प्रयागराज (ब्यूरो)।कुदरत का करिश्मा देखिए। जहां एक ओर अस्पताल में सारी व्यवस्था होने के बाद भी जच्चा-बच्चा की जान पर बन आती है। वहीं, एक महिला ने चलती ट्रेन में बर्थ पर बच्चे को जन्म दे दिया। मगर दोनों को कोई दिक्कत नहीं हुई। जानकारी मिलने पर रेलवे स्टॉफ ने टूंडल में महाबोधि एक्सप्रेस रुकवाई। जबकि महाबोधि का ठहराव टूंडला स्टेशन पर नहीं है। रेलवे स्टॉफ ने जच्चा-बच्चा को टे्रन में ही चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई। इसके बाद महिला और बच्चे को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टूंडला के लिए रेफर कर दिया गया।
अलीगढ़ रेलवे स्टेशन से प्रियंका देवी अपने परिजनों के साथ कोच बी-6 की बर्थ नंबर 43 पर सवार हुई। प्रियंका को भभुआ रोड स्टेशन उतरना था। ट्रेन कुछ दूर चली तभी प्रियंका को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। कुछ देर तक तो प्रियंका और उसके परिजन चुप्पी साधे रहे, लेकिन अचानक प्रियंका को तीव्र प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। इस पर बोगी में हल्ला मच गया। अगल-बगल बैठी महिलाओं ने उसे संभालने का प्रयास किया। इस बीच किसी ने चेकिंग स्टॉफ को सूचना दे दी। कुछ ही देर में चेकिंग स्टॉफ बर्थ के पास पहुंच गया। चेकिंग स्टॉफ ने मौके का हाल कंट्रोल ऑफिस को दिया। ट्रेन टूंडला पहुंचने वाली थी। वहां स्टेशन पर रेलवे स्टॉफ ट्रेन का इंतजार करने लगा। इस बीच प्रियंका ने बर्थ पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। टूंंडला स्टेशन पर महाबोधि एक्सप्रेस का ठहराव नहीं है। इसके बाद भी मामले को देखते हुए कंट्रोल ऑफिस ने ट्रेन वहां रोक दी। आरपीएफ के दरोगा घनश्याम महिला कांस्टेबिल सूरजबाई मीणा बर्थ पर पहुंची। रेलवे के डॉक्टर जेपी उपाध्याय ने जच्चा और बच्चा को चेक किया। इसके बाद महिला कांस्टेबिल सूरजबाई मीणा के साथ जच्चा और बच्चा को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टूंडला के लिए रेफर कर दिया गया। इस बीच करीब बीस मिनट ट्रेन रुकी रही।
यात्रियों ने की सराहना
कोच बी-6 में सवार यात्रियों ने रेलवे द्वारा मुहैया कराई चिकित्सा सुविधा को लेकर सराहना की। यात्रियों ने मौके पर पहुंचे रेल स्टॉफ की तारीफ की। कहा कि यदि ट्रेन समय रहते न रोकी जाती तो जच्चा बच्चा को दिक्कत हो सकती थी।
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