प्रयागराज (ब्यूरो)। अगस्त तक कोरोना वैक्सीनेशन में पुरुष आगे चल रहे थे लेकिन इसके बाद से अब तक महिलाएं उन्हें पीछे कर रही हैं। सितंबर से लेकर अब तक महिलाएं अधिक सख्या में टीका लगवा रही हैं। इस बदलाव को स्वास्थ्य विभाग पाजिटिव तौर पर ले रहा है। क्योंकि शुरुआत में महिलाओं का प्रतिशत काफी कम था जिससे चिंता व्यक्त की जा रही थी।

मंडरा रहा तीसरी लहर का खतरा

इस बीच कोरोना की तीसरी लहर का खतरा भी मंडराने लगा है। इसको लेकर लोग जागरुक हो रहे हैं। पहले से वैक्सीन लगवा चुके पुरुष अब महिलाओं को मोटीवेट कर रहे हैं। उनका कहना है कि वैक्सीन लगवाने से उनको संक्रमण से कम खतरा रहेगा। इसका असर भी दिखने लगा है। महिलाएं तमाम सेंटर्स पर पहुंच रही हैं। जो महिलाएं केवल पहली डोज लगवाकर घर पर बैठ गई थीं वह भी सेंटर्स पर आ रही हैं।

दिसंबर में भी चल रही आगे

सितंबर में महिलाओं का वैक्सीनेशन का अंाकड़ा पुरुषों से 18 हजार अधिक था। अक्टूबर में यह संख्या 39 हजार अधिक थी। इसी तरह नवंबर में भी महिलाओं ने बाजी मारी। दिसंबर में केवल नौ दिनों में महिलाओं ने खुद को आगे रखा है। एक्सपट्र्स की माने तो आने वाले दिनों में महिलाएं पुरुषों से कही आगे चली जाएंगी। जिससे स्वास्यि विभाग को अपना कोरोना वैक्सीनेशन लक्ष्य अचीव करने में आसानी होगी।

कब कितना रही आगे

मंथ महिलाएं (वैक्सीनेशन) पुरुष (वैक्सीनेशन)

सितंबर 478740 460002

अक्टूबर 440094 401428

नवंबर 501783 452021

दिसंबर में अब तक 105741 103022

महिलाओं को हो सकता है खतरा

डॉक्टर्स का कहना है कि जिन घरों में पुरुष वैक्सीनेटेड हैं वहां पर महिलाओं को भी वैक्सीन लगवाना जरूरी है। अन्यथा वह कोरोना संक्रमित होकर नुकसान उठा सकती हैं। पुरुष भी वैक्सीनेशन के बाद संक्रमित होंगे लेकिन उनमें लक्षण कम होंगे। लेकिन महिलाएं वैक्सीन नही लगवाएंगी तो उनको लक्षण अधिक दिख सकते हैं और इससे उनकी जान को खतरा हो सकता है।

महिलाओं का वैक्सीनेशन में आगे आना एक अच्छा साइन है। हर महीने उनका आंकड़ा पुरुषों के मुकाबले बेहतर दिख रहा है। इससे परिवार में दोनों की सेहत को कम खतरा होगा। हमारा लक्ष्य भी पूरा हो जाएगा।

डॉ। तीरथ लाल, वैक्सीनेशन प्रभारी स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज