ट्रेन की चपेट में आने से मां और बेटी की मौत, बाल-बाल बचा 12 वर्षीय बेटा
घूरपुर एरिया के इरादतगंज ओवर ब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक पर हुई यह घटना
PRAYAGRAJ: बारह साल के बेटे हर्ष और आठ साल की बेटी कोमल को लेकर रीता जायसवाल (28) ट्रेन के सामने कूद गई। घूरपुर स्थित इरादतगंज ओवर ब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक पर यह घटना रविवार को देख लोग दंग रह गए। ट्रेन की चपेट में आते ही रीता और उसकी बेटी कोमल की बॉडी के चीथड़े उड़ गए। छलांग लगाते वक्त मां के हाथ से हर्ष फिसल गया। छूटते वह भाग कर मौत के मुंह से खुद को बचा लिया। माना जा रहा है कि इस घटना के पीछे महिला जिंदगी से तंग आ गई रही होगी। इसके पीछे पारिवारिक वजह होने का शक लोग जता रहे हैं। बच्चों संग सुसाइड करने की खबर सुनते ही घूरपुर पुलिस पहुंच गई। बेटी संग उसकी मां की बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया।
सुसाइड की वजह नहीं हुई स्पष्ट
शंकरगढ़ एरिया निवासी पिंटू जायसवाल करीब चार से नैनी के चाका में किराए का कमरा लेकर परिवार संग रहता था। परिवार में पत्नी रीता और बेटा हर्ष एवं बेटी कोमल ही थी। परिवार चलाने के लिए पिंटू खुद फतेहपुर के बिंदगी में शराब की दुकान पर सेल्समैन का काम करता था। बताते हैं कि दोपहर के वक्त रीता बेटे व बेटी के साथ घूरपुर के इरादतगंज ओवर ब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई। बच्चों के साथ सुसाइड करने का उसका इरादा पक्का था। ट्रैक पर रीवां की तरफ जा रही ट्रेन के सामने वह बेटी और बेटे का हाथ पकड़ कर छलांग लगा दी। ट्रेन की चपेट में आते ही मां और बेटी की तत्काल मौत हो गई। जबकि हाथ छूटने के कारण बेटे हर्ष की जान बच गई। मां और बहन की मौत देख हर्ष चीख पड़ा। उसकी आवाज सुन आसपास के लोग दौड़ पड़े। खबर मिलने पर पहुंची पुलिस द्वारा हर्ष से पूछताछ की गई। वह अपना पूरा पता व बहन और मां का नाम बताया। पहचान होने के बाद पुलिस ने दोनों की बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। बच्चों संग सुसाइड का की वजह देर रात तक स्पष्ट नहीं हो सकी। जानकारी होते ही रीता की ससुर व मायके वाले भी पहुंच गए।
बहन व मां की मौत से कांप गया बेटा
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो ट्रेन के सामने कूदते समय रीता बेटी और बेटे को दबोच रखी थी। किस्मत थी कि जब वह बच्चों को लेकर ट्रेन के सामने छलांग लगाई तो हाथ से बेटा हर्ष छूट गया। छूटते ही वह मौत के मुंह से चीखते हुए भागकर जान बचाया। हर्ष ने पुलिस को बताया कि उसे यह मालूम नहीं था कि मां उसे व बहन को लेकर जान देने जा रही है। सुबकते हुए वह कहा जब मां ट्रेन के सामने कूदी तो वे हाथ से छूट गया। डर के मारे वह भागकर ट्रैक से बाहर आ गया। मां ऐसा क्योंकि वह मासूम इस बारे में किसी को कुछ नहीं बता सका। महिला द्वारा उठाए गए इस कदम से एक बात तो तय है कि बात कोई नार्मल नहीं थी। परिवार में कुछ तो खिचड़ी पक रही थी। जिसकी वजह से उसे यह कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा।
छानबीन में महिला मानसिक विक्षिप्त बताई जा रही है। बेटे को लेकर उसके घर वाले कमरे में ताला बंद कर गांव चले गए हैं। किराए वाले मकान पर फोर्स भेजी गई।
सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार