प्रयागराज (ब्‍यूरो)। बोरी के अंदर जिस कुएं में युवती की बॉडी फेकी गई थी, वह कुआं हाईकोर्ट से कैंट थाने की तरफ जाने वाली रोड की तरफ स्थित है। ग्राउंड के चारों तरफ बाड़ लगे हैं। मगर उस रोड साइड गेट के पास यह कटीले तार टूटे हुए हैं। गेट के पास से भी लोग ग्राउंड में आसानी से प्रवेश कर सकते हैं। कुएं से निकाली गई बोरी में युवती की बॉडी को सिर और पैर एक करके भरा गया था। युवती के लिबास इस बात की तरफ इशारा कर रहे थे कि वह किसी भले और रिच फेमिली से विलांग करती है। उसके दोनों पांव में महंगे स्पोर्ट जूते थे। बोरी में के अंदर उसकी बॉडी को जूते सहित भर कर कातिलों द्वारा सिलाई की गई थी। मौत के घाट उतारी गई युवती के बदन पर जींस और टीशर्ट थी। कपड़े भी काफी महंगे दिखाई दे रहे थे। जिस बोरी में उसकी बॉडी मिली है वह सफेद रंग कलर की और बिल्कुल क्लीन थी। ऐसा लग रहा था कि कातिल बॉडी को भरने के लिए नई बोरी खरीदे थे या फिर घर की बोरी का प्रयोग किए होंगे। पुलिस द्वारा अनुमान के मुताबिक उसकी उम्र करीब 22 से 25 वर्ष आंकी गई है। देर रात तक यह मालूम नहीं चल सका था कि युवती कहां की और कौन है। उसकी हत्या क्यों और किसने की यह भी बात भी क्लियर नहीं हो सकी थी। इन तमाम सवालों के जवाब ओर बॉडी की पहचान को लेकर पुलिस देर रात तक प्रयास में जुटी रही।

फूली हुई बॉडी पर थे महंगे कपड़े व जूते
बोरी के अंदर युवती की बॉडी शहर के जिस पोलो ग्राउंड स्थित जिस कुएं में मिली उसमें पानी भी है। बोरी में होने के बावजूद युवती की बॉडी काफी फूल गई थी। फूली हुई बॉडी को देखकर कयास लगाए जा रहे हैं कि कुएं में बॉडी को चार से पांच दिन पूर्व फेंकी गई होगी। डीएसए ग्राउंड का वह कुआं काफी पुराना और बड़ा है। शक जाहिर किया जा रहा है कि कुएं में उसकी बॉडी रात करीब बार से एक के बाद फेंकी गई होगी। क्योंकि जिस पोलो ग्राउंड के कुएं में बॉडी मिली है वह कुआं रोड के साइड काफी खुले में है। यह रोड हाईकोर्ट से होते हुए सर्किट हाउस तक जाती है। इस सड़क पर देर रात में बारह एक बजे तक लोगों का आवागमन बना रहता है। ऐसे में कोई कातिल बोरी में भरी बॉडी को रात बार से एक बजे के बीच इस कुएं में फेंकने की हिम्मत नहीं करेगा।

बाहर के नहीं होंगे कातिल और युवती
युवती की हत्या करके पोलो ग्राउंड में बॉडी फेकने वाले कातिल बाहरी नहीं हो सकते।
लोगों का मानना है कि हत्यारे सिविल लाइंस, राजापुर और बेली एवं अशोक नगर एरिया के ही रहेंगे।
क्योंकि इतनी रात को इस रोड पर कोई लोकल व्यक्ति ही इस तरह के दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दे सकता है।
क्योंकि हाईकोर्ट के पास हमेशा पुलिस सुरक्षा में रहती है। इस सड़क से सर्किट हाउस की ओर बढऩे पर मजार और कैंट थाने के पहले चौराहे पर डॉयल 112 की भी ड्यूटी रहती है।
ऐसे में कोई बाहरी शख्स किसी बाहरी युवती की हत्या करके बॉडी फेंकने के लिए डीएसए ग्राउंड में नहीं आएगा।

पहचान के लिए बुलाए गए गायब युवतियों के परिजन
खुल्दाबाद एरिया की एक युवती 30 दिसम्बर और धूमगंज के राजरूपपुर चकिया निवसी एक 40 वर्षीय शख्स के गायब होने की गुमशुदगी 17 फरवरी को दर्ज हुई थी। दोनों की तलाश में उनका परिवार भटक रहा था। पुलिस के मुताबिक अधेड़ की तलाश में भटक रहे लोग ही खबर दिए थे कि पोलो ग्राउंड के कुएं से दुर्गंध आ रही है। उन्हीं के शक जाहिर करने पर कुएं में पुलिस द्वारा देखने पर बोरी दिखाई दी और उसे बाहर निकाला गया गया था। देर रात पुलिस द्वारा कुएं बरामद की गई बॉडी को पहचान के लिए खुल्दाबाद से गायब युवती के परिवार को बुलाया गया। पहचान के लिए पहुंचे उस युवती के परिजनों ने कुएं में मिली युवती की बॉडी को किसी और का बताया है। अब पुलिस हर थाने में युवतियों की दर्ज गुमशुदगी के आधार पर बॉडी को पहचान कराने की जुगत में जुट गई है।

पोलो ग्राउंड में मिली युवती की बॉडी की पहचान नहीं हो सकी है। पहचान के लिए थानों में युवतियों के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराने वालों को भी बुलाया जा रहा है। बॉडी की पहचान और पोस्टमार्टम के बाद ही आगे कुछ पता चल सकेगा।
दिनेश सिंह, एसपी सिटी