प्रयागराज (ब्यूरो)। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग में हर वर्ष भर्ती देने का वादा किया था। बावजूद इसके पिछले तीन वर्ष से कोई भर्ती नहीं आई। बीटीसी, डीएलएड, बीएड शिक्षित छात्र बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। लाखों प्रशिक्षु टेट व सीटेट पास करके बैठे हैं। 51112 और 68500 भर्ती में से भी करीब 22 हजार पद रिक्त हैं। हर वर्ष दस से पंद्रह हजार शिक्षक सूबे में रिटायर्ड हो रहे हैं। इन सभी को जोड़कर करीब 97000 पदों पर तत्काल भर्ती निकाली जाय। आगामी भर्ती में शिक्षामित्रों को एक और मौका मिल दिए जाने की बात कही जा रही है। इस लिए 68500 की बची हुई सीटों को भी नई भर्ती में जोड़ा जाए।
डंडा पटकते ही मची भगदड़
तमाम कोशिशों के बावजूद वह चौराहे पर धरना से उठने को तैयार नहीं थे। इस पर पुलिस एक बार डंडा पटकी तो सभी भागने लगे। भीड़ तितर-बितर हुई तो पुलिस को थोड़ा मौका मिला। इसके बाद एसपी सिटी सभी को समझा कर शांत कराने में सफल हुए। उनकी बात को मानते हुए धरना प्रदर्शन समाप्त करके छात्रों का एक प्रतिनिधि मण्डल एडीएम सिटी कार्यालय पहुंचा। यहां प्रतिनिधि मण्डल की ओर से सरकार को सम्बोधित ज्ञापन एडीएम सिटी को सौंपा गया।
बीटीसी, डीएलएड, बीएड डिग्री होल्डर को सरकार नौकरी दे नहीं पा रही और शिक्षा मित्रों के समायोजन की बात कर रहे हैं। इंटर व बीए पास होने पर ही सरकार शिक्षक बना रही है तो फिर बीटीसी, डीएलएड, बीएड जैसी डिग्री लेने का क्या मतलब है।
अजय चौहान, छात्र
बीटीसी, डीएलएड, बीएड करने के बाद यदि बेरोजगारी झेलनी पड़ेगी तो हम सब क्या करेंगे। हर नौकरी के लिए एक एज निर्धारित है। पढ़ाई और ट्रेनिंग आदि लेने के बावजूद भर्ती के लिए विज्ञापन सरकार जारी नहीं कर रही। ऐसे में तमाम लोग ओवर एज हो जाएंगे।
शेरू यादव, छात्र
छात्रों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बैंक रोड पर प्रदर्शन किया था। मौके पर पहुंच कर उन्हें समझाकर शांत कराया गया। इस बाबत छात्रों के एक प्रतिनिधि मण्डल ने ज्ञापन दिया है।
दिनेश सिंह, एसपी सिटी