रविवार को डूबकर मरी थी महिला और उसके तीन बच्चे

पोस्टमार्टम में बेटे व बड़ी बेटी के सिर पर मिले गंभीर चोट के निशान, मां व छोटी बेटी की डूबने से मौत

पति के रिश्तेदारों ने रिसीव की चारों की बॉडी, खेत में दफनाने पर अड़े मायके वाले तो हुआ हंगामा

PRAYAGRAJ: मां रेनू देवी के साथ तीनों बच्चों की बॉडी का सोमवार को पोस्टमार्टम हुआ। चारों की बॉडी रविवार को तालाब में मिली थी। सभी के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। चोट होने की बात का जिक्र खुद पुलिस द्वारा पंचनामा में भी किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण अलग-अलग बताया गया। रेनू और उसकी छोटी बेटी की मौत डूबने से जबकि बेटे व बड़ी बेटी के मौत का कारण सूत्र हेड इंजरी बता रहे हैं। चोट इतने सख्त थे कि ब्लड जम गया था। पोस्टमार्टम बाद मायके वाले बॉडी रिसीव करने से कतराते रहे। लड़के पक्ष के मौजूद रिश्तेदारों ने बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए रिसीव किया। बॉडी गांव पहुंची तो कोहराम मच गया। मायके वाले जलाने के बजाय खेत में चारों की बॉडी को खेत में दफनाने पर अड़ गए। इस पर देर शाम तक गांव का महौल तनाव पूर्ण बना रहा। शांति व सुरक्षा के लिहाज से लालापुर थाने की फोर्स देर रात तक गांव में डटी रही।

चौदह साल पूर्व हुई थी शादी

रेनू देवी (30) घूरपुर एरिया के दलवाबारी गांव निवासी शिवशंकर यादव की बेटी थी। चार बहन और तीन भाइयों में चौथे नंबर पर रही रेनू काफी खुश दिल थी। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे उसके भाई की मानें तो रेनू की शादी 14 साल पूर्व लालापुर थाना क्षेत्र के बसहाई गांव निवासी शिव कुमार से हुई थी। विवाह बाद रेनू ने तीन बच्चों कल्पना (15), सरोज उर्फ कल्लू (10) और गोलू (09) को जन्म दिया। उसका पति प्राइवेट सुरक्षा गार्ड की नैनी में नौकरी किया करता था। कहा कि ससुराल वाले आए दिन रेनू को प्रताडि़त किया करते थे। विवाद के चलते शिव कुमार के तीनों भाई अलग हो गए। फिर भी उसे प्रताडि़त किए जाने का क्रम जारी रहा। शनिवार को करीब आठ बजे शिव कुमार घर से ड्यूटी के लिए निकल गया था। इसके बाद रेनू की सास व जेठ आदि से विवाद हो गया। रविवार को तीनों बच्चों संग रेनू की बॉडी बसहाई गांव से करीब एक किलोमीटर दूर तालाब में तब्दील माइंस खदान के गड्डे में मिली। मायके वालों को खबर रेनू के पति ने फोन तब दी जब बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दी गई। सोमवार को पोस्टमार्टम हाउस में मायके वालों को बॉडी सीन करवाई गई। बॉडी देखने वालों ने बताया कि रेनू के होठ और दाढ़ी पर चोट के निशान थे। नाक में भी जख्म दिखाई दिया। इसी तरह छोटी बेटी की आंख के पास और बड़ी बेटी एवं बेटे के सिर एवं सीने पर एवं हाथ पर चोट के निशान थे। सूत्र बता रहे हैं कि बेटे और बड़ी बेटी की मौत सिर चोट एवं मां व छोटी की मौत डूबने से हुई है।

पति के रिश्तेदारों ने रिसीव किए बॉडी

रेनू के मायके से कोई सगा सम्बंधी पोस्टमार्टम हाउस पर नहीं था। उसके पति के जीजा और मामा आदि रिश्तेदार मौजूद थे।

पोस्टमार्टम बाद रेनू के परिवार वाले बॉडी रिसीव करने से कतराने लगे। इस पर उसके पति के मौजूद रिश्तेदार जीजा और मामा ने बॉडी को अपने सुपुर्द लिया।

बॉडी लेकर सभी रेनू के ससुराल पहुंचे तो मायके वाले नई कहानी शुरू कर दिए।

वह चारों की बॉडी को जलाने के बजाय खेत में दफ्न करने की जिद पर अड़ गए। इस बात को लेकर विवाद की स्थिति बन गई।

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मां संग बच्चों की हत्या का केस दर्ज, आठ लोग नामजद

डीआईजी / एसएसपी ने दिए थे रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश

क्कक्त्रन्ङ्घन्द्दक्त्रन्छ्व: सोमवार को हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखने व तहरीर के आधार आठ के खिलाफ हत्या का केस लालापुर थाने में दर्ज किया गया। सोमवार को दोपहर के डीआईजी / एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी मौके का मुआयना किए। घटना स्थल तालाब का निरीक्षण के बाद उन्होंने रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश थाना पुलिस को दिए थे।

ससुराल पक्ष के ये लोग हैं नामजद

- तीन बच्चों के साथ रेनू की हत्या के दर्ज मुकदमें सबसे पहले पति शिवकरन उर्फ गोरे उर्फ शिव कुमार पुत्र अमृत लाल निवासी बसहाई थाना लालपुर का नाम है।

- इसके बाद ससुर अमृत लाल, सास सावित्री देवी, जेठ राजकरन व रामकरन एवं जयकरन, जेठानी सुमन देवी, देवरानी संगीता यादव का नाम आरोपितों में शामिल हैं।

- मायके वालों ने आरोप लगाया कि शनिवार को हुए विवाद के बाद रेनू व उसके बच्चों की हत्या करके बॉडी तालाब में फेक दी गई।

तहरीर के आधार पर रेनू के ससुराल पक्ष से आठ नामजद आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। चारों की बॉडी का अंतिम संस्कार होने के बाद केस की जांच पड़ताल की जाएगी। फिलहाल कुछ आरोपितों को हिरासत में लिया गया है।

सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार