प्रयागराज (ब्यूरो)। सुशील कुमार उर्फ टोनू पूरामुफ्ती एरिया के दयालू का पुरवा निवासी स्व। राम किशुन के चार बेटों में दूसरे नंबर पर था। उसकी दो बहनें भी हैं। बताते हैं कि मां निर्मला संग धूमनगंज मुण्डेरा चौकी के पास किराए के कमरे में रहता था। यहां रहकर वह फल और सब्जी का ठेला लगाया करता था। इस बीच उसकी मुलाकात मुण्डेरा भूसा वाली गली निवासी शिव कुमार की बेटी ननकी देवी से हो गई। लोगों की बातों पर यकीन करें दोनों की यह मुलाकात दोस्ती से होकर लव में कनवर्ट हो गई। दोनों एक दूसरे पर जान छिड़कने लगे। इसके बाद वह फोन से आपस में बातें भी करने लगे। आरोप है कि रात करीब 11 बजे के आसपास प्रेमिका यानी ननकी देवी टोनू को फोन करके बुलाई। फोन कटने के बाद वह उसके घर जा पहुंचा। वह पहुंचा तो प्रेमिका दरवाजा खोलकर उसे अंदर बुला ली। दोनों को एक कमरे में देख युवती के घर वालों का खून खौल उठा। बगैर सोचे समझे सभी मिलकर टोनू की लाठी डंडों से पिटाई शुरू कर दिए। उसे इस कदर पीटा गया कि गंभीर रूप से घायल होकर वह जमीन पर गिर पड़ा। यह देख सभी डर गए और उसके घर में घुसने की खबर पुलिस को दिए। धूमनगंज पुलिस पहुंची तो टोनू घर के अंदर खून से लथपथ होकर कराह रहा था। उसके सिर से लेकर पूरे बदन पर गंभीर चोट के निशान थे। सांसे चल रही थीं, यह देख पुलिस उसे लेकर एसआरएन हॉस्पिटल पहुंची तो डॉक्टर मृत घोषित कर दिए। पुलिस की सूचना पर पहुंचे परिजन टोनू की बॉडी देख हॉस्पिटल में चीख पड़े। पुलिस ने उसकी बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। यह सारे आरोप टोनू के परिजनों द्वारा युवती व उसके घर वालों पर लगाए गए हैं। टोनू की मां द्वारा पुलिस को शिवकुमार, फूला देवी, प्रभात, ननका व ननकी के खिलाफ तहरीर दी गई। तहरीर के आधार पर आरोपितों के खिलाफ पुलिस हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर देर रात तक मामले की जांच में जुटी रही।

सीडीआर खोलेगी कॉल का राज

हत्या के इस सनसनीखेज केस के आरोपितों का कुछ और ही कहना है। इनकी मानें तो युवक यानी टोनू को उनकी बेटी कॉल नहीं की थी। वह खुद जबरदस्ती घर में घुस कर बेटी से अभद्रता कर रहा था। बेटी की आवाज सुनकर ही उन लोगों ने उसे देखा और पिटाई की। खैर इन सारे आरोप प्रत्यारोप को देखते हुए घटनास्थल पर पहुंची पुलिस युवती व युवक दोनों के मोबाइल को कब्जे में ली है। पुलिस अब इन दोनों के मोबाइल का कॉल डिटेल निकलवा कर चेक करेगी। पुलिस का मानना है कि इसके बाद कॉल कौन किसी किया था यह क्लियर हो जाएगा। फिलहाल दर्ज मुकदमें के आधार पर आरोपितों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ में देर रात तक जुटी रही।

खुद गया था या बुलाई थी बना सवाल

मौका-ए-वारदात की क्राइम सीन और दर्ज रिपोर्ट की बातों एवं आरोप प्रत्यारोप के बीच से कई तरह के सवाल हैं जो लोगों के बीच आत्ममंथन के कारण बने हुए हैं।

लोगों के सवाल यह हैं कि युवती उसे फोन करके कैसे बुला सकती है, जब उसे पता था कि रात का वक्त है और घर के सारे लोग मौजूद हैं।

प्रेमिका यानी युवती ने फोन करके बुलाया भी तो वह रात में उसके घर मिलने कैसे जा सकता है। उसे इतनी समझ तो रही ही होगी कि रात में उसके सभी परिजन घर पर ही होंगे और वह फंस भी सकता है।

इन सब मध्य से जो एक बात आ रही है उस पर भी गौर करने योग्य है। हुआ यूं होगा कि दोनों की फोन पर बातें जरूर हुई होंगी, पर युवक उसके घर पहुंचा खुद से ही होगा।

दरवाजे पर उसके आने की खबर से युवती डर गई होगी और छिपाने के लिए कमरे में अंदर कर ली होगी। कमरे में कुछ ऐसा हुआ होगा किसी आवाज परिजनों तक पहुंची होगी जिसके बाद वे इस घटना को अंजाम दे डाले होंगे।

बहरहाल पुलिस की जांच पूरी होने तक इन तमाम कयासों पर बहुत विश्वास से यकीन नहीं किया जा सकता। मगर, इस तरह की चर्चाएं घटना के बाद लोगों के बीच आम रहीं।