताते हैं कि शनिवार रात करीब तीन बजे उसके कमरे से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। गोली की आवाज सुनते ही मकान मालिक व अन्य किराएदार दौड़ पड़े। उसके कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। किसी तरह लोग कमरे में झांककर देखे तो सभी सन्नाटे में आ गए। सूचना मिलते के थोड़ी देर बाद कर्नलगंज थाना प्रभारी जवानों के साथ मौके पर पहुंचे। दरवाजे को तोड़कर पुलिस कमरे के अंदर पहुंची। पुलिस ने देखा तो गोली उसके बाईं आंख के ऊपर मत्थे पर लगी थी और वह दम तोड़ चुका था। जिस तख्त पर उसकी बॉडी थी उसी पर दाहिनी ओर एक तमंचा पड़ा था।
कब्जे में मोबाइल, तमंचा व लेटर
पुलिस के मुताबिक कृष्ण कुमार सिंह तमंचे से खुद को गोली मारकर सुसाइड किया है। बड़ा सवाल यह है कि उसके पास यह तमंचा कहां से आया। वह युवती कौन और कहां की है जिससे वह लव में नाकाम हुआ था। युवती से सम्बंधित की बाबत परिजन या मकान मालिक भी पुलिस को कुछ नहीं बता सके। ऐसे में पुलिस कमरे में मिले सुसाइड लेटर, उसके मोबाइल और तमंचे को कब्जे में ले ली है।
लेटर की बातें से उठ रहे कई सवाल
परिजनों के मुताबिक पुलिस को मिले सुसाइड नोट में युवती के नाम के साथ यह लिखा है कि मुझे पता है कि आप बहुत परेशान हो मेरी वजह से। लेकिन मैं आपको परेशान नहीं देख सकता हूं, इसलिए मैं फैसला कर चुका हूं कि आप के रास्ते से हमेशा-हमेशा के लिए जा रहा हूं। हो सके तो माफ करना जो आप से इतना प्यार किया लेकिन आप मेरे साथ जो खेल खेली हो आप को एक दिन बहुत पछताना होगा कि पहले सबको मेरे से अलग किये फिरखुद ही इतना दूर चले गए, मैं आपके बिना नहीं रह पाऊंगा। प्लीज मुझे माफ करना और अंकल जी से भी सारी घर वालों का कहना है कि इसमें कई ऐसी बातें हैं जो कई सवाल खड़े करती हैं।
युवक द्वारा रूम के अंदर इश्क में नाकामी पर खुद को गोली मारकर सुसाइड किया गया है। प्राप्त लेटर से यह बात स्पष्ट हो चुकी है। फिर भी उसके मोबाइल व लेटर और तमंचे की गहन जांच कराई जाएगी। पोस्टमार्टम बाद बॉडी उसके परिजनों को सौंप दी गई है।
राम मोहन राय, इंस्पेक्टर कर्नलगंज