प्रयागराज (ब्‍यूरो)। प्रयागराज। ये इश्क नहीं आसां, पत्थर से सिर टकराना है, आग का दरिया और तैर कर जाना है। ये शेर शायद किसी शायर ने मोहब्बत की दुश्वारियों को बयां करने के लिए लिखा है। ये जो मोहब्बत है, शायद बड़ी अजीबो गरीब चीज है। जिसे हो जाए वो भी पछताए, जिसे न हो वो भी पछताए। खैर, मोहब्बत आसान नहीं रह गई है। बदलते वक्त में समाज में खुलापन आया है, मगर आज भी मोहब्बत की बात जब चलती है तो प्रेमियों को न जाने कितनी बंदिशों से होकर गुजरना पड़ता है। शायद इसी का नतीजा है कि वक्त बदलने के बाद भी मोहब्बत की डगर में मैक्सिमम प्रेमी युगल को जिंदगी का कोई किनारा नहीं मिलता है। मोहब्बत और परिवार में जब किसी एक को चुनने की बारी आती है तो फिर मैक्सिमम युवा मोहब्बत को ही चुनते हैं, मगर मोहब्बत की राह पर चार कदम चल पाना भी उनके वश का नहीं रहता है। और उनके आगे अपनी जिंदगी को खत्म कर देने का ही रास्ता बचता है।

केस एक
लव मैरिज के बाद खत्म कर दी जिंदगी
मेजा के उरुवा के पास मनु का पुरा गांव है। यहां के रहने वाले राजन शर्मा ने पढ़ाई पूरी की। कोई काम नहीं मिला तो राजन ने ड्राइवरी सीखी और गाड़ी चलाने लगे। राजन की रिश्तेदारी उतरांव में है। करीब दो साल पहले रिश्तेदारी में गए राजन की मुलाकात दीक्षा से हुई। दस मिनट की मुलाकात ने राजन की जिंदगी बदल दी। राजन दीक्षा की यादों में खो गया। मानो उसे अपने सपनों की शहजादी मिल गई थी। करीब एक साल तक दोनों में चोरी छिपे मिलना जुलना और मोबाइल पर बात करना लगा रहा। इसके बाद दोनों ने घर वालों के विरोध में शादी कर ली। राजन दीक्षा को अपनी पत्नी बनाकर घर ले आया। घरवाले पहले से विरोध में थे, मगर किसी तरह वह दीक्षा को साथ रखने के लिए तैयार हो गए। पिछले दिनों राजन दीक्षा को लेकर अपनी ससुराल गया। वह 11 जुलाई को वापस लौटा। राजन ने घरवालों के विरोध की वजह से उरुवा में किराए पर मकान ले लिया था। दोनों उरुवा में किराए के मकान में रुक गए। 14 जुलाई की सुबह दोनों की बॉडी फांसी के फंदे पर लटकती मिली। दोनों एक साथ जिंदगी न जी सके, मगर मौत को एक साथ गले लगा लिया। दोनों की मौत के साथ उनकी जिंदगी का किस्सा खत्म हो गया, मगर सवाल रह गया कि आखिर जब दोनों ने शादी कर ली थी तो फिर जान देने की नौबत क्यों आ गई और इस सवाल का जवाब देने के लिए दोनों अब इस दुनिया में नहीं हैं।


केस दो
पेड़ पर लटकती मिली बॉडी
इस प्रेम कहानी का अंत बहुत ही दुखद है। प्रेमी भागीरथी ने अपनी मोहब्बत को पाने के लिए न जाने कितना बर्दाश्त किया। प्रेमिका जानकी के पिता ने भागीरथी के खिलाफ बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया। ये तो गनीमत रही कि बयान में जानकी अपने अपहरण की बात से मुकर गई, इसके बाद भी भागीरथी को जेल जाना पड़ा। जेल से छूटने के बाद भागीरथी से जानकी को दूर करने की हरसंभव कोशिश की गई। मगर शायद दोनों ने तय कर लिया था कि अब जीना भी साथ तो मरना भी साथ। मई के आखिरी सप्ताह में जानकी को उसके घरवालों ने बुआ के घर सिकंदरा भेज दिया। इसका पता चलने पर भागीरथी जानकी के पास पहुंंच गया। आठ जून की रात भागीरथी जानकी को लेकर उसके बुआ के घर से गायब हो गया। दोनों दो दिन तक न जाने कहां रहे। दोनों की बॉडी 11 जून की सुबह सिकंदरा एरिया के तुलापुर जंगल में पेड़ से लटकती मिली। दोनों ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली। यहांं पर भी सवाल है कि जब दोनों घर से निकल ही गए थे तो आखिर जान की बात क्यों सोच ली।

ऐसा भी हो रहा मोहब्बत में
- शिवकुटी एरिया में एक युवती ने फांसी लगा ली। जबकि उसने अपने प्रेमी से विवाह भी कर लिया था। लव मैरिज के बाद दोनों कानपुर से प्रयाग आकर शिवकुटी में रहने लगे। मगर दोनों जिंदगी का तनाव बर्दाश्त नहीं कर पाए। आखिरकार युवती ने फांसी लगा ली।
- मेजा में एक युवती की उसके प्रेमी ने ही हत्या कर दी, दोनों करीब पांच साल लिव इन रिलेशन में रहे। यहां मामला दूसरा है। दोनों के परिवार वाले शादी के राजी भी थे, मगर न जाने कब प्रेमी को प्रेमिका पर शक होने लगा। इसके बाद प्रेमी ने प्रेमिका को मार डाला।
- पूरामुफ्ती में भाई ने बहन की गोली मारकर हत्या कर दी। बहन अपनी मर्जी से प्रेमी से शादी करना चाहती थी। जबकि भाई बहन पर अपनी मर्जी से शादी करने के लिए दबाव बना रहा था। आखिरकार बहन ने विरोध कर दिया। जिस पर भाई ने उसकी हत्या कर दी।

- एयरपोर्ट थाना एरिया में एक युवती ने अपने प्रेमी को चाकू से गोद डाला। युवती को अपने प्रेमी पर शक था। प्रेमी किसी और लड़की से बात करता था। अक्सर उसका मोबाइल इंगेज रहता था। आखिरकार राज खुल गया।

- नैनी में प्रेमी के साथ मिलकर युवती ने अपने पति की हत्या कर दी। पति अक्सर नशे में घर आता था। इसके बाद पत्नी से झगड़ा करता था। इस दौरान पत्नी का इंस्टाग्राम पर एक युवक से अफेयर हो गया। दोनों का मिलना जुलना शुरू हो गया। युवती ने प्रेमी से पति की हरकतों की शिकायत की। जिस पर प्रेमी और पत्नी ने मिलकर पति की हत्या कर दी।

जिंदगी आसान नहीं होती है। अक्सर कच्ची उम्र में युवक युवती करीब आ जाते हैं। उन्हें लगता है कि जिंदगी वह जी लेगें। मगर हकीकत में ऐसा होता नहीं है। उस भी घरवालों और समाज का ताना। कहीं न कहीं मनोबल कमजोर हो जाने से प्रेम संबंध का अंत मौत होता है।
डा.कमलेश तिवारी, मनोविज्ञानी

आज के वक्त में चमक दमक की राह पर चलने वाले युवा आनन फानन में फैसला ले लेते हैं। तमाम मामले ऐसे भी आते हैं जिसमें प्रेमी युवा शादी के बाद आपस में एडजस्ट नहीं कर पाते हैं। तो तमाम मामलों में घरवालों का विरोध बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। जिसकी वजह से अंत में जिंदगी खत्म कर देने का ही रास्ता बचता है।
डा.राकेश पासवान, मनोचिकित्सक