प्रयागराज (ब्यूरो)। प्रात: भगवान का अभिषेक एवम शांतिधारा सम्पन्न हुई। आचार्य विज्ञान भूषण महाराज के सानिध्य में एवं पंडित सुनील जैन के निर्देशन में केसरिया वस्त्रो में जैन श्रद्धालुओ ने संगीतमय नित्य नियम पूजन, पर्व पूजन एवं दसलक्षण विधान किया। शांतिधारा एवं अभिषेक का सौभाग्य हार्दिक जैन, हिमांशु जैन, संयम जैन, हर्ष एवं मयंक जैन को प्राप्त हुआ। इस अवसर पर जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर वासुपूज्य भगवान का निर्वाण महोत्सव भी मनाया। भगवान वासुपूज्य के जन्म, तप, केवलज्ञान एवं मोक्ष कल्याणक भागलपुर (बिहार) शहर के चंपापुर मे हुए। आचार्य विज्ञान भूषण महाराज ने ब्रहमचर्य दिवस पर कहा कि ब्रह्मचर्य समस्त साधनाओं का मूल आधार है। जिसे अपनाएं बिना आत्मा की उपलब्धि असंभव है। उन्होंने कहा व्रत और चरित्र की सिद्धि बिना ब्रह्मचर्य के नहीं हो सकती है।
12 किलो का लाडू किया समर्पित
प्रथम 12 किलो का निर्वाण लाड़ू धनकुमार जैन नेता जैन सपरिवार द्वारा समर्पित किया गया। आज शुक्रवार को अनंत चतुर्दशी के दिन मंदिरो में धीरे धीरे काफी श्रद्धालु आते रहे। युवाओ एवं बच्चों ने भी बढ चढकर पूजन में हिस्सा लिया। आज के दिन जैन श्रद्धालु निर्जल उपवास करते है एवं मंदिरो मे दान करते है। सायंकालीन सामूहिक आरती, भक्ति एवं अष्ट द्रव्य थाली सजाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कल 10 सितंबर को कर्नलगंज स्थित जैन मंदिर में एवं 11 सितंबर को ज़ीरो रोड स्थित प्रात: 8:30 बजे लाला जानकी प्रसाद दिगंबर जैन मंदिर एवं बेनीगंज में क्षमावानी पर्ब का आयोजन किया जायेगा।