- सैटरडे और संडे लॉकडाउन से प्रभावित हो रहा है आटो मोबाइल बिजनेस
- पहले से चालीस फीसदी कम बिक रहे हैं वेहिकल्स
प्रयागराज- कोरोना कम हो गया लेकिन उसका असर अभी भी मार्केट पर दिख रहा है। सैटरडे और संडे को मार्केट लॉकडाउन होने से आटोमोबाइल्स बिजनेस भी प्रभावित हो रहा है। शोरूम से टू और फोर व्हीलर गाडि़यां नहीं बिक पा रही हैं। व्यापारियों का कहना है कि सरकार को अब बिना देरी किए वीकेंड को अनलॉक कर देना चाहिए जिससे हमारी बिक्री बनी रहे।
कस्टमर घर से कैसे निकलेगा
शोरूम संचालकों का कहना है कि सप्ताह के पांच दिन तक लोग आफिस में बिजी रहते हैं। सैटरडे और संडे उनके पास टाइम होता है। इस दौरान वह आसानी से घर से निकल सकते हैं और अपनी मनपसंद वाहन भी खरीद सकते हैं लेकिन कोरोना काल में लोग पहले से घर से कम निकल रहे थे और अब वीकेंड लॉक डाउन होने से वह घर पर रहना पसंद करते हैं। ऐसे में आटोमोबाइल बिजनेस बुरी तरह से झटके खा रहा है।
मैनुफैक्चरिंग भी है डाउन
बता दें कि साउथ में अधिकतर आटोमोबाइल कंपनियों के प्लांट स्थापित हैं। लेकिन कोरोना काल होने की वजह से यहां वाहनों की मैनुपैक्चरिंग काफी कम हो रही है। ऐसे में शोरूम में वाहनों की सप्लाई काफी कम हो गई है। लोगों को चाहकर भी बुकिंग मिलने में दिक्कत हो रही है। इस मार से शोरूम मालिक परेशान थे कि वीकेंड लॉकडाउन ने रही सही कसर पूरी कर दी है।
40 फीसदी कम हो गई मार्केट
कोरोना काल में शहर में आटो मोबाइल मार्केट आलरेडी काफी कमजोर हो चुकी है। व्यापारियों का कहना है कि सेलिंग का ग्राफ 40 फीसदी नीचे आ चुका है। ऊपर से सैटरडे बंदी से 15 फीसदी का अतिरिक्त नुकसान हो रहा है। कुल मिलाकर 50 फीसदी मार्केट बची है। उम्मीद है कि नवरात्र में नुकसान की कुछ बहुत भरपाई हो सकती है। तब तक कंपनियों का प्रोडक्शन भी चालू हो जाएगा।
मार्केट अभी बहुत अधिक डाउन चल रहा है। लगन मई में खत्म हो गई थी। इक्का दुक्का वाहन बिक जाएं तो बड़ी बात है। सैटरडे और संडे को लॉकडाउन अब खत्म कर देना चाहिए। जिससे हमारे नुकसान की थोड़ी भरपाई हो जाए। नवरात्र में हालात सुधरने के आसार लग रहे हैं।
हरप्रीत सिंह, जीएस ड्रीम हांडा
साउथ में कोरोना काफी अधिक फैला था। इसकी वजह से प्रोडक्शन कम हो रहा है। इसके अलावा हाल ही में सरकार ने बिना बताए वाहनों के दाम 9500 रुपए की बढ़ोतरी कर दी है। इससे भी ग्राहक थोड़ा परेशान हैं। हालात सुधारने के लिए वीकेंड में शोरूम खोलने की परमिशन दी जानी चाहिए।
रजत, जेपी मोटर्स
व्यापारी प्रभावित हो रहा है। बिक्री गिरकर 50 फीसदी पर आ गई है। पहले लोग वीकेंड पर अपना वाहन पसंद करते थे लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। लोग घर में कैद हैं। फिलहाल तो सैटरेड और संडे राहत देनी चाहिए।
सुशील खरबंदा, खरबंदा मोटर्स