प्रयागराज (ब्यूरो)। लेटे हनुमान मंदिर कारिडोर निर्माण का कार्य महाकुंभ के पूर्व पूरा किया जाएगा। महाकुंभ में मंदिर परिसर के भीड़ प्रबंधक व रख-रखाव की व्यवस्था पीडीए देखेगा। बाकी पूजा पाठ सहित अन्य सारे कार्य मंदिर प्रशासन व महंत के जिम्मे होंगे। यह प्रस्ताव शुक्रवार को हुई पीडीए बोर्ड की 138-वीं बैठक में पेश किया गया। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में प्रस्तुत प्रस्ताव को अनुमोदन बाद संस्तुति करते हुए शासन को भेजा गया है। पीडीए बोर्ड की बैठक में इसी तरह अन्य कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। कारिडोर निर्माण का काम दो तीन दिन में शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
शासन को भेजा अनुमोदित प्रस्ताव
लेटे हनुमान मंदिर का संचालन मौजूदा समय में श्री मठ बाघम्बरी गद्दी द्वारा संचालित किया जा रहा है। संचालन से जुड़ी व्यवस्था व मानीटरिंग का काम मठ के महंत बलवीर गिरि द्वारा किया जा रहा है। मंदिर में हर रोज 20 से 25 हजार लोग दर्शनार्थी पहुंचे हैं। मंगलवार-शनिवार को यह संख्या काफी बढ़ जाती है। आस्था और विश्वास से जुड़े इस मंदिर में भीड़ को देखते हुए महाकुंभ से पूर्व कारिडोर बनाने का प्लान है। कारिडोर की जद में सेना की 11186 वर्ग मीटर जमीन आ रही है। इसके बदले पीडीए नेहरू पार्क के पास 19 हजार वर्ग मीटर से अधिक जमीन सेना को देगा। कारिडोर का निर्माण पूरा होने के बाद महाकुंभ के दौरान मंदिर में आने वाली भीड़ व रखरखाव की व्यवस्था देखने के लिए बोर्ड गठित करने का प्रस्ताव पीडीए बोर्ड की बैठक में अनुमोदित हुआ है। अनुमोदित यह प्रस्ताव अफसरों के द्वारा शासन को भेजा गया है। शेष सारे कार्य मठ के महंत द्वारा ही संचालित किए जाएंगे। महाकुंभ में दिक्कत नहीं हो, इस लिए बनाई जाने वाली दुकानें व अन्य बाहरी व्यवस्थाओं को संचालित करने के लिए प्रशासन शासन के निर्देश व महंत संग बैठक करके प्राप्त सुझाव के आधार पर निर्णय लेगा।
कारिडोर में खर्च होंगे करीब 45 करोड़
लेटे हनुमान मंदिर कारिडोर बनाने में लगभग 45 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लिए 11,586 वर्ग मीटर जमीन चिह्नित की गई है। इसमें हनुमान मंदिर का गर्भगृह बड़ा किया जाएगा। परिक्रमा पथ, हवन कुंड, पार्किंग, प्रवेश द्वार, रैन बसेरा, दुकानें आदि निर्माण किया जाएगा। इससे श्रद्धालु पांच से सात मिनट में दर्शन कर सकेंगे।
वर्जन
कारिडोर निर्माण के बाद बनने वाली दुकानों व महाकुंभ में आने वाली भीड़ एवं रखरखाव की व्यवस्था को लेकर पीडीए बोर्ड की बैठक में अनुमोदित प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। शासन से निर्देश प्राप्त होने के बाद महंत संग बैठक की जाएगी। इसके बाद जो निर्णय लिया जाएगा उसके आधार पर आगे काम होगा। चूंकि महाकुंभ में भीड़ अधिक होगी इस लिए बाहरी व्यवस्था व रखरखाव प्रशासन देखेगा।
अरङ्क्षवद चौहान, उपाध्यक्ष पीडीए
हमने हनुमान मंदिर का कारिडोर बनाने की सहमति दी थी। मंदिर की व्यवस्था संभालने की नहीं। मंदिर की व्यवस्था सरकार नहीं संभाल सकती। यदि ऐसा कुछ है तो वह अनुचित है। महाकुंभ में भीड़ प्रबंधक का कार्य तो प्रशासन ही देखता रहा है।
श्रीमहंत बलवीर गिरि, महंत श्री मठ बाघम्बरी गद्दी व लेटे हनुमान मंदिर