प्रयागराज (ब्यूरो)। उलझे हुए इस केस कहानी काफी फिल्मी है। नम्रता हंडिया के सैदाबाद स्थित पहाड़पुर खपटिहा की रहने वाली थी। उसके बुआ की शादी झूंसी के रहिमापुर गांव में हुई थी। वह बुआ के घर अक्सर आया जाया करती थी। इस बीच रहिमापुर के ही मुन्नी लाल पाल के बेटे शिव कुमार पाल से उसकी आंखे चार हो गईं। शिव कुमार भी उससे प्यार करने लगा। करीब तीन साल तक दोनों का इश्क परवान चढ़ता रहा। नम्रता इस रिश्ते को लेकर बेहद संभीर थी तो उसने प्रेमी शिव कुमार के सामने शादी का प्रस्ताव रखा। आरोपित का कहना था कि चूंकि वह पाल बिरादरी का था और नम्रता की कास्ट यादव थी। इसी के चलते वह शादी करने को राजी नहीं था। कुछ माह पहले शिव कुमार ने नम्रता के घर जाकर एक मोबाइल दिया था। काफी समझाने के बाद भी नम्रता शादी के जिद पर अड़ी रही। शादी नहीं करने पर वह शिव कुमार को मुकदमे फंसाने की धमकी देने लगी। यह सुनकर उसके प्रेमी शिव कुमार को अपनी गर्दन फंसती हुई नजर आने लगी। वह पीछा छुड़ाने का जतन खोजने लगा। बात बढ़ी तो उसने इसका जिक्र अपने जीजा उतरांव के बरौना निवासी दीपचंद्र पाल से किया। इसके बाद इस समस्या का और कोई समाधान दिखायी न देने के बाद दोनों दोनों मिलकर नम्रता को रास्ते से हटाने के लिए कत्ल का प्लान बनाया। बताया गया कि इसके बाद प्रेमी शिव कुमार नम्रता को झांसा दिया।
घर छोड़कर भागने का दिया था झांसा
आरोपित ने मीडिया को बताया कि उसने नम्रता को फोन करके कहा था कि घर से भागकर शादी करेंगे। घर से भागने के लिए 25 दिसंबर की तारीख तय की गयी। प्रेमी झूठ बोल रहा था कि प्रेमिका भरोसा करके धोखा खा गयी। नम्रता पूरी तैयारी के साथ रात में घर से निकली और बाहर जीजा दीपचंद के साथ इंतजार कर रहे प्रेमी शिव कुमार से मिली। उसे आते देख दीपचंद बाइक लेकर दूर खड़ा हो गया। नम्रता को लेकर शिव कुमार खेत की तरफ जा पहुंचा। किसी के देख लेने का शक जताकर वह उसे लेकर बाग की तरफ चला गया। मौका पाते ही शिव कुमार ने प्रेमिका नम्रता का गला चाकू से रेत दिया। इसके बाद दूर खड़े जीजा के साथ वहां से भाग गया। कत्ल में प्रयुक्त चाकू को हंडिया द्वारा बैरगिया नाला के पहले रोड किनारे से बरामद किया।
क्यों इतने प्रेशर में आ गया कातिल
आरोपित ने पुलिस का सहारा क्यों नहीं लिया? क्यों नहीं पूरी बात बताते हुए पुलिस की मदद मांगी?
पुलिस को क्यों नहीं बताया कि शादी के लिए दबाव बनाकर मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रही थी?
क्या दोनों के बीच ऐसे संबंध बन चुके थे जिससे आरोपित खुद डरा हुआ था कि प्रकरण खुल जाने पर जेल जाना होगा?
आरोपित के जीजा ने दोनों परिवारों से बातचीत करके बीच का रास्ता निकालने के स्थान पर हत्यारोपित बनना क्यों चूज किया?
परिवार के लोग युवती की बॉडी का पोस्टमार्टम न कराने पर क्यों अड़े थे?
क्या उन्हें शक था कि पोस्टमार्टम से कुछ ऐसा खुलकर सामने आ जाएगा जिससे उनकी किरकिरी होगी?
किशोरी की हत्या उसके आशिक ने जीजा के साथ मिलकर की थी। उसके जीजा को भी गिरफ्तार किया गया है। प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिया गया है।
अभिषेक अग्रवाल
एसपी गंगापार
फाफामऊ में भी शादी के प्रेशर पर हुआ हत्याकांड
नवंबर महीने में फाफामऊ के गोहरी एरिया में दलित परिवार के चार सदस्यों की सामूहिक हत्या का मामला सामने आया था। पुलिस ने हालांकि इस मामले में नामजद रिपोर्ट के अलावा दो खुलासे किये। अंकित खुलासा जो किया गया उसमें भी प्रमुखता से यही फैक्ट सामने आया कि युवती आरोपित पर शादी के लिए दबाव बना रही थी। युवक उसके साथ जीवन बिताने के लिए तैयार नहीं था। इसी के चलते उसने अपने मौसी के लड़के के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम तक पहुंचाया। दोनों की दोस्ती कोचिंग के दौरान हुई थी और दोनों फाफामऊ एरिया के ही रहने वाले थे।