प्रयागराज (ब्‍यूरो)। केंद्र सरकार ने संपर्क में आने पर नही फैलने वाली बीमारियों की जांच और रोकथाम के लिए एनसीडी सेल का गठन किया है।
इसमें ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, स्ट्रोक, हार्ट अटैक, सीओपीडी आदि बीमारियों के मरीजों को चिंहित किया जाता है।
इसके तहत पिछले एक साल में तमाम अस्पतालों में आने वाले मरीजों की जांच की गई
इसमें एक चौंकाने वाले तथ्य सामने आया। इसमें डायबिटीक महिलाओं की संख्या पुरुषों की अपेक्षा दोगुनी पाई गई।

ब्लड प्रेशर में भी कर ली बराबरी
महिलाओं ने ब्लड प्रेशर जैसी साइलेंट और घातक बीमारी में भी पुरुषों की बराबरी करने में कोई कसर नही छोड़ी है।
दोनो के मरीजों के आंकड़े लगभग बराबर पाए गए हैं। जो कि चिंता की बात है।
जिन महिलाओं में ब्लड प्रेशर के साथ डायबिटीज की शिकायत भी है, उनकी संख्या भी पुरुषों से थोड़ी कम पाई गई है।
दिल के रोगियों में भी महिलाओं ने झंडे गाड़ रखे हैं।

आंकड़ों पर एक नजर
एक साल में कुल मरीजों की जांच- 27091
पुरुष- 11941 महिला- 15150
डायबिटिक मरीजों की संख्या- 6202
पुरुष- 2033 महिलाएं- 4169
ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या- 2123
पुरुष- 1101 महिलाएं- 1022
ब्लड प्रेशर और डायबिटिक कुल मरीज- 886
पुरुष- 482 महिलाएं- 404
दिल की बीमारियों के कुल चिंहित मरीज- 51
पुरुष- 30 महिलाएं- 21

तनाव से भरी गुजर रही जिंदगी
रोगी महिलाओं से बातचीत की गई तो उन्होंने डॉक्टर्स को तमाम कारण बताए। सबसे अहम था कि उनकी लाइफ में जबरदस्त तनाव चल रहा है। पुरुष भले ही बाहर कमाने जाते हों लेकिन घर की सभी प्राब्लम्स महिलाएं अकेले झेलती हैं। महिलाओं ने बताया कि बच्चों की जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर होती है। हर बात की जवाबदेही पुरुष उनसे मांगते हैं। इन कारणों से उनके तनाव का लेवल हमेशा ऊपर रहता है।

ये कारण भी आए सामने
घर पर मोबाइल फोन का अधिक यूज करना।
टीवी पर अधिक सीरियल व मूवी देखना।
मार्निंग या इवनिंग में एक्सरसाइज से दूर रहना।
खानपान में परहेज न करना।
बीमारियों के शुरुआती लक्षणों को नजर अंदाज करना।

ऐसे होगा बीमारियों से बचाव
डायबिटिज, ब्लड प्रेशर, दिल के रोग आदि मामलों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने वाली महिलाओं को फिलहाल ट्रीटमेंट के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजा गया है। यहां पर उनका इलाज व फालोअप किया जा रहा है। डॉक्टर्स ने उनको स्वस्थ रहने के लिए दवाओं के साथ अन्य टिप्स भी दिए हैं। महिलाओं को एक्सरसाइज और योगा के साथ फिजियोथेरेपी की सलाह भी दी जा रही है। घर के पुरुषों की भी काउंसिलिंग की जा रही है। इसके साथ ही इन टिप्स को फॉलो करके भी हेल्थ को बेहतर बनाया जा सकता है।

रोजाना आधे से एक घंटे तक एक्सरसाइज करना जरूरी
तली भुनी चीजों से दूरी बनाए रहना।
मीट और अंडे का कम सेवन करना।
खाने में सलाद की अधिक मात्रा लेना।
तनाव से दूर रहना, मोबाइल और टीवी का कम उपयोग।
दवाओं का नियमित सेवन करना और परिवार के बीच सहयोग और सामंजस्य बनाकर चलना।

कहने की बात है कि महिलाएं घर पर रहती हैं। उनके पास पुरुषों से अधिक तनाव व जिम्मेदारियां होती हैं। हमारी जांच में यह बात सामने आई तो ताज्जुब हुआ। सभी महिलाओं की काउंसिलिंग व ट्रीटमेंट किया जा रहा है। उनको एक्सरसाइज और योगा के साथ नियमित इलाज की सलाह दी गई है।
डॉ। वीके मिश्रा नोडल, एनसीडी सेल स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज