वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (एचएसआरपी) 15 फरवरी तक लगवाना जरूरी था। बावजूद इसके नौ लाख से अधिक वाहनों में आज तक हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगा। अब ऐसे वाहनों के खिलाफ संभागीय परिवहन विभाग ने अभियान शुरू किया है। चार टीमों का गठन कर जांच प्रारंभ कर दी गई है। दो दिन में 48 वाहनों का चालान काटा गया है। विभाग की इस कार्रवाई से बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के दौड़ रही गाडिय़ों के मालिकों के बीच खलबली मची हुई है। लोगों ने दो दिन के अंतराल में एक हजार से अधिक लोगों ने ऑनलाइन हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए अप्लाई तक किये है। वहीं विभाग ने भी कार्रवाई के लिए कमर कस ली है। कहना है बिना हाइ सिक्योरिटी नंबर प्लेट के न तो वाहन मालिक बेच सकेंगे न तो रोड पर चला सकेंगे।
पांच लाख वाहनों में ही लगा है एचएसआरपी
जनपद में 14 लाख 67 हजार 868 वाहन पंजीकृत है। इन सभी वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की अनिवार्यता के लिए पिछले वर्ष 30 नवंबर तक अंतिम तिथि निर्धारित की गई थी। लेकिन, शत प्रतिशत वाहनों में एचएसआरपी नहीं लग सका। जिस पर 15 फरवरी तक तिथि बढ़ा दी गई। निर्धारित तिथि पूरी होने के बाद एआरटीओ प्रशासन राजीव चतुर्वेदी ने हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगे वाहनों की संख्या को खंगाला तो पता चला कि करीब पांच लाख 30 हजार वाहनों में ही यह लगा है। यानि नौ लाख से अधिक वाहनों में एचएसआरपी आज तक नहीं लगी है। शुक्रवार को एआरटीओ प्रवर्तन की तीन और यात्री कर अधिकारी की एक टीम का गठन किया गया। इन सभी को हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट विहीन वाहनों के चालान का निर्देश दिया गया। पहली बार पकड़े जाने पर पांच हजार और दूसरी बार 10 हजार रुपये का चालान काटने की बात कही गई है।
अप्लाई करने का तरीका
1- ऑर्डर करने के लिए आपको सबसे पहले अपने मोबाइल की क्रोम ब्राउजर पर जाना है और वहां पर सर्च करना है क्चशशद्म द्व4 ॥स्क्रक्क
2- यहां पर आपको दिखाई दे रही तीर के सामने ड्ढशशद्म-द्व4-द्धह्यह्म्श्च पर क्लिक कर देना है
3- यहां पर आपको दो ऑप्शन दिखाई देगा प्राइवेट व कमर्शियल व्हीकल अपने हिसाब से चुन लेना है
4- आपका वाहन किस ईंधन से चलता है यहां से अपने हिसाब से चुन लेना है
5- आपका वाहन टू व्हीलर, फोर व्हीलर, हाईवे मोटर व्हीकल कौन सा है, यहां से चुन लेना है
6- आपका वाहन कौन सी कंपनी का हैं, यहां से चुन लेना है
7- यहां से आपको अपना राज्य चुन लेना है
8- यहां पर आपको सभी डीलर की लिस्ट दिखाई देगी, आपको जिस डीलर से अपना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाना चाहते है, उसे चुन लें
9- यहां पर आपको अपने व्हीकल की सभी जानकारी भर देनी है, जैसे रजिस्ट्रेशन नंबर, रजिस्ट्रेशन डेट व आदि
10- यहां पर आपको अपना कनेक्ट इंफॉर्मेंशन भर देना है जो भी आपके आरसी पर दर्ज है। इसके बाद नेक्स्ट पर क्लिक कर देना है।
11- यहां से आपको अपने हिसाब से कोई तारीख चुन लेना है। जिस दिन आपको अपनी डीलर के पास जाना होगा।
12- इसकी बाद हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट उत्तर प्रदेश आवेदन प्रक्रिया पूरी हो जाती है, जिसे आप प्रिंट कर सकते हो।
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के फायदे
- हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के माध्यम से वाहन की पूरी जानकारी निकाली जा सकती है।
- हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट से सारी जानकारी कंप्यूटराइज्ड होती है जिसकी वजह से सिस्टम में पारदर्शिता आती है।
- हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के कोड से केंद्रीय स्तर सारी जानकारी आसानी से इकट्ठी की जा सकती है।
- हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के कोड कंप्यूटराइज्ड होने की वजह से फर्जी नंबर की नंबर प्लेट नहीं बनती और गैर कानूनी काम रुक जाते है।
- राज्य के सभी वाहनों को अलग कोड प्रदान किया गया है।
नंबर प्लेट की फीस
कैटेगरी - चार्ज
दो पहिया वाहन - 400 रुपये
चार पहिया वाहन - 1100 रुपये
कार्रवाई के बाद धड़ाधड़ हो रहा अप्लाई
दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम ने दो दिन के अंदर हुई 48 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के बाद जब हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अप्लाई करने का डाटा चेक किया तो चौकाने वाला था। पुराने 11 सौ से अधिक वाहनों का हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अप्लाई किया गया था। सूत्रों की माने तो आरटीओ प्रवर्तन दल की टीमों का कार्रवाई इसी तरह से जारी रहा तो जल्दी ही सभी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगा नजर आयेगा।
चालान से बचने के लिए सभी को अपने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाना होगा। पहली बार में पांच व दूसरी बार में दस हजार रुपये का जुर्माना है। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगे होने से कई फायदे भी है।
राजीव चतुर्वेदी एआरटीओ प्रशासन -