प्रयागराज (ब्यूरो)। शंकरगढ के देवरा गांव निवासी देवेंद्र प्रताप ङ्क्षसह की भूमि पर रामकरन यादव का कब्जा था। बताते हैं कि निस्तारण के लिए शीर्ष अफसरों के आदेश पर राजस्व टीम बुधवार को थाने पहुंची। फोर्स के साथ टीम कब्जा हटाने के लिए मौके पर पहुंची। टीम में राजस्व निरीक्षक प्राची केसरवानी, लेखपाल गंगा प्रसाद, उपनिरीक्षक ऋतुराज ङ्क्षसह समेत अन्य जवान व राजस्व कर्मचारी शामिल थे। बताते हैं कि कार्रवाई शुरू होते ही सैन्य कर्मचारी विकास यादव पुत्र रामकरन मोबाइल से वीडियो बनाने लगा। पुलिस कर्मचारी उसे वीडियो बनाने से मना करते हुए मोबाइल छीनने लगे। इस पर छीना झपटी में दरोगा की वर्दी फाड़ दी गई। सूचना पर थाने से और फोर्स पहुंच गई। विकास को पकडऩे के लिए उसके घर पहुंची। पुलिस द्वारा रामकरन यादव, रूप ङ्क्षसह, विवेक यादव, विकास यादव को गिरफ्तार कर थाने लाए गए। इसके बाद शनिवार रात घटना का वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में विकास को पकडऩे के लिए पुलिस घर में दाखिल हो रही थी तो महिलाएं रास्ता रोकने लगीं। महिला पुलिस कर्मीं उन्हें हटाने लगीं तो एक दारोगा को महिला ने पकड़ लिया, जिस पर दारोगा ने उसे धक्का दे दिया। वह बाइक लेकर समेत जमीन पर गिर पड़ी। इस घटना को लेकर पुलिस पर घर में घुसकर तांडव करने का आरोप लगाया गया। थानाध्यक्ष मनोज ङ्क्षसह का कहना है कि राजस्व निरीक्षक प्राची केसरवानी की लिखित शिकायत पर छह लोगों के खिलाफ पुलिस व राजस्व टीम पर हमला, लोक शांति भंग, प्रशासनिक कार्यों में बाधा उत्पन्न करने व सात सीएलए एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। चार आरोपित गिरफ्तार किए गए हैं। वांछित दो की तलाश जारी है।
आरोपितों को गिरफ्तार करने पहुंची टीम का विरोध किया गया। महिलाएं पुलिस के जवानों से धक्का मुक्की कीं। पुलिस के जवानों द्वारा मारपीट नहीं की गई। वीडियो में पुलिस के जवान बचाव की मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं। महिला पुलिस कर्मचारी को महिला मारते ही दिख रही है। पेशबंदी में पुलिस पर आरोप लगाए जा रहे हैं। विकास यादव के खिलाफ कार्रवाई के लिए सेना के अधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा।
सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार